मंदसौर जिले के अफजलपुर थाना क्षेत्र के गांव सीखेडी , डीगाव माली , बासा खेड़ी व मोरखेडा में हाथभट्टी से अवैध कच्ची शराब बनाई जा रही।सीतामऊ थाना पुलिस द्वारा बताया कि मुलबिर की सूचना पर सीतामऊ दमाखेडी रोड पर आयशर गाड़ी को रोक कर तलाशी ली गई जिसमें उर्वरक खाद के नीचे 15 क्विटल अवैध डोडा चुरा भर कर परिवहन करते गया,मंदसौर के गांधी चौराहा पर बेंड बाजे वाले कलाकार बैठे अनिश्चितकालीन धरने पर,

मंदसौर से बी एल धमानिया की रिपोर्ट,

मंदसौर जिले के अफजलपुर थाना क्षेत्र के गांव सीखेडी , डीगाव माली , बासा खेड़ी व मोरखेडा में हाथभट्टी से अवैध कच्ची शराब बनाई जा रही।
खास कर ये गोरख धंधा लॉक डाउन के समय बड़ी मात्रा में फला फुला , ये अवेध धंधा किसकी शरक्षण में चला अब पुलिस पर सवाल उठना लाजमी है।
दरअसल आपको बता दे की मुकबिर की सूचना पर इस अवेध धंधे पर नकेल कसते हुए मंदसौर आबकारी विभाग अधिकारी नरेन्द्र सिंह डामोर अपनी टीम के साथ बाछडा समुदाय के डेरे में दबिश दी गई जहां पर अवेध रूप से कच्ची शराब बनाई जा रही थी ।
53 लीटर बल्क कच्ची शराब बरामद किया गया ।
लेकिन अफजलपुर थाना क्षेत्र के गांव सीखेडी में बछड़ा समुदाय की महिला और पुरुषों ने आबकारी विभाग की टीम पर हमला करते हुए पत्थर बाजी की गई ।
इस घटना में गनी मत ये रही कि कोई हताहत नहीं हुआ।
उक्त घटना की शिकायत अफजलपुर थाने पर की गई जिसमें 2 नामजद पुरुष विजय बाछडा , राहुल बाछड़ा अन्य 8,10 अज्ञात महिलाओं पुरुषों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई लेकिन इस घटना को 36 घंटे से अधिक समय बित गया लेकिन अभी तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है ।
गोरतलब है कि सीखेडी गाव थाना से महज ही 10,12 किलो की दूरी पर है । मंदसौर जिले सीतामऊ थाना पुलिस ने 15 क्विंटल अवैध मादक पदार्थ डोडा चूरा पकड़ा गया ।
सीतामऊ थाना पुलिस द्वारा बताया कि मुलबिर की सूचना पर सीतामऊ दमाखेडी रोड पर आयशर गाड़ी को रोक कर तलाशी ली गई जिसमें उर्वरक खाद के नीचे 15 क्विटल अवैध डोडा चुरा भर कर परिवहन करते गया।
उक्त कार्यवाही में एक आरोपी को गिरफ्तार कर
NDPS एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया । मंदसौर के गांधी चौराहा पर बेंड बाजे वाले कलाकार बैठे अनिश्चितकालीन धरने पर ।
धरने पर बेंड कलाकारों ने संगीत बजा कर अपनी मुख्य मांगे और पीड़ा व्यक्ति की गई ।
दरअसल आपको बता दे की जब से देश कोरॉना वायरस के चलते सम्पूर्ण देश में लाक डाउन कर दिया था जिसकी वजह से सभी बड़े आयोजन निरस्त हो गए थे ।
जिस कारण ढोल, बेंड , डीजे बन्द हो गए थे ।
जिस कारण अब इन कलाकारों को बेहद आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है ।
सरकार को चेतावनी देते हुए कहा गया कि यदि सरकार हमारी आर्थिक मदद नहीं करती है तो हमें मजबूरन उग्र आंदोलन करना पड़ेगा।

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