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दीपावली पर्व के पूर्व एसबीआई ने बांटी नए नोटों की गड्डियां।

दीपावली पर्व के पूर्व एसबीआई ने बांटी नए नोटों की गड्डियां।

वितरण व्यवस्था में लगा पक्षपात का आरोप।

रतलाम- जिले के सैलाना नगर में दिवाली पर्व के पूर्व नगर की सबसे बड़ी बैंक स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया की स्थानीय शाखा में 10 के नए नोटों की गड्डियों के वितरण में पक्षपात का आरोप लगे। आरोप है की बैंक कर्मचारियों ने अपने परिचितों व करीबियों को ही ये गड्डियां वितरित की। बाकी लोगों को गड्डिया देने से इनकार कर दिया। सवाल करने पर बैंक कर्मचारी बिफर पड़े और संबंधित उपभोक्ताओं को गड्डियां देने से साफ इनकार करते हुए अपने खाते किसी अन्य बैंक में ले जाने को बोला। कई उपभोक्ताओं ने इस प्रकार की शिकायत मीडिया कर्मियों के समक्ष की है।

यह है मामला-

दरअसल सैलाना में एसबीआई ट्रेजरी शाखा होने से दिवाली पुर्व सिक्के व छोटे नोटों की गड्डियों का वितरण अधिकतर यही से होता है। शासकीय योजनाएं भी अधिकतर यहीं से संचालित होने के कारण अधिकतर उपभोक्ता एसबीआई के ही होते हैं। आज बुधवार सुबह प्रचार माध्यमों से ये प्रचारित किया गया कि 10 के नए नोट व 20 के नए नोटों की गड्डियां एसबीआई में वितरित होना है। यह खबर मिलते ही कई लोग लाईन में लगकर गड्डियां लेने पहुंचे। परंतु इसमें बंदर बांट नजर आई। लगभग घंटे- डेढ़ घंटे अपने वाले को गड्डिया वितरित करने के पश्चात बैंक कर्मचारियों ने बाद में उपस्थित उपभोक्ताओं को गड्डिया देने से साफ इनकार कर दिया। कई महिलाएं भी लाईन में खड़ी थी, पर उनका नंबर आया तब तक काउंटर पर बैठी महिला कर्मचारियों ने उन्हें गड्डिया देने से इनकार करते हुए कहा कि आप चाहे तो दूसरी बैंक में अपना खाता खुलवा ले। यह बात इसलिए कही गई क्योंकि उपभोक्ता महिला ने सामने पड़ी गड्डिया देखकर उसे देने के लिए महीला कर्मचारी से कहा। कुछ देर में इस बात को लेकर आक्रोश छा गया।

कुमावतपुरा निवासी 80 वर्षीय नंदलाल कुमावत, गोविंद आदिवासी, प्रमिला दायमा, सीता पांचाल, सुनील पाटीदार, नंदकिशोर कसेरा, अमित परिहार, दिव्यांश उपाध्याय आदि ने बैंक प्रबन्धन के इस बेरुखे व्यवहार को गलत बताया व आगे शिकायत करने की बात भी कहीं।

उधर बैंक प्रबंधक कुलदीप का कहना है कि किसी को भी गड्डिया देने से इनकार नहीं किया गया। जितनी भी गाड़ी आई थी सभी वितरित हो गई। उसके बाद उपभोक्ताओं को मना किया गया। उपभोक्ताओं के साथ रुखे व्यवहार का भी प्रबंधन ने खंडन किया।

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