रतलाम,
13 जून 2021,
शासकीय मेडिकल कॉलेज के 550 बेड क्षमता वाले हॉस्पिटल में रविवार को केवल 37 पेशेंट भर्ती थे, और यहाँ 513 बेड रिक्त हो गए। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि आज 11 पेशेंट डिस्चार्ज हुए वहीं 04 मरीज को भर्ती किया गया। आईसीयू में 56 में से 19 बेड पर पेशेंट भर्ती है। एचडीयू में 172 में से 8 बेड पर मरीज भर्ती है। ऑक्सीजन बेड 180 में से 8 पर पेशेंट भर्ती है। नॉन ऑक्सीजन बेड 142 में से 2 बेड पर पेशेंट भर्ती है। कुल 37 पेशेंट भर्ती हैं जिनमें से 17 कोरोना पाजिटिव है तथा शेष ऑक्सीजन लेवल एवं अन्य समस्याओं वाले हैं। मेडिकल कॉलेज में आज रिक्त बेड 513 रहे। उन्होंने बताया कि आज रेमडेसिविर की स्थिति अनुसार टोटल रिसीव्ड 7580, डिस्ट्रीब्यूटेड 1557, कन्ज्यूमड 5946, करंट स्टाक 77 रहा।
रतलाम,
13 जून 2021,
कोरोना संक्रमण की द्वितीय लहर से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण नामली उप मंडी में सभी जिंसों की खरीदी बिक्री बंद थी। जिला प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशानुसार 15 जून मंगलवार से पूरे सप्ताह प्रतिदिन 150 वाहन लहसुन एवं 25 वाहन अनाज, दलहन, तिलहन की क्रमशः नीलामी आरंभ की जाएगी जिसके लिए कृषकों को एक दिवस पूर्व अपने मोबाइल के माध्यम से पंजीयन करवाना होगा, मंडी सचिव ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि पंजीयन 14 जून से निर्धारित किए गए समय प्रातः 8 से 10 बजे किए जाएंगे। पंजीकृत कृषकों को मंडी समिति द्वारा एस.एम.एस. के माध्यम से सूचना दी जाएगी। मंडी प्रांगण में कृषि उपज की नीलामी के समय मंडी कर्मचारी एवं व्यापारी के अतिरिक्त अन्य किसी भी व्यक्ति का नीलामी स्थल पर प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। मंडी में अधिकृत मोबाइल नंबर एवं पंजीयन करने वाले कर्मचारी प्रातः 8:00 से दोपहर 10:00 तक उपलब्ध रहेंगे। ये कर्मचारी आशीष कर्णधार (9977800563) तथा धर्मेंद्र निनोरिया (8959538911) हैं। किसान को उक्त नंबरों पर प्रति दिवस निर्धारित समय पर फोन कर अपना विवरण दर्ज कराया जाना आवश्यक होगा। मंडी प्रांगण में कृषि उपज विक्रय करने हेतु आने वाले कृषकों को यह निर्देश भी दिए गए हैं कि कृषक निर्धारित दिनांक को ही लहसुन अथवा प्याज ट्रैक्टर ट्राली या अन्य अनाज वाहन में मंडी द्वारा दी गई शर्तों के अधीन लाएं। वाहनों का प्रवेश प्रातः 7:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक निर्धारित रहेगा। इसके पश्चात आने वाले वाहनों को मंडी प्रांगण में प्रवेश नहीं दिया जा सकेगा। प्रवेश द्वार पर मोबाइल पर मैसेज एवं पहचान पत्र दिखाने पर कर्मचारी द्वारा प्रवेश पर्ची जारी की जाएगी। एक वाहन पर एक ही कृषक की कृषि उपज लाई जाए, जिसमें अधिकतम दो व्यक्ति जिसमें कृषक एवं एक वाहन चालक सम्मिलित होगा। शारीरिक रूप से कमजोर बुजुर्ग, बच्चों को अपने साथ नहीं लाएं। प्रत्येक कृषक को अपने मुंह पर मास्क लगाना अनिवार्य है। इन शर्तों का पालन करने पर ही मंडी प्रांगण में वाहन का प्रवेश दिया जा सकेगा। मंडी प्रांगण में प्रवेश करते समय अपने हाथ को सेनेटाइज करें। मंडी प्रांगण में नीलामी हेतु निर्धारित स्थान पर अपने वाहन कतारबद्ध ही खड़ा करेंगे एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य रूप से करेंगे। नीलामी में भाग लेने वाले व्यापारी एवं प्रतिनिधि जिनका वैक्सीनेशन हो गया है उसे नीलामी में भाग लेने दिया जाएगा। अन्य किसी भी व्यक्ति का प्रवेश (आडतिया) को नीलामी में भाग नहीं लेने दिया जाएगा। वाहन में ही खुली नीलामी की जाएगी। कृषक अपनी कृषि उपज वाहनों में खुली लेकर आएं। शासकीय अवकाश एवं बैंक अवकाश के दिन में नीलम कार्य बंद रहेगा।
रतलाम,
13 जून 2021,
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अब शादी-विवाह में वर-वधु पक्ष के 20-20 व्यक्ति सम्मिलित हो सकेंगे। सम्मिलित हो रहे सभी व्यक्तियों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य होगा। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों से प्राप्त सुझावों के आधार पर 15 जून तक नई गाइड लाइन जारी की जायेगी। कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के साथ-साथ सभी अनाथ बच्चों के जीवन-यापन, आहार, शिक्षा और उनके आसरे की व्यवस्था सरकार और समाज द्वारा की जायेगी। हमारी सरकार संवेदना की सरकार है। किसी को भी मजबूर और बेबस नहीं रहने दिया जायेगा। कोरोना काल में बेसहारा हो गये परिवारों के संबंध में संवेदनशीलता के साथ निर्णय लिया जायेगा। जिन व्यक्तियों की कोरोना से मृत्यु हुई है, उनके प्रमाण पत्र के संबंध में भी राज्य सरकार निर्णय लेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विधायकगण अब विधायक निधि से 50 प्रतिशत तक का उपयोग जरूरतमंदों की मदद के लिए कर सकेंगे। कोरोना के प्रभाव को दृष्टिगत रखकर राज्य सरकार इस प्रकार की व्यवस्था कर रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान जिलों की क्राइसिस मेनेजमेन्ट कमेटी के सदस्यों को निवास से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी और आयुक्त स्वास्थ्य आकाश त्रिपाठी उपस्थित थे। बैठक में कोरोना संक्रमण की प्रदेश में वर्तमान स्थिति और तीसरी लहर की संभावनाओं की स्थिति पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। जिला स्तरीय समिति के सदस्यों ने कोरोना संक्रमण नियंत्रण के संबंध में सुझाव भी दिए। इस अवसर पर रतलाम एनआईसी कक्ष में विधायक चेतन्य काश्यप, राजेंद्रसिंह लुनेरा, गोविंद काकानी, कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती मीनाक्षी सिंह आदि उपस्थित थे। इस दौरान रतलाम शहर विधायक चैतन्य काश्यप ने मुख्यमंत्री से चर्चा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के साथ-साथ रतलाम भी ऊंचाइयों को स्पर्श कर रहा है, रतलाम में भी कोरोना नियंत्रण में है। श्री काश्यप ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि यदि कोरोना की तीसरी लहर आती है तो तैयारियों के संदर्भ में बच्चों के उपचार के लिए पैरामेडिकल स्टाफ को विशेष रूप से ट्रेंड किया जाए। उनके लिएआईसीयू बेड तथा वहां बच्चों की माताओं के लिए भी व्यवस्था की जाना चाहिए। श्री काश्यप ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि रतलाम मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल का शुभारंभ भी आपके कर कमलों से शीघ्र हो जाए। श्री काश्यप ने शादी ब्याह में व्यक्तियों के सम्मिलित होने की संख्या का निर्णय पूरे प्रदेश में एक जैसा रखने का अनुरोध किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल कल्याण योजना को सभी अनाथ बच्चों के लिए एक स्वरूप में लागू करने की बात करते हुए कहा कि कहा कि मध्यप्रदेश की यह योजना देश में बहुत अच्छी योजना होगी। मुख्यमंत्री से चर्चा करते हुए राजेंद्रसिंह लुनेरा ने शादी ब्याह में सम्मिलित होने वाले व्यक्तियों की संख्या में वृद्धि का अनुरोध किया। इसी प्रकार गोविंद काकानी ने रतलाम जिले में टीकाकरण के लिए लागू की गई एटीन प्लस प्रोत्साहन योजना को सफल एवं अनूठी बताते हुए मुख्यमंत्री मंत्री से कहा कि उक्त योजना पूरे प्रदेश में लागू करने योग्य है।
राजनैतिक, सामाजिक गतिविधियाँ, जुलूस-जलसे प्रतिबंधित रहेंगे,
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण का संकट अभी गया नहीं है। तीसरी लहर की संभावना है। सावधानी और सतर्कता की आवश्यकता है। राजनैतिक, सामाजिक गतिविधियाँ, जुलूस-जलसे, भीड़ वाली गतिविधियाँ प्रतिबंधित रहेंगी। स्कूल-कॉलेज,खेलकूद, स्टेडियम में कार्यक्रम आदि पर भी प्रतिबंध रहेगा।
प्रभावी रहा जन-भागीदारी मॉडल
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जन-भागीदारी मॉडल के प्रभावी क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है। हमें तीसरी लहर को रोकने के लिए लगातार सक्रियता बनाए रखना होगी। अमेरिका, इंग्लैंड और सिंगापुर के अनुभव यही बताते हैं कि जहाँ कोरोना अनुरूप व्यवहार का पालन गंभीरता से हुआ, वहाँ संक्रमण पुन: नहीं फैला। लेकिन जहाँ व्यवहार सामान्य रहा और लापरवाही बढ़ी वहाँ संक्रमण पुन: फैलना आरंभ हो गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समिति सदस्यों से कोरोना संक्रमण नियंत्रण, बाजार और व्यापारिक गतिविधियों को खोलने और टीकाकरण के संबंध में सुझाव भी माँगे।
क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों ने टीम के रूप में कार्य किया
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में संक्रमण नियंत्रण में है। ग्राम, वार्ड, नगर और जिला स्तर पर क्राइसिस मेनेजमेन्ट कमेटियों द्वारा संभाले गए दायित्व, परिश्रम और सहयोग के कारण ही कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सका है। अब स्थिति सुखद है। आज केवल 274 केस आए हैं। बीस जिलों में एक भी प्रकरण नहीं है। केवल भोपाल, इंदौर और जबलपुर में प्रकरण दो डिजिट में हैं। पॉजिटिविटी रेट 0.3% पर पहुँच गयी है। यह सब सांसद, विधायक, जन-प्रतिनधियों, स्वयं-सेवी संस्थाओं, शासकीय कर्मचारियों के परिश्रम और जन-सहयोग से संभव हो पाया है। यह मानव सेवा का उत्तम उदाहरण है। तीसरी लहर की चेतावनी सामने है और ब्लैक फंगस की चुनौती बनी हुई है। अभी क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों का काम समाप्त नहीं हुआ है। इन कमेटियों ने ग्राम, वार्ड, जिला और नगर स्तर पर बेहतर टीम के रूप में कार्य किया है। अभी आगे भी इन्हें जिम्मेदारी संभालनी है।
प्रतिदिन 80 हजार टेस्ट जारी रहेंगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा कि इंग्लेंड में 90 दिन लॉकडाउन के बाद अनलॉक के साथ ही कोरोना के प्रकरण बढ़ने लगे हैं। इस स्थिति में कोरोना की लहर को रोकने और उसकी तीव्रता को कम करने की व्यवस्था आवश्यक है। अत: प्रदेश में 80 हजार टेस्ट प्रतिदिन होंगे। हमारा प्रयास होगा कि जिले के हर भाग में टेस्ट हो। टेस्ट में पॉजिटिव आने पर प्रत्येक की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कराई जाएगी। जो व्यक्ति पॉजिटिव आया है उसे होम आयसोलेशन में या कोविड केयर सेंटर में रखा जाएगा। प्रदेश में किल-कोरोना अभियान जारी रहेगा। सर्दी, खांसी, जुकाम के प्रकरण मिलते ही इलाज आरंभ किया जाएगा।
रामबाण है मास्क
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें संक्रमण को नियंत्रित भी करना है और रोजगार एवं व्यापार चलाना भी है। अत: सावधानियाँ आवश्यक हैं। दुकानदारों, ग्राहकों, राहगीरों के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को नियम बनाने होंगे। कोरोना से बचाव में मास्क रामबाण है, अत: मास्क के उपयोग, परस्पर दूरी बनाए रखने, बार-बार हाथ धोने और भीड़ न लगाने के संबंधी नियमों का हम सबको पालन करना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जन-भागीदारी से यह व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कर मध्यप्रदेश को देश में मॉडल राज्य के रूप में स्थापित किया जाएगा।
क्षेत्रीय भाषाओं में संदेश और नवाचार से करें टीकाकरण के लिए प्रेरित
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा टीकाकरण का दायित्व लेने के लिए उनका आभार मानते हुए कहा कि टीकाकरण के लिए जन-सामान्य को प्रेरित करने के उद्देश्य से ग्राम और वार्ड स्तर पर जन-जागरण अभियान चलाया जाए। क्षेत्रीय भाषाओं में संदेश, स्लोगन आदि के उपयोग के साथ-साथ अन्य नवाचार भी किए जाएँ।
जन-हितैषी योजनाओं के क्रियान्वयन में भी कमेटियाँ निभाएँ जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कोविड-19 विशेष अनुग्रह योजना, मुख्यमंत्री कोविड योद्धा कल्याण योजना, मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना, मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकम्पा नियुक्ति योजना जैसी जन-हितैषी योजनाएँ लागू की गई हैं। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ जिला स्तर पर इन योजनाओं का पूरी संवेदनशीलता और सक्रियता से क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
स्वस्थ रहने का आधार है योग
मुख्यमंत्री श्री चौहान कहा कि योग से निरोग कार्यक्रम का विस्तार ग्राम और वार्ड स्तर पर किया जाना है। जन-जन को प्रेरित कर योग को स्वस्थ रहने के आधार के रूप में स्थापित करना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में अधिक से अधिक लोगों से भाग लेने की अपील की।
डॉ. मुखर्जी के बलिदान दिवस से वृक्षारोपण का विशेष अभियान चलेगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस 23 जून को है और 6 जुलाई को उनकी जयंती है। अत: इस अवधि में वृक्षारोपण का विशेष अभियान चलाया जाए। पेड़ जीते-जगाते ऑक्सीजन प्लांट हैं। प्रदेश में जितना अधिक वृक्षारोपण होगा, प्रदेश उतना ही ऑक्सीजन सम्पन्न होगा।
प्रत्येक गाँव में होंगे दो स्वास्थ्य सहायक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक गाँव में एक महिला एवं एक पुरूष को और प्रत्येक विकासखंड स्तर पर तीन व्यक्तियों को स्वास्थ्य जागरूकता पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये स्वास्थ्य सहायक ग्राम स्तर पर कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता पर काम करेंगे। तीसरी लहर को देखते हुए अस्पतालों और ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था, दवाओं और अन्य आवश्यक सामग्री की आपूर्ति के लिए राज्य शासन प्रतिबद्ध है।
ब्लड कैंसर से प्रभावित बच्चे के लिए तत्काल जारी की सहायता राशि
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उमरिया में ब्लड कैंसर से प्रभावित बच्चे के लिए बैठक से ही 50 हजार रूपए की सहायता स्वीकृत की। उमरिया की जिला आपदा प्रबंधन समिति ने ब्लड कैंसर से प्रभावित बच्चे की जानकारी देते हुए उसके इलाज के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निवेदन किया था। इस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तत्काल 50 हजार रूपए स्वीकृत करते हुए आगे और सहायता के लिए बच्चे की बीमारी की संपूर्ण जानकारी मुख्यमंत्री सचिवालय भेजने के निर्देश दिए।
मध्यप्रदेश अब देश में 26वें नंबर पर,
क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों से संवाद के इस कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने कोरोना के परिदृश्य पर प्रस्तुतीकरण दिया। जानकारी दी गई कि प्रदेश में आज मात्र 274 कोरोना प्रकरण आए हैं। प्रदेश और देश में कोरोना के प्रकरणों में लगातार कमी आ रही है। मध्यप्रदेश अब पूरे देश में 26वें नंबर पर है। त्रिपुरा, मणिपुर, मिजोरम जैसे छोटे राज्यों में भी मध्यप्रदेश से अधिक प्रकरण हैं। प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि मार्च 2020 में देश को कोरोना संक्रमण प्रभावित करने लगा था। बचाव के लिए लॉकडाउन किया गया। अनलॉक के 109 दिन बाद पहली लहर का पीक आया जिसमें 16 सितम्बर को एक दिन में देश में 97 हजार 860 केस रजिस्टर किए गए। इसके बाद केस कम हुए, परंतु चार माह बाद पुन: केस बढ़ने लगे और दूसरी लहर का पीक 6 मई को आया, जब एक दिन में 4 लाख 14 हजार 280 केस रजिस्टर किए गए।
इंग्लेंड, अमेरिका और सिंगापुर की स्थिति का हुआ प्रस्तुतीकरण,
प्रस्तुतीकरण में अमेरिका, इंग्लेंड और यूरोप के अन्य देशों की स्थिति को भी दर्शाया गया। जहाँ अनलॉक और जीवन एवं व्यवहार सामान्य होने के साथ ही प्रकरण पुन: बढ़ने लगे हैं। साथ ही सिंगापुर का आदर्श उदाहरण भी प्रस्तुत किया गया, जहाँ कोविड अनुरूप व्यवहार का कड़ाई से पालन करने के परिणामस्वरूप स्थिति लगातार नियंत्रण में है और प्रतिदिन आने वाले प्रकरणों की संख्या 100 से कम है। अत: कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए कोविड अनुकूल व्यवहार आवश्यक है।
18 जिलों में कोई प्रकरण नहीं,
प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि प्रदेश में ग्रोथ रेट अब 0.1% है। रिकवरी रेट 98.3% पहुँच गया है। सात दिन की औसत पॉजिटिविटी दर नियंत्रण में है। प्रदेश के 18 जिलों में अब कोई प्रकरण नहीं है। 31 जिले ऐसे हैं, जिनमें प्रत्येक जिले में प्रकरण 10 से कम है। तीन जिलों में ही आँकड़ा दहाई में है। भोपाल में 88, इंदौर में 82 और जबलपुर में 18 प्रकरण हैं।
जिला क्राइसिस कमेटियों से संवाद में निम्नलिखित सुझाव प्राप्त हुए,
- अर्धघुमक्कड़ समाज के लोगों को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाए।
- अनलॉक के बाद व्यापारियों और कर्मचारियों को 18 दिन के अंदर टीकाकरण अनिवार्य किया जाए।
- शादी में सम्मिलित होने वाले परिजनों की संख्या बढ़ाई जाए। प्रत्येक व्यक्ति का टीकाकरण और टेस्टिंग अनिवार्य हो।
- जिलों को टीके उपलब्ध होने की सूचना कम से कम चार दिन पहले दी जाए।
- त्यौहारों की गाइड लाइन राज्य स्तर से जारी हो।
- डिंडौरी द्वारा मांग की गई कि छत्तीसगढ़ अंतर्राज्यीय बस सेवा को अस्थाई रूप से स्थगित किया जाए।
- साप्ताहिक हाट बजार बंद रहें।
- 50 प्रतिशत क्षमता के साथ होटलों का संचालन आरंभ किया जाए।
- वरिष्ठजनों की सुविधा के लिए ड्राइव इन टीकाकरण की व्यवस्था की जाए।
- भीड़ नियंत्रण के लिए बाजारों का समय शाम 5 बजे तक निश्चित किया जाए।
- मॉल को टोकन सिस्टम के साथ आरंभ किया जाए।
- शादी-विवाह के आयोजन दिन के समय में हो।
- तीसरी लहर को देखते हुए पैरामेडिकल स्टाफ को बच्चों के टीकाकरण और इलाज के लिए आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाए।
- मृत्यु भोज पर नियंत्रण हो।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भीड़ नियंत्रण के लिए कड़ाई से कार्रवाई हो।
- शासकीय और अशासकीय अस्पतालों में बेहतर समन्वय सुनिश्चित किया जाए।
रतलाम,
13 जून 2021,
छोटे बच्चों में भावनात्मक विकास और शैक्षणिक समझ विकसित करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ‘आओ सीखें’ कार्यक्रम में 15 जून से 15 जुलाई तक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से विभिन्न छोटे ऑडियो और वीडियो भेजे जाएँगे। संचालक, राज्य शिक्षा केन्द्र धनराजू एस ने बताया कि इसके साथ ही ‘हमारा घर-हमारा विद्यालय’ के अंतर्गत बच्चों में विषय की प्रारंभिक समझ को विकसित करने की दृष्टि से ‘प्रयास’ अभ्यास पुस्तिका का वितरण भी 15 जुलाई से पहले किया जाएगा। अभ्यास पुस्तिका के मुद्रण और 15 जुलाई के पहले सामग्री बच्चों को उपलब्ध कराने के संबंध में सभी जिला परियोजना समन्वयकों को निर्देश दिए गए हैं। धनराजू ने बताया कि 16 जुलाई से 15 अगस्त तक विद्यार्थियों के लिए ‘हमारा घर-हमारा विद्यालय-प्रयास’ अभ्यास पुस्तिका सामग्री जिलों को मेल पर प्रेषित की जा रही है। इस 48 पेज की सामग्री को जिले स्तर पर कक्षा 1 व 2 और कक्षा 3 से 5 के लिए बहुरंगी तथा कक्षा 6 से 8 के लिए ब्लैक एंड व्हाइट प्रिंट में मुद्रित कराकर बच्चों को उनके घर पर कार्य करने के लिए 15 जुलाई के पूर्व उपलब्ध करानी होगी। धनराजू ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 के कारण विगत सत्र माह मार्च 2020 से शालाएँ पूर्णतः बन्द हैं। सत्र 2021-22 में जब तक परिस्थितियों सामान्य नहीं हो जाती हैं, बच्चों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने विभिन्न चरणों में कार्य करने की योजना तैयार की है। इसके अलावा शिक्षकों अथवा वॉलेंटियर के सहयोग से बच्चों से घर पर रहते हुए कुछ अन्य गतिविधियाँ भी कराई जा सकती हैं। पालक, अभिभावक और बच्चे इन गतिविधियों के फोटो और वीडियो बनाकर अपने शिक्षकों को प्रेषित कर सकते हैं। विभिन्न कक्षाओं की गतिविधियों को जानने के लिए क्लिक करें।