स्मार्ट मीटर पर लगी रोक, करणी सेना परिवार का संघर्ष रंग लाया

रतलाम

05/Oct/2025

स्मार्ट मीटर पर लगी रोक, करणी सेना परिवार का संघर्ष रंग लाया।आपको बता दे की- मध्यप्रदेश में स्मार्ट मीटर के लगातार विरोध और जनसंघर्ष के परिणामस्वरूप मध्यप्रदेश राज्य विद्युत नियामक आयोग ने स्मार्ट मीटर की अनिवार्यता का नियम तीन साल आगे बढ़ाकर अब 31 मार्च 2028 तक के लिए स्थगित कर दिया है। इस फैसले से फिलहाल स्मार्ट मीटर अभियान की रफ्तार थम गई है।

 

याचिका में स्वयं कंपनियों ने स्वीकार किया कि सर्वर एकीकरण न होने और अप्रशिक्षित कर्मचारियों के कारण स्मार्ट मीटर की रीडिंग में गंभीर गलतियाँ हो रही हैं, जिससे उपभोक्ताओं को भारी-भरकम गलत बिलों का सामना करना पड़ रहा है। अब कंपनियाँ पहले तकनीकी कमियों को दूर करेंगी और प्रशिक्षित कर्मचारियों की भर्ती के बाद ही इस पर आगे कदम बढ़ाएँगी।करणी सेना परिवार प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने कहा –जब संघर्ष सड़कों पर होता है तो उसके परिणाम सफल साबित होते हैं। स्मार्ट मीटर के खिलाफ हमारी सड़क से उठी लड़ाई ने ही आयोग को अनिवार्यता का नियम तीन साल आगे बढ़ाने पर मजबूर किया। लेकिन यह केवल शुरुआत है, हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक स्मार्ट मीटर पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं लगाया जाता।”बता दें कि मध्यप्रदेश में सबसे पहले स्मार्ट मीटर विरोध की लड़ाई की शुरुआत भी जीवन सिंह शेरपुर के नेतृत्व ने बिजली पीड़ित उपभोक्ता समिति जावरा ने ही की थी। उन्होंने जावरा में MPEB कार्यालय का घेराव कर सरकार को यह चेतावनी दी थी कि यह आंदोलन किसी व्यक्ति, दल या समाज का नहीं है, बल्कि आम जनता के अधिकार, न्याय और सम्मान की लड़ाई है। “यदि भविष्य में जनहित की मांगों की अनदेखी की गई, तो करणी सेना परिवार प्रदेशव्यापी आंदोलन से पीछे नहीं हटेगा।”यह संघर्ष जनता के अधिकार और उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए है और करणी सेना परिवार इस आंदोलन को अंतिम मुकाम तक ले जाएगा।

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