Breaking News

जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक संपन्न, कपास मण्डी का शुभारम्भ 5 जनवरी को,हेरिटेज वाक 2 जनवरी को,स्वसहायता समूह संभालेंगे ग्राम की पेयजल व्यवस्था,कलेक्टर से मिलने आए बाजना क्षेत्र के मजदूरों की मजदूरी भुगतान सोमवार तक हो जाएगा, समुदाय की भागीदारी बढ़ाने “अडॉप्ट एन आँगनवाड़ी कार्यक्रम प्रारंभ,

रतलाम,

01 जनवरी 2022,

ओमीक्रोन वेरिएंट के दृष्टिगत जिला संकट प्रबंधन समूह की बैठक शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। बैठक में जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे, ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना मौजूद थे। शहर विधायक चैतन्य काश्यप ऑनलाइन बैठक से जुड़े थे। इसके अलावा कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, गोविंद काकानी, अपर कलेक्टर एम.एल. आर्य, सीईओ जिला पंचायत जमुना भिड़े, मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता, सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे, निगमायुक्त सोमनाथ झारिया, एसडीएम अभिषेक गहलोत, डॉ. गौरव बोरीवाल, डॉ. प्रमोद प्रजापति, नर्सिंग होम एसोसिएशन से डॉ. जयंत सूबेदार आदि उपस्थित थे। बैठक में कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट की चुनौती से निपटने के लिए रतलाम जिले में की गई तैयारियों से अवगत कराया या। जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे कलेक्टर ने कार्य योजना की जानकारी दी। बैठक में विधायक डॉ. पांडे ने कहा कि तीसरी लहर की स्थिति में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में दवाइयों व उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए आवश्यकता पड़ी तो विधायक निधि से भी राशि दी जाएगी। विधायक श्री काश्यप ने शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी पर्याप्त संख्या में सैंपल लेने पर जोर दिया। श्री काश्यप ने ऑक्सीजन प्लांट और ऑक्सीजन बेड की बेहतर कनेक्टिविटी की बात भी कही। विधायक मकवाना ने ग्रामीण क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में सेंपलिंग की बात कही।कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मेडिकल कॉलेज डीन को निर्देश दिए कि कॉलेज में आने वाले मरीजों के परीक्षण के लिए विशेष टीम तैनात रहेगी जो यह निर्णय लेगी कि मरीज को भर्ती किया जाना चाहिए अथवा नहीं या होम आइसोलेशन से उपचार हो जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि पॉजिटिव मरीज के परिजनों को भी क्वॉरेंटाइन किया जाएगा। बैठक में डॉ. प्रमोद प्रजापति द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन में बताया गया कि जिले में कुल 1221 ऑक्सीजन बेड आज की स्थिति में उपलब्ध है जिनमें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मदद से ऑक्सीजन सपोर्ट वाले बेड भी शामिल है। इसके अलावा बच्चों के लिए ऑक्सीजन बेड, हाई डेफिनेशिएनसी यूनिट, गहन चिकित्सा इकाई आईसीयू उपलब्धता के बारे में बताया गया। जावरा में भी मरीजों को उपचार के लिए इस बार अच्छी व्यवस्था है। पूरे जिले में अभी 723 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की उपलब्धता है कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि कि मेडिकल कॉलेज तथा जिला चिकित्सालय में 24 घंटे बिजली उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि मरीजों के परिजनों को मेडिसिन किट का वितरण किया जाए। पैरामेडिकल स्टाफ तथा ग्रामीण क्षेत्रों के प्राइवेट डॉक्टर्स को भी कोरोना उपचार के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। बताया गया कि जिले के विकासखंडों के शासकीय चिकित्सालयों में 560 बेड है, इनमें 200 बेड ऑक्सीजनयुक्त हैं। डॉक्टर जयंत सूभेदार ने रतलाम शहर में 15 प्राइवेट अस्पतालों में 602 बेड उपलब्धता की जानकारी दी। विधायक डॉ. पांडेय ने कहा कि मेडिकल कॉलेज तथा जिला चिकित्सालय में सुव्यवस्थित ढंग से कार्य निपटारे हेतु प्रशासक अधिकारी की तैनाती की जाना चाहिए जो सेवानिवृत्त व्यक्ति भी हो सकता है। जिले में की जा रही सैंपलिंग तथा टेस्टिंग की जानकारी में बताया गया कि बाजना तथा पिपलोदा में कार्य अपेक्षित नहीं हुआ है। इस पर कलेक्टर द्वारा सीएमएचओ को बाजना तथा डीपीएम को पिपलोदा पहुंचकर मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया गया। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में 5 कोविड पेशेंट जिले में हैं जो एसिंप्टोमेटिक हैं। कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय फीवर क्लिनिक पर आने वाले लाक्षणिक मरीजों को क्वॉरेंटाइन करने के निर्देश दिए। जिले में बच्चों के वैक्सीनेशन पर भी चर्चा की गई। कलेक्टर ने बताया कि जिले में 15 से 18 वर्ष आयु वाले लगभग 20 हजार ऐसे बच्चे हैं जो स्कूलों में दर्ज नहीं है। इनमें ड्रॉपआउट बच्चे, पन्नी बीनने वाले बच्चे आदि सम्मिलित हैं। उक्त प्रकार के बच्चों का भी ढूंढकर वैक्सीनेशन किया जाना है। कलेक्टर ने बताया कि आगामी 10 जनवरी के बाद 60 प्लस वालों का भी बूस्टर डोज वैक्सीनेशन किया जाएगा, जो ऐच्छिक रहेगा। बैठक में कलेक्टर द्वारा बताया गया कि रविवार को जिले में मास्क नहीं पहनने वालों के विरुद्ध सघन रूप से कार्रवाई की जाएगी।

रतलाम,

01 जनवरी 2022,

कृषि उपज मण्डी रतलाम में कपास मण्डी का शुभारम्भ 5 जनवरी को प्रातः 11.30 बजे किया जाएगा। सचिव कृषि उपज मण्डी ने कृषक बंधुओं से अधिकाधिक मात्रा में अपनी कपास मण्डी में लाना सुनिश्चित करें।

रतलाम,

01 जनवरी 2022,

रतलाम शहर में 2 जनवरी को हेरिटेज वॉक आयोजित की जाएगी। इसका उद्देश्य शहर के लोगों को उनकी प्राचीन धरोहर और उनके इतिहास स्थापत्य, कला, संस्कृति और अनछुए तथ्यों से अवगत कराना है। हेरिटेज वॉक का आयोजन शहर के गुलाब चक्कर से प्रातः 10:00 बजे से प्रारंभ होकर झाली तालाब होते हुए महलवाडा पर समापन होगा। इस मार्ग के बीच में आ रही ऐतिहासिक इमारतों की अनोखी जानकारी दी जाएगी। जिला प्रशासन तथा रतलाम हेरिटेज संस्था के संयुक्त तत्वाधान में उक्त हेरिटेज वाक शहर की प्राचीन धरोहरों तथा यशस्वी इतिहास को जानने एवं पहचानने के लिए आयोजित की जा रही है जो अनूठी पहल सिद्ध होगी जिसमें अधिकाधिक संख्या में लोग शामिल होंगे।

रतलाम,

01 जनवरी 2022,

आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करते हुए स्वयं सहायता समूह अब नल जल योजना में बिल संग्राहक के रूप में नियोजित किए जायेंगे। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जमुना भिड़े के मार्गदर्शन में नव वर्ष में नवाचार करते हुए स्वयं सहायता समूह को जल कर राशि संग्रहण के लिए चिन्हित करने एवं जलकर एकत्र कर उसके कमीशन से अपनी मासिक आय सुनिश्चित करने के लिए मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित स्वयं सहायता समूह को इस कार्य के लिए जिम्मेदारी दी गई है। राज्य शासन की मंशा के अनुसार जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्राम स्तर पर घर-घर नल जल कनेक्शन प्रदाय कर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की योजना संचालित की जा रही है। जिन  योजनाओं में कार्य पूर्ण हो गया है उनमें जल स्वच्छता एवं तदर्थ समिति के माध्यम से स्वयं सहायता समूह के साथ अनुबंध निष्पादन कर जल का संग्रहण का कार्य करने हेतु निर्णय लिया गया है। समूह ग्राम स्तर पर जल कर भरने  के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित भी करेंगे। जिले में कुल 329 नल जल योजना में से 38 योजनाएं पूर्ण हो चुकी है। इसमें से 19 ग्रामों में स्वयं सहायता समूह का चुनाव कर अनुबंध निष्पादन कर कार्य करने की कार्रवाई की जा रही है। रतलाम विकासखंड के तितरी एवं नलकुई तथा बाजना विकासखंड के आडापथ ग्राम में समूह के साथ अनुबंध उत्पादन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इनका पीएचई विभाग एवं एनआरएलएम द्वारा संयुक्त प्रशिक्षण आयोजित कर नव वर्ष में जल कर संग्रहण का  कार्य प्रारंभ किया जाएगा। इसके अंतर्गत समूह द्वारा पढ़ी-लिखी महिला को जलकर संग्रहण के लिए चयनित किया जाएगा एवं प्रतिमाह कुल  संग्रहित राशि का 10 प्रतिशत कमीशन के रूप में उक्त जल कर सखी को प्रदाय किया जाएगा। साथ ही पंचायत को भी राजस्व की नियमिन प्राप्ति होगी।

रतलाम,

01 जनवरी 2022,

शनिवार को जिले के बाजना क्षेत्र के कुछ मजदूर कलेक्ट्रेट परिसर में आकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम से मिले। इस दौरान पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी भी मौजूद थे। कलेक्टर ने मजदूरों की बात संवेदनशीलता और गंभीरता से सुनी। मजदूरों ने  वन विभाग के लिए  किए गए कार्य की जानकारी देते हुए मजदूरी नहीं मिलने की बात कही। कलेक्टर ने वाहन के द्वारा मजदूरों को जिला वन मंडल अधिकारी कार्यालय भिजवाया और जिला वन मंडल अधिकारी को निर्देशित किया कि समस्या का तत्काल समाधान करते हुए मजदूरी राशि दी जाए। कलेक्टर के निर्देश पर डीएफओ द्वारा दल का गठन किया गया है जो रविवार को मजदूरों द्वारा किए गए कार्य का सत्यापन करके रिपोर्ट दे देगा। इसके पश्चात सोमवार को मजदूरों के बैंक खातों में राशि डाल दी जाएगी। इसके साथ ही मजदूरों को रतलाम स्थित सिविक सेंटर में आवास व्यवस्था आदि भी उपलब्ध कराई गई है। उनका मेडिकल चेकअप भी करवाया गया है तथा एक बच्चे को चिकित्सालय उपचार आवश्यकता के दृष्टिगत जिला चिकित्सालय में भर्ती भी करवाया गया है। 

रतलाम,

01 जनवरी 2022,

प्रदेश में आँगनवाड़ी केन्द्रों को सुदृढ़ करने के लिये समुदाय की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से “अडॉप्ट एन आँगनवाड़ी” कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। कार्यक्रम में आँगनवाड़ी केन्द्रों को अपनाने के लिये जन-प्रतिनिधि, शासकीय कर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक संगठन, गैर-शासकीय संस्थाएँ, औद्योगिक संस्थाएँ और अन्य संगठन अधो-संरचना, आँगनवाड़ी संचालन, पोषण सुधार आदि गतिविधियों में सहयोग कर सकते हैं। आँगनवाड़ी केन्द्रों को अपनाने के लिये आँगनवाड़ी भवन एवं परिसर के लिये भूमि, आँगनवाड़ी भवन और कक्षों का निर्माण, पूर्व से निर्मित भवनों का सुधार, रंग-रोगन, पूर्व से निर्मित भवनों की बाउण्ड्री-वॉल का निर्माण, केन्द्र में हैण्ड-पम्प की स्थापना, बच्चों के लिये सुलभ शौचालय आदि के निर्माण में अपना सहयोग कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आँगनवाड़ी संचालन में सहयोग के लिये आउटडोर एवं इंडोर खेल सामग्री का प्रदाय, बच्चों को यूनिफार्म उपलब्ध कराना तथा केन्द्र के संचालन में आवश्यक सामग्री जैसे पंखा, घड़ी, फर्नीचर, बर्तन आदि उपलब्ध करा सकते हैं। साथ ही जन-प्रतिनिधि बच्चों के पोषण सुधार के लिये आवश्यक वित्तीय अथवा पोषण सामग्री का प्रदाय, अति कम वजन वाले बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भेजने के लिये आवश्यक सहयोग तथा उनके परिवार को आवश्यकतानुसार वित्तीय सहयोग अथवा सामग्री के रूप में सहायता प्रदान कर सकते हैं। आँगनवाड़ी केन्द्रों को अपनाने के लिये जिला स्तर पर जिला कलेक्टर को सहयोग राशि प्रदान की जा सकेगी। राशि, चेक अथवा बैंक ड्रॉफ्ट के रूप में ही स्वीकार की जायेगी।

Check Also

खेल चेतना मेला, 25वीं रतलाम अंतर विद्यालयीन खेलकूद प्रतिस्पर्धा का शुभारंभ समारोह

🔊 Listen to this