रतलाम
26/Jun/2025
सिविल सर्जन डॉ एम एस सागर ने बताया कि दीपिका पति शैलेन्द्र सिंह की डिलीवरी दिनांक 3 जून 2025 को सुबह 11:26 पर हुई थी । डीलिवरी के समय नवजात को बर्थ एस्फीक्सिया अर्थात दिमाग में ऑक्सीजन की कमी से झटके आना की समस्या थी । नवजात को न्यू बोर्न केयर कॉर्नर स्टाफ द्वारा मैनेजमैंट उपरान्त एस एन सी यू में लाया गया। भर्ती के समय बच्चे की स्थिति अत्यधिक गंभीर बनी हुई थी । डिलीवरी के शिशु का समय वजन 2 किलो 100 ग्राम एवं डिलेवरी के समय अपगार स्कोर (अर्थात बच्चों को पुनर्जीवन भीम की आवश्यकता है या नहीं इसका आकलन) 1/2 था । इस आधार पर न्यू बोर्न केयर कॉर्नर स्टाफ द्वारा पुनर्जीवन प्रक्रिया के बाद एस एन सी यू में भर्ती किया गया ।
बच्चे को सिविल सर्जन डॉ एम एस सागर के मार्गदर्शन मे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ ए पी सिंह के नेतृत्व में एस एन सी यू के डॉक्टर एवं नर्सिंग ऑफिसर की टीम द्वारा फैसिलिटी बेस्ड नियो नेटल केयर गाइडलाइंस अनुसार उपचार शुरू किया गया।
बच्चे को भर्ती उपरांत वेंटीलेटर पर रखा गया। बच्चा शॉक में चला गया एवं उसे झटके रहे थे जिसके चलते बच्चे को प्रोटोकॉल अनुसार चिकित्सीय प्रबंधन जारी रखा।
अगले दिन बच्चे की खून की जांचे कराई गई । करीब 5 दिन बच्चा वेंटिलेटर मशीन पर रहा, और हालत गंभीर बनी रही अन्य जटिलताओ के चलते फ्रेश फ्लोजन प्लाज्मा ( ब्लड कंपोनेंट )लगाया गया । करीब 6 दिन बच्चे को आईनोट्रॉप एवं एंटीकंवलसंट ड्रग्स पर रहा एवं गाइडलाइन अनुसार एंटीबायोटिक दी गई।
बच्चे को भर्ती के तीसरे दिन से फीड शुरू की गई एवं करीब 18 दिन तक बच्चे को स्टेबल होने के उपरांत प्रति दिन कंगारू मदर केयर दी गई । करीब 23 दिन तक बच्चा एस एन सी यू में भर्ती रहा । पिछले दिनों लगातार वजन में वृद्धि,मां दूध पिलाने में सक्षम हुई। नवजात पूरी तरह स्टेबल होने के उपरान्त दिनांक 25 जून को डिस्चार्ज किया गया।नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई के टीम सदस्य डॉ ए पी सिंह, डॉ अरविंद परमार , डॉ प्रतीक आर्य, डॉ हरिओम गुर्जर , डॉ रोहित पाटीदार , नर्सिंग ऑफिसर भारती गहलोत , ममता पाल , अनीता अल्फ्रेड , सोनी कुमारी , निर्मला तिनके , उमा शर्मा , हेमा चौधरी, अवस्थी एस, राधा सेन , प्रिया मईडा आदि की नवजात को स्वस्थ करने में अहम भूमिका रही। नवजात शिशु के परिजनों ने एस एन सी यू के समस्त डॉक्टर एवं नर्सिंग ऑफिसर का आभार व्यक्त किया।