सक्ती जिला मुख्यालय से महज 04 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बाराद्वार थाना में सट्टा व सटोरिया संरक्षण में विशेष कार्य किया जा रहा है। बाराद्वार थाना क्षेत्र में नगर सहित आसपास ग्रामीण इलाकों में वृहद स्तर पर ऑनलाइन सट्टा पट्टी का खेल खुलेआम तरीके से लगातार जारी है। नगर सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे सभी छोटे बड़े सट्टा पट्टी बाजार का मुख्य केंद्र ग्राम सरवानी का एक पुराना और आदतन सटोरिया है। जो इन दिनों डेली विन नामक ऑनलाइन सट्टा ऐप का संचालन अपने घर पर बैठ कर रहे है। ऐप में सटोरिया ने अपना मोबाईल नंबर भी डाल रखा है। इस एप्प में हर बीस मिनट पर ऑनलाईन परिणाम घोषित किया जाता है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बीते दिनों सट्टा पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देशित दिये गये। जिसके बाद प्रदेश भर में अनेकों सटोरियों पर अलग अलग थानों में दर्जनों कार्यवाही की गई।
बाराद्वार थाना क्षेत्र की बात करें तो इस क्षेत्र में चल रहे ऑनलाइन सट्टा की खबर प्रकाशन अनेकों अखबार में किया जा रहा है। बावजूद इसके वर्तमान थाना प्रभारी मामले से अनभिज्ञ बने हुए हैं। खबर प्रकाशित होने के बाद भी पुलिस द्वारा सटोरियों पर कोई कार्यवाही नहीं की और मामले पर अनभिज्ञ बने रहना बाराद्वार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के आदेश को ठेंगा दिखाने का कार्य किया जा रहा है।
खबर प्रकाशित होने के बाद मासिक कमीशन में इजाफा:- बीते दिनों भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री का सक्ती जिला के ग्राम कांशीगढ आगमन हुआ था। उसी समय बाराद्वार थाना क्षेत्र में खुलेआम चल रहे ऑनलाइन सट्टा बाजार की खबरें अनेकों अखबार में सट्टा ऐप के नाम के साथ साथ सटोरिया के नाम व स्थान के साथ प्रकाशित किया गया था। जिसके बाद बाराद्वार थाना प्रभारी ने सटोरियों को बुलाकर खबर प्रकाशन के बारे में अवगत कराते हुए। मासिक नजराना बड़ाने की शर्त पर कार्यवाही नहीं करने की सहमति बनी। नगर में चल रहे जनचर्चा और सटोरियों द्वारा पान ठेले और होटलों पर की जाने वाली रुतबे भरे खुली चर्चा के अनुसार थाना क्षेत्र का एक मुख्य सटोरिया प्रति महीने 15 हजार का नजराना भेंट करता था। मगर खबर प्रकाशन के बाद यह राशि 20 हजार हो गया है। साथ ही दिवाली के अवसर पर सटोरियों से गिफ्ट के रूप में एसी, फ्रिजर और जूसर लेने वाली बातें भी जनचर्चाओं में खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक सटोरिया ने कुछ एक पुलिस वालों को 20 हजार का लिफाफा भी भेंट किया है। प्रलोभन ने बाराद्वार पुलिस को धृतराष्ट्र बना दिया है नतीजन क्षेत्र में जुआ सट्टा कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं, वे अपने काम को खुलेआम संचालित कर रहे हैं। सट्टे के इस कारोबार में जहां एक तरफ सटोरिया मालामाल हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कई घर बर्बादी के कगार पर पहुंच चुके हैं लेकिन स्थानीय पुलिस मानो कान में तेल डाल कर बैठी हो और वह सटोरियों पर मेहरबान नजर आ रही है। सटोरियों से मासिक कमीशन लेने वालों को भला कैसे और क्यों खबर होगी की उनके थाना क्षेत्र में कोई सट्टा नामक खेल चलता है या नहीं।
थाना प्रभारी सट्टा के मामले में पूर्व में एक कार्यवाही की गई है। आगे भी हम सटोरियों पर कार्यवाही जारी रखेंगे। राजेश पटेल थाना प्रभारी बाराद्वार