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सोनोग्राफी मशीन करीब 6 महीने से बंद , प्राइवेट में जांच करवाने के लिए रतलाम, नागदा जाना पड़ता है गर्भवती महिलाओं को

आलोट

15/Dec/2023

दुर्गा शंकर पहाड़िया ब्यूरो रिपोर्ट
आलोट सरकारी अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन तो है मगर इसका लाभ एक भी मरीज को नहीं मिल पा रहा है। पिछले 6 माह से एक कमरे में मशीन बंद पड़ी है, ऐसे हालात में उन महिलाओं को परेशानी हो रही है, जिनकी डिलीवरी होती है और उन्हें सोनोग्राफी कराना पड़ती है।अस्पताल में सुविधा का लाभ न मिलने पर गर्भवती महिलाओं को रतलाम या नागदा जा कर बाजार में 1000 रुपए देकर एक सोनोग्राफी करानी पड़ती है। परेशानी यही खत्म नहीं होती परिजनों के लिए महिलाओं को लेकर सोनोग्राफी सेंटर तक किराए का वाहन कर जाना पड़ता है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन डॉ.रवि दिवाकर ने कुछ समय तक को अल्ट्रा साउंड कीं, लेकिन बाद में सोनोग्राफी करना बंद कर दिया। अब मशीन भी दूसरी जगह शिफ्ट करा दी गईं हैं, मगर महिलाओं की सोनोग्राफी नहीं हो पा रही है। प्रबंधन का कहना है कि तकनीकी खराबी के कारण सोनोग्राफी करना बंद कर दिया है। आलोट सरकारी अस्पताल में बहू की डिलीवरी की जांच कराने आई महिला ने बताया कि 6 माह हो गए हैं, अब सोनाेग्राफी करानी थी, लेकिन अस्पताल में यह सुविधा नहीं है। हमें 1000 या 2000 रुपए में निजी वाहन करके या तो रतलाम या नागदा जाना पड़ेगा जिससे पूरा दिन लग जाता है।

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