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सैलाना के रंगवाडी मोहल्ला,शितला माता मंदिर प्रांगण समिप तीन दिवसीय नानी बाई रो मायरो का हुआ शुभारंभ

सैलाना के रंगवाडी मोहल्ला,शितला माता मंदिर प्रांगण समिप तीन दिवसीय नानी बाई रो मायरो का हुआ शुभारंभ

रतलाम

1/Jun/2024

रतलाम ब्यूरो चीफ कृष्णकांत मालवीय 

रतलाम जिले के सैलाना नगर मे सकल पाटीदार समाज एवं शीतला माता भक्त मंडल रंगवाड़ी मोहल्ला देवरी चौक की ओर से तीन दिवसीय धार्मिक कथा नानी बाई रो मायरो का शुभारंभ शनिवार रात्रि 8 बजे से किया गया है। कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। पंडीत ललीत शास्त्री सागाखेड़ा के मुखारविंद पहले दिन के कथा का शुभारंभ करते हुए कहा कि नानी बाई रो मायरो अटूट श्रद्धा पर आधारित प्रेरणादायी कथा है। जहां कथा के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण का गुणगान किया जाता है। भगवान को यदि सच्चे मन से याद किया जाए तो वे अपने भक्तों की रक्षा करने स्वयं आते हैं। शास्त्री ने कथा का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि नानी बाई रो मायरो की शुरूआत नरसी भगत के जीवन से हुई। नरसी जन्म से ही गूंगे-बहरे थे। वो अपनी दादी के पास रहते थे। उनका एक भाई-भाभी भी थे। भाभी का स्वभाव कड़क था। एक संत की कृपा से नरसी की आवाज गई तथा उनका बहरापन भी ठीक हो गया। नरसी के माता-पिता गांव की एक महामारी का शिकार हो गए। नरसी का विवाह हुआ। लेकिन छोटी उम्र में भगवान को प्यारी हो गई। नरसी जी का दूसरा विवाह कराया गया। समय बीतने पर नरसी की लड़की नानीबाई का विवाह हुआ। इधर नरसी की भाभी ने उन्हें घर से निकाल दिया। नरसी श्रीकृष्ण के अटूट भक्त थे। वे उन्हीं की भक्ति में लग गए। उधर नानीबाई ने पुत्री को जन्म दिया और पुत्री विवाह लायक हो गई ¨कतु नरसी को कोई खबर नहीं थी। लड़की के विवाह पर ननिहाल की तरफ से भात भरने की रस्म के चलते नरसी को सूचित किया गया। नरसी के पास देने को कुछ नहीं था। उसने भाई-बंधु से मदद की गुहार लगाई ¨कतु मदद तो दूर कोई भी चलने तक को तैयार नहीं हुआ। अंत में टूटी-फूटी बैलगाड़ी लेकर नरसी खुद ही लड़की के ससुराल के लिए निकल पड़े। लेकिन उससे पुर्व ही भगवान कृष्ण ने उसके घर पहले से जेवर कपड़े से भर दिया जो सच्चे भक्तों पर भगवान की असीम कृपा को दर्शाता है। वही उन्होंने मनुष्य जीवन को अनमोल बताते हुए भक्तों को सदुपयोग करने की बात कही एवं भगवान का भजन करने से जीवन का कल्याण होने की बाते अपने कथा में कही। नगर व क्षेत्रवासी इस धार्मिक महोत्सव नानी बाई को मायरो में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। वही इसी के साथ ही प्रांगण में स्थापित देवताओं का पूजन, अग्नि स्थापन हवन एवं आरती सम्पन्न हुई। यज्ञाचार्य पंडित अभिषेक शर्मा छोटे मुरली महाराज सैलाना के आचार्यत्व में उक्त सारे कार्यक्रम संपन्न हुए। कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील सकल पंच पाटीदार समाज एवं शीतला माता भक्त मंडल ने की।

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