पिपलौदा,
15/अप्रेल/2021,
ज़ियाउद्दीन क़ुरैशी की रिपोर्ट,
पिपलौदा भारत रत्न संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 130 वी जयंती सादगी पूर्ण रूप से मनाई गई । लॉकडाउन व धारा 144 का पालन करते हुए विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा अपने अपने घरो में ही बाबासाहेब को याद करते हुए उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए । अजाक्स के जिला महासचिव अंबाराम बोस एवं अन्य सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए ग्राम बोदिना स्थित बाबा साहब की स्टेचू पर माल्यार्पण किया माल्यार्पण के पश्चात अजाक्स के जिला महासचिव श्री बोस ने कहा कि बाबासाहेब एक राजनीतिज्ञ ही नहीं एक योद्धा मनीषी विद्वान दार्शनिक वैज्ञानिक समाजसेवी तथा धैर्यवान व्यक्तित्व के धनी थे उनकी अद्वितीय प्रतिभा अनुकरणीय है बाबासाहेब ने दलितों शोषितो के साथ-साथ महिलाओं के उत्थान के साथ देश को कई महत्वपूर्ण संस्थाओं की सौगात दी श्रम कानून की बात हो भारतीय रिजर्व बैंक स्थापना की बात हो बिजली ग्रिड स्थापना की बात हो या भारतीय संविधान निर्माण करने की बात हो जैसी कई संस्थाएं का निर्माण मैं बाबा साहब ने अपनी बुद्धिमता असाधारण परिपक्वता का परिचय देते हुए एक मजबूत लोकतंत्र और मजबूत संविधान दिया। कर्मचारी कल्याण महासंघ के प्रदेश संगठन मंत्री जगदीश परिहार आंबा ने कहा कि बाबा साहब द्वारा कठोर परिश्रम से निर्मित संविधान विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का धर्म ग्रंथ है भारतीय संविधान इसी से भारत का लोकतंत्र संचालित होता है हमें गर्व है कि इतना मजबूत संविधान बाबा साहब ने हमें दिया। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर सामाजिक युवा संगठन बोदिना के अध्यक्ष श्री दिनेश परिहार ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर एक उच्च कोटि के राजनेता थे जिन्होंने अपना समस्त जीवन समग्र भारत की कल्याण कामना में उत्सर्ग कर दिया खासकर भारत के 85% दलित सामाजिक आर्थिक तौर पर अभिशप्त थे इन्हें अभिशाप से मुक्ति दिलाना ही डॉक्टर अंबेडकर का जीवन संकल्प था इस अवसर पर बृजेश राठौर, पत्रकार जगदीश परिहार आंबा ,दिनेश परिहार , जगदीश मदन धमानिया ,मोतीलाल मालवीय, दिनेश, विजय ,अमरू लाल सोलंकी ,प्रकाश सोलंकी ,शांतिलाल बोस , भागीरथ परिहार, शंकरलाल दमानिया, अजय परिहार, धर्मेंद्र परिहार, राहुल परिहार, राकेश परिहार ,अनिल परिहार, बसंतीलाल बोरिया , धर्मेंद्र परिहार ,कैलाश चंद बामणिया ,विशेष रूप से उपस्थित थे।