रतलाम
07/Mar/2024
रतलाम जिला चिकित्सालय रतलाम में 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगो को बीसीजी का वैक्सीन ललगाना प्रारंभ किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी , रोगी कल्याण समिति सदस्य हमंत रोहोरी , प्रभारी सीएमएचओे डॉ. वर्षा कुरील , आईएमए की जिला ईकाई के अध्यक्ष डॉ. यागेन्द्र चाहर , सिविल सर्जन डॉ. एमएस सागर , जिला क्षय अधिकारी डॉ. अभिषेक अरोरा , मेडिकल कॉलेज के पीएसएम विभाग के डॉ. ध्रुवेन्द्र पांडे , डॉ. सिन्हा , डॉ. प्रमोद प्रजापति , डॉ. निर्मल जैन , डीपीएम डॉ. अजहर अली , जयसिंह सिसोदिया आदि की उपस्थिति में किया गया । कार्यक्रम के अवसर पर गोविंद काकानी ने सभी से प्रधाननमंत्री जी के आहवान पर भारत को टीबी मुक्त कराने का संकल्प कराया । हेमंत राहोरी ने आयुष्मान भारत अंतर्गत निरामयम म.प्र. बनाने के लिलए टीबी से बचने हेतु हर संभव कार्य करने की बात कही । डॉ. यागेन्द्र चाहर ने टीबी की जांच एवं उपचार के तकनीकि पहलुओं पर प्रकाश डाला । डॉ. ध्रुवेन्द्र पांडे ने टीबी उन्मूलन के लिए अधिक से अधिक लोगो वैक्सीनेशन कराने की बात कही । सिविल सर्जन डॉ. सागर ने टीबी के कारण इससे बचाव के उपाय एवं एडल्ट बीसीजी वैक्सीनशन की रणनीति पर प्रकाश डाला । डॉ. अभिषेक अरोरा ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के बारे मे जानकारी दी , उन्होने कहा कि प्रत्येक सोमवार एवं गुरूवार को शासकीय स्वास्थ्य कंद्रों पर टीबी से बचाव हेतु परिचय पत्र / आधार कार्ड दिखाकर बीसीजी का टीका लगवा सकते हैं । कार्यक्रम का संचालन आशीष चौरसिया ने किया । अंत में आभार प्रभारी सीएमएचओ डॉ. वर्षा कुरील ने माना । टीकाकरण के लिए ये रहेंगे पात्र – टीकाकरण के दौरान पिछले 5 वर्ष से टीबी का उपचार करा रहे ऐसे लोग जिनका उपचार पूर्ण हो चुका है , टीबी मरीज के संपर्क में रहने वाले लोग , जिनका बीएमआई 18 से कम हो ( अपने मोबाइल में बीएमआई इंडिया लिखकर अपना वजन , ऊंचाई और उम्र के आधार पर बीएमआई आसानी से जाना जा सकता है ) , स्वयं रिपोर्ट किए गए धुम्रपान करने वाले लोग , स्वयं रिपोर्ट किए गए डायविटीज के मरीज तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग सहमति पत्र भरकर टीका लगवा सकेंगे । टीकाकरण के लिए ये रहेंगे अपात्र 18 वर्ष से कम आयु के लोग , टीका लगवाने के प्रति असहमति रखने वाले व्यक्ति , गंभीर रूप से बीमार बिस्तर पर रहने वाले व्यक्ति , गर्भवती माताऐं , स्तनपान कराने वाली माताऐं , जिनका वर्तमान में टीबी का उपचार चल रहा है , एचआईवी , कैंसर इम्युनोसप्रेशन लोग , दवाओं के प्रति एलर्जी रखने वाले लोग, प्रत्यारोपण रिसीवर आदि को किसी भी स्थिति में बीसीजी का वैक्सीनेशन नहीं किया जाएगा ।