बिलासपुर (छत्तीसगढ़)
22/Dec/2023
रवि कुमार खटर्जी ब्यूरो रिपोर्ट
सक्त्ती शासन के नियमानुसार एक बारदाने में 40 किलो धान भरा जा सकता है। उसमें बारदाने के वजन के बदले 680 ग्राम ज्यादा धान भरने की छूट है। इस छूट की आड़ में सक्ति जिले के जैजैपुर तहसील अंतर्गत धान खरीदी केंद्र भातमाहुल में किसानो से 800 ग्राम से दो किलो तक एक्स्ट्रा धान तौल रहे हैं। किसान आपत्ति करे तो कह दिया जाता है कि परिवहन समय पर नहीं होने से धान फड़ में पड़े रहने से सूखता है। किसानो के धान को अधिक तौल के साथ 17 प्रतिशत नमी धान बताकर किसानो से अधिक धान की मांग की जाती है। और किसानों द्वारा मना करने पर धान नहीं लेने के साथ धान वापस ले जाने की बात कर किसानो को डराया जाता है। इसके साथ ही किसानो का धान तौल के समय एक्स्ट्रा लिया जा रहा है। ऐसा हम नही वहां के कई किसान कह रहे है। इसके साथ ही धान खरीदी केंद्र भातमाहुल में तौल की जा रही धान की यह तसवीर बता रही है।किसानों के हितों की हो रही अनदेखी भातमहुल के कई ग्रामीणों का कहना था कि धान खरीदी केंद्र में धान सूखती के नाम पर किसानों से अतिरिक्त धान लिया जा रहा है। उपार्जन केंद्र में निर्धारित तौल से एक किलो अधिक लिया जा रहा है। प्रति बोरे में 1-1 किलो धान की अफरा तफरी हो रही है। धान खरीदी केंद्र भातमाहुल के मंडी प्रभारी की मनमानी चरम सीमा पर है। राज्य सरकार धान खरीदी को गंभीरता से ले रही है। अधिकारियों को पहले से ही निर्देश हैं कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए लेकिन सक्ती जिले के भातमहुल धान खरीदी केंद्र की व्यवस्था से किसान परेशान हैं।