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मानवता हुई शर्मशार,मृतक के पार्थिव शरीर को नहीं मिला सम्मान,तीन घंटे तक अस्पताल के गेट पर शव लेकर खड़े रहे पुलिस,अस्पताल प्रबंधन ने नहीं लिया शव..

मानवता हुई शर्मशार,मृतक के पार्थिव शरीर को नहीं मिला सम्मान,तीन घंटे तक अस्पताल के गेट पर शव लेकर खड़े रहे पुलिस,अस्पताल प्रबंधन ने नहीं लिया शव..

रतलाम

23/May/2024

रतलाम ब्यूरो चीफ कृष्णकांत मालवीय 

रतलाम जिले के सैलाना नगर में मानवता को शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है। बतादे की बुधवार को सैलाना में शासकीय अस्पताल प्रबंधन के लापरवाही पूर्ण रवैए के कारण उस समय मानवता शर्मसार हुई। जब उन्होंने तीन घंटे तक मृतक के शव को अस्पताल में नहीं लिया। मीडिया ने डॉक्टर जितेंद्र रायकवार से इस गैर जिम्मेदाराना और गैर मानवीय रवैए को लेकर सवाल जवाब किए। तो 2-4 सवालों के जवाब के बाद कह दिया कि जो छापना हैं, छापो। उल्लेखनीय हैं ,कि बुधवार दोपहर 40 वर्षीय रामेश्वर पिता आलम सिंह नायक (बंजारा) निवासी चरौरी रानी कात्यानी,पोस्ट खुसालाबाद, तहसील डिवाई, जिला बुलेन्दशहर उत्तरप्रदेश व हाल मुकाम कस्टम चौराहा, गौरी गेस्ट हाउस बांसवाड़ा राजस्थान में फेरी का काम करते थे। वही मृतक का बड़ा भाई नीरज कुमार उम्र 40 वर्ष व जीजा सुरेश चन्द्र उम्र 50 वर्ष एक साथ किराए के मकान में ही रहते थे। मृतक रामेश्वर बांसवाडा राजस्थान रोडवेज की बस से बांसवाडा से रतलाम जा रहा था। तभी बस परिचालक ने उसे नशे में समझकर बायपास पिपलौदा फंटे पर ही उतार दिया। भीषण गर्मी में वह 2 घंटे तक वही पड़ा रहा। जिसके बाद समीप के पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी तो थाना प्रभारी अय्यूब खान मौके पर पहुंचे और पुलिस ने जब मृतक को देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। मृतक की जेब से बांसवाड़ा से रतलाम का टिकिट एंव एक मोबाइल मिला है। थाना प्रभारी खान ने पम्प पर लगे कैमरों को खँगाला तो उसमें परिवहन विभाग की बस से दो लोग बस से उतारते हुए देखे गए है। मृतक का मोबाइल बन्द होने के कारण उसे चार्ज करने के बाद उसके बड़े भाई नीरज को कॉल किया। ओर पुलिस ने मृतक को एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां अस्पताल प्रबंधन ने शव लेने से इंकार करते हुए उसे रतलाम मेडिकल कॉलेज ले जाने को कह दिया। तकरीबन 6:30 बजे लेकर 9:30 बजे तक शव अस्पताल के गेट पर ही पड़ा रहा।

एसडीएम ने तुड़वाया शव गृह का ताला-

अस्पताल प्रबंधन ने शव को लेने से मना करते हुए शव गृह का ताला नहीं खोला तो पुलिस अस्पताल कर्मचारी के घर चाबी लेने गई है तो उसने कहा कि डॉक्टर साहब ने मना किया हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब अस्पताल प्रबंधन ने एसडीएम मनीष कुमार जैन का भी फोन नहीं उठाया तो उन्होने पुलिस को निर्देशित किया कि ताला तोड़कर शव को रखिए।

कार्रवाई करवाएंगे-

स्पताल प्रबंधन का रवैया बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था। हम कलेक्टर महोदय और सीएमएचओ को कार्यवाही करने के लिए प्रतिवेदन भेजेंगे।

एसडीएम मनीष कुमार जैन

मुझे बताया गया कि लावारिस शव हैं

हमारे पास लावारिस शव को रखने की कोई व्यवस्था नहीं हैं और पुलिस ने पंचनामा नहीं बनाया तो शव को कैसे लेते।

डॉक्टर जितेंद्र रायकवार, स्वास्थ्य विभाग अधिकारी सैलाना

शासकीय स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरो और कर्मचारियों का खराब रहता रवैया-

हमने संपूर्ण सूचना मृतक के बारे में अस्पताल प्रबंधन को दी थी। लेकिन उन्होंने स्पष्ट रुप से शव लेने से मना कर दिया। यहां अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों का रवैया हमेशा ऐसा ही रहता हैं। हमने इसकी शिकायत एसडीएम से भी की हैं।
अय्यूब खान,थाना प्रभारी, सैलाना

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