जिले में अब तक 243 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण किया गया – मुख्यमंत्री श्री चौहान 4 जुलाई को करेंगे मुख्यमंत्री सीखो- कमाओ योजना के पंजीयन की शुरुआत युवाओं से संवाद भी होगा

रतलाम

03/ Jul/2023

रतलाम जिले में अब तक 243 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है इसके अलावा 18 परिसर निर्माणाधीन है। सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण सार्वजनिक स्थलों, हाट बाजारों, मेला स्थलों, मुख्य मार्गो इत्यादि स्थानों पर जन सुविधा की दृष्टि से किया गया है। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जमुना भिड़े ने बताया कि रतलाम जिले में वित्तीय वर्ष 2020-21 में 55 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण स्वीकृत किया गया था। शत प्रतिशत स्वीकृत परिसरों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया। वर्ष 2020-21 में आलोट विधानसभा क्षेत्र में 19, जावरा में 10, रतलाम ग्रामीण में 15 तथा सैलाना में 111 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण किया गया था। आगे चलकर वर्ष 2021-22 में सामुदायिक स्वीकृति दी गई, इनमें से 140 परिसरों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया। इनमें से तीन अभी निर्माणाधीन है। वर्ष 2021-22 में आलोट में 40, जावरा में 32, रतलाम ग्रामीण में 30 तथा सैलाना में 38 परिसरों का निर्माण किया गया। वित्तीय वर्ष 2022-23 में रतलाम जिले में 63 सामुदायिक स्वच्छता परिसर निर्माण स्वीकृत किए गए। इनमें से 48 का निर्माण पूर्ण कर दिया गया। इस वर्ष में आलोट में 22, जावरा में 10, रतलाम ग्रामीण में 8 तथा सैलाना में 8 परिसरों का निर्माण किया गया। अभी सैलाना में 8 तथा रतलाम ग्रामीण में 7 परिसरों का निर्माण प्रगति पर है। प्रत्येक सामुदायिक स्वच्छता परिसर की लागत 3 लाख 60 हजार रुपए हैं।

रतलाम

03/Jul/2023

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं को कौशल विकास के साथ ही लर्न एंड अर्न की तर्ज़ पर ऑन जॉब ट्रेनिंग की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की लागू की है। मुख्यमंत्री 4 जुलाई को इस योजना में युवा आवेदकों के पंजीयन की प्रक्रिया की शुरुआत करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान भोपाल के रवींद्र भवन में होने वाले कार्यक्रम में युवाओं से संवाद भी करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के युवाओं में कौशल विकास क्षमता को बढ़ा कर उन्हें रोज़गार से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का प्रभावी क्रियान्वयन शुरू किया है। इस योजना में युवाओं को उद्योगों के साथ सर्विस सेक्टर में कौशल प्रशिक्षण दिलाते हुए स्टाइपेंड की व्यवस्था की गई है। युवाओं को नवीनतम तकनीक और प्रक्रिया से व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रथम चरण में एक लाख युवाओं को रोज़गारोन्मुखी कौशल में प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य है। आवश्यकतानुसार लक्ष्य को बढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को 8 हज़ार से 10 हज़ार रूपये प्रतिमाह स्टाइपेंड प्राप्त होगा। प्रशिक्षण के बाद निर्धारित परीक्षा उत्तीर्ण करने पर अथवा फ़ॉर्मेटिव एसेसमेंट के बाद मध्य प्रदेश राज्य कौशल विकास एवं रोज़गार बोर्ड द्वारा स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग का प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। इसके लिए योजना से कंपनियों और सर्विस सेक्टर को जोड़ा गया है। योजना में देश एवं प्रदेश के ऐसे औद्योगिक एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठान पात्र होंगे, जिनके पास PAN और GST पंजीयन है। अब तक लगभग 10 हज़ार 429 प्रतिष्ठानों को पंजीकृत किया जा चुका है। इनमें 23 अन्य राज्य के प्रतिष्ठान भी शामिल हैं। प्रतिष्ठानों द्वारा लगभग 34 हज़ार 690 वेकेन्सी(प्रशिक्षण की सीट) क्रिएट की जा चुकी है। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में 18 से 29 वर्ष आयु तक के मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी युवा पात्र हैं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई उत्तीर्ण या उससे उच्च है। चयनित युवा छात्र, प्रशिक्षणार्थी कहलाए जाएंगे। प्रत्येक कोर्स के लिए देय स्टाइपेंड का निर्धारण प्रावधानित न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया गया है। इसमें 12वीं या उससे कम कक्षा उत्तीर्ण युवाओं को 8 हज़ार रूपये प्रतिमाह, आईटीआई उत्तीर्ण को 8 हज़ार 500, डिप्लोमा उत्तीर्ण को 9 हज़ार तथा स्नातक उत्तीर्ण अथवा इससे उच्च शैक्षणिक योग्यता वाले प्रशिक्षणार्थी युवाओं को 10 हज़ार रूपए प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जाएगा। युवा, मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना का पंजीयन https://mmsky.mp.gov.in/ पर नि:शुल्क कर सकते हैं। पंजीयन के बाद संबंधित को लॉगिन आईडी एवं पासवर्ड SMS अथवा ई-मेल द्वारा प्राप्त होगा। पंजीयन के समय किसी समस्या का समाधान पोर्टल पर दिए गए हेल्प-डेस्क पर संपर्क कर किया जा सकता है।

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