Breaking News

घर-घर गुंजे संजा के गीत

घर-घर गुंजे संजा के गीत

रतलाम

20/sept/2024

रतलाम ब्यूरो चीफ कृष्णकांत मालवीय 

रतलाम जिले के सैलाना नगर मे “संजा पर्व” भाद्रपद माह के शुक्ल पूर्णिमा से पितृमोक्ष अमावस्या तक पितृपक्ष में कुंआरी कन्याओं द्वारा मनाया जाने वाला पर्व है। संजा को कुवारी बालिका सायंकाल के समय पूजती है । ओर पूजते समय बालिकाओ द्वारा ये गीत गलियो मे गुंजे। काजल टीकी लो बई, काजल टीकी लो, काजल टीकी लई ने संजाबाई ने दो, छोटी सी गाड़ी लुड़कती जाये, लुड़कती जाये, जिमे बैठिया संजाबाई ऐसे गीत शाम को घर-घर सुनाई दिये। संजा के इस सोलह दिन के कार्यक्रम में कुवारी कन्याऐ घर के आगे गोबर से लिप कर या बाजार में तैयार संजा को दिवार पर चिपका कर आरती उतारती है। ऐसी मान्यता है कि कुवारी कन्या अच्छे वर की कामना के लिए यह संजा सोलह वर्षों तक लगातार यह वृत करती है। मान्यता है कि ऐसा वृत करने से मन चाहा वर मिलता है।

Check Also

ग्राम पंचायत उमर थना की और से पुरे देश प्रदेश वासियो व रतलाम जिले की जनता से आग्रह है की हर घर तिरंगा 8 अगस्त से 15 अगस्त तक लगाना अनिवार्य है और 79वा स्वतंत्रता दिवस रक्षाबंधन जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं

🔊 Listen to this ग्राम पंचायत उमर थना की और से पुरे देश प्रदेश वासियो …