श्योपुर,
12/May/2021,
रामस्वरूप गुर्जर की रिपोर्ट,
किसान स्वराज संगठन के जिलाध्यक्ष राधेश्याम मीणा मूंडला ने कहा कि डीएपी खाद के दामों में कोरोना के संकटकाल में भारी वृद्धि करना किसानों के लिए मोत का फरमान है कोरोना महामारी के मोजूदा दौर में जहां अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो गई है वहीं दुसरी और किसानों पर रासायनिक खादों के दामों में भारी वृद्धि से दोहरी मार पड़ रही है । सबसे बड़ी खाद विक्रेता कंपनी इफको ने ,पर 1200 रुपए में मिलने वाला डीएपी खाद की 50 किलों की बोरी पर एकदम से 58 प्रतिशत की वृद्धि करके अब 1900रुपए कर दिया है जिससे किसान परेशान हैं । डीजल के दामों में बेहताश बढ़ोतरी के बाद रासायनिक खादों के दामों को बढ़ाने खेती किसानी के लिए संकट उत्पन्न हो गया है । किसानों की आय दुगनी करने के सरकार दावा केवल ढकोसला साबित हुआ है, खेती की लागत कई गुना बढ़ गई है व न्यूनतम समर्थन मूल्य का गारंटी कानून लागू नहीं होने के कारण किसानों को फसल उचित दाम भी नहीं मिल रहा है महंगे फर्टिलाइजर, महंगी रासायनिक खाद, महंगे डीजल के कारण खेती अब घाटे का सौदा बनती जा रही है कोरोना महामारी में किसान देश की अर्थव्यवस्था को सहारा देने का काम कर रहा था पर बढ़ती हुई महंगाई ने उसकी भी कमर तोड़ के रख दी है । राधेश्याम मीणा ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अपील करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में डीएपी के दामों में हुई बढ़ोतरी को तत्काल वापिस लिया जाए अन्यथा किसानों कोरोना महामारी के दौर में सड़क पर उतरकर आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ सकता है ,