सक्त्ती (छ. ग.)
21/04/2023
रवि कुमार खटर्जी ब्यूरो रिपोर्ट
सक्त्ती जिले क्षेत्र के हसौद में अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा पांच दिवसीय 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन हसौद के तहसील ग्राउण्ड में किया जा रहा है। पहले दिन 5001 महिलाओं के सहयोग से विशाल कलश यात्रा निकाली गई, कलश यात्रा यज्ञ स्थल से रैली की शक्ल में निकल कर सोन नदी पहुची जहां से कलश में जल भरने के बाद कलश यात्रा सोन नदी से शुरू होकर हसौद के प्रसिद्ध मां महामाया मंदिर होकर नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए यज्ञ स्थल तहसील ग्राउण्ड पहुंची। जगह-जगह कलश शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा होती रही। महिला-पुरूष, माताओं एवं बहने एक ही रंग में पीले वस्त्र धारण किए गायत्री परिजन के साथ इस कलश यात्रा में श्रद्धा और आस्था का सैलाब नजर आया। हम बदलेंगे-युग बदलेगा, हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा जैसे उद्घोषों से आज हसौद में गूंज उठा। कलश यात्रा में नन्हें मुन्ने बच्चे बच्चीयों को भगवान के स्वरूप में सजाकर रथ में सवार कर कलश यात्रा के साथ नगर भ्रमण किया। गायत्री महायज्ञ में हसौद सहित आसपास के भक्तगण कलश यात्रा के साथ ही 22 अप्रेल तक भक्तिरस में डूबे हुए नजर आए। पांच दिवसीय 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन को लेकर कल 18 अप्रेल को पहले दिन सुबह नौ बजे 5001 महिलाओं के सहयोग से विशाल कलश यात्रा निकाली गई, साथ ही पूज्य गुरूदेव का जीवन दर्शन एवं सायं 6 बजे एवं संगीत प्रवचन युग शक्ती गायत्री रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न हुआ। आज द्वितीय दिवस सुबह 6 बजे ध्यान साधना एवं प्रज्ञा योग, सुबह 8 बजे यज्ञ का ज्ञान विज्ञान देव पूजन एवं गायत्री महायज्ञ, दोपहर 2 बजे कार्यकर्ता गोष्ठी दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक विवाह संस्कार शाम 6 बजे संगीत प्रवचन नारियों जागो स्वयं को पहचानो। तृतीय दिवस सुबह 6 बजे ध्यान संध्या एवं प्रज्ञा योग सुबह 8 बजे संस्कार परंपरा गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार शाम 6 बजे से संगीत एवं प्रवचन। चतुर्थ दिवस सुबह 6 बजे से ध्यान संध्या एवं प्रज्ञा योग, 8 बजे संस्कार परंपरा गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार, शाम 6 बजे डॉक्टर चिन्मय पण्ड्या जी का विशेष उद्धबोधन आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी कन्या किशोर कौशल, शाम 8 बजे 24000 देवीय दीप महायज्ञ। पंचम दिवस सुबह 6 बजे से ध्यान संध्या एवं प्रज्ञा योग, 8 बजे युगतीर्थ शांतिकुंज,गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार, सुबह 9 बजे यज्ञशाला में भाव भरा उद्धबोधन व अक्षय तृतीया के सुअवसर पर दीक्षा संस्कार प्रतिकुलपती डॉक्टर चिन्मय पण्ड्या जी द्वारा एवं पूर्णाहुती के साथ 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ संपन्न होगा।