रतलाम,
28 अप्रैल 2021,
रतलाम कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में राहत के उद्देश्य से मध्य प्रदेश शासन ने प्रत्येक शहरी पथ व्यवसायी के खाते में रुपये एक हज़ार की राशि अंतरित किए जाने का निर्णय लिया। माननीय मुख्यमंत्री जी इस सम्बंध में शहरी पथ व्यवसायियों से 30अप्रैल को अपरांह 3 बजे सम्बोधित करेंगे। इस संबंध में जारी निर्देश के अनुसार ज़िला मुख्यालय के एन आई सी केंद्र पर अधिकतम 5 शहरी पथ व्यवसायियों को मुख्यमंत्री जी का सम्बोधन सुनने के लिए परियोजना अधिकारी डूडा , ज़िला मुख्यालय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी समन्वय कर आमंत्रित करेंगे। यह सुनिश्चित करें कि एन आई सी केंद्र में अधिकतम पाँच हितग्राही 30 अप्रैल शुक्रवार दोपहर २.३० बजे तक कोविड की प्रोटोकाल के साथ मास्क पहनकर अपना स्थान ले लें। अन्य सभी शहरी पथ व्यवसायी माननीय मुख्यमंत्री जी का कार्यक्रम webcast लिंक Webcast.gov.in/mp/cmevents पर अपने मोबाइल पर ही देख और सुन सकते हैं।
रतलाम,
28 अप्रैल 2021,
रतलाम कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी गोपाल चंद्र डाड ने मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 24(1) में प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए रतलाम जिले में अवस्थित समस्त देशी मदिरा भांडागार, देशी एवं विदेशी मुद्रा की फुटकर विक्रय की दुकानों, मदिरा विक्रय से संबंधित एफ एल 3 बार , वाईन आउटलेट, भांग, भांग घोटा एवं भांग मिठाई की दुकानें एवं अन्य समस्त मदिरा के केंद्रों (विदेशी मदिरा भांडागार, जावरा, जिला रतलाम के अतिरिक्त) को बंद रखे जाने तथा मदिरा के अवैध क्रय ,विक्रय संग्रहण, परिवहन को प्रतिबंधित किए जाने के उद्देश्य से 01 मई प्रातः 6:00 बजे तक के लिए संपूर्ण दिवस शुष्क दिवस घोषित किए हैं। शुष्क दिवस अवधि में मदिरा का क्रय- विक्रय, वितरण एवं परिवहन पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
रतलाम,
28 अप्रैल 2021,
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने से ही कोरोना पर विजय पाई जा सकती है। प्रदेश एक्टिव केसेस में देश में 7 वें नंबर से बेहतर स्थिति में होकर 11 वें नंबर पर आ गया है। परंतु कोरोना का स्वरूप कब क्या रूप ले ले इसलिए हमें संभलकर चलना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान कोरोना नियंत्रण के संबंध में आज कोविड प्रभारी मंत्रियों, कमिश्नर, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से वर्चुअली चर्चा कर रहे थे। पॉजिटिव मरीजों की दर घटी- रिकवरी रेट में वृद्धि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की दर लगातार घट रही है। मंगलवार को यह दर 22.76 प्रतिशत थी। जो आज घटकर कर 21.71 प्रतिशत हो गई है। इसके साथ ही रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हुई है। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। गत 23 अप्रैल को रिकवरी दर 80.41 प्रतिशत थी जो बढ़कर 81.75 प्रतिशत हो गयी है। इसके साथ रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो कल तक कुल 11 हजार 577 थी। आज 14 हजार 156 हो गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश के एक्टिव प्रकरण में आज पहली बार कमी देखने को मिली है। कल तक 94 हजार 276 एक्टिव प्रकरण थे, जो आज घटकर 92 हजार 773 हो गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश के छिंदवाड़ा, शाजापुर, पन्ना, आगर-मालवा, उमरिया, कटनी, अनूपपुर, गुना, देवास एवं बड़वानी ऐसे 10 जिले हैं जहाँ प्रतिदिन नए पॉजिटिव केसों में कमी आई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में नए पॉजिटिव केस निरंतर बढ़ रहे हैं। प्रदेश के इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में इन केसों में निरंतर वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि सभी जिलों में ऑक्सीजन और इंजेक्शन का आवश्यकतानुसार वितरण किया जा सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रभारी अधिकारियों से कहा कि संक्रमण की चेन तोड़ने में सबसे ज्यादा कारगर उपाय कोरोना कर्फ्यू है। जनता को प्रेरित कर इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। जनता कर्फ्यू कोई लॉकडाउन नहीं है, जनता द्वारा स्वयं संक्रमण से सुरक्षा के लिए लिया गया निर्णय है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है प्रदेश के लगभग 90 प्रतिशत ग्राम पंचायतें, अपने गाँवों में कोरोना कर्फ्यू लगाने का स्वयं संकल्प ले चुकी हैं। किल कोरोना-2 अभियान को दें प्राथमिकता मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों के जिन क्षेत्रों में संक्रमण दर अधिक है वहाँ किल कोरोना अभियान-2 चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत रीवा, सीहोर, सतना, रायसेन, दतिया, अनूपपुर, नीमच, शिवपुरी, नरसिंहपुर और श्योपुर आदि जिले हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में माइक्रो कन्टेनमेंट क्षेत्र घोषित कर संक्रमण को वहीं रोक दें। सर्वे में संभावित मरीजों को तत्काल मेडिकल किट एवं सावधानी संबंधी ब्रोशर उपलब्ध करावाकर होम आईसोलेट कराये। होम आइसोलेशन एवं कोविड सेंटर्स हों सक्रीय मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आज तक 69 हजार मरीज होम आईसोलेटेड हैं। प्रयास यह होना चाहिए कि मरीजों को अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़े। वे होम आईसोलेशन में ही ठीक हो जायें। होम क्वारेन्टाइन एवं कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखभाल के लिए उनसे सतत संवाद रखें। जिन क्षेत्रों में संक्रमण केस अधिक आ रहे हैं, वहाँ माइक्रो प्लानिंग कर माइक्रो कन्टेन्मेंट एरिया बनायें। नए केस नहीं बढ़ने देना है, जहाँ कोरोना हो वहीं उसे खतम करें। रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं ऑक्सीजन की आपूर्ति मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन कराये। अनावश्यक रूप से इंजेक्शन की माँग पर अंकुश लगायें। इंजेक्शन उसे मिले जिसे जरूरत हो और उतना जितनी आवश्यकता हो। सप्लाई एवं वितरण की अनावश्यक प्रतिस्पर्धा की प्रवृति जिले नहीं रखें। जितनी आवश्यकता हो उतना ही माँग रखें। सभी संभाग में बनेगा बड़ा ऑक्सीजन प्लाँट मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक संभाग में अधिकतम 6 माह में एक-एक बड़ा ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाये। उसके लिए स्थान सुनिश्चित करें। पीथमपुर में पुराने गैस प्लांट को सुधारा गया, है, जिससे 30 से 32 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त होगी। मालनपुर में भी ऐसे ही प्रयास किये गये हैं। बीना रिफायनरी में ऑक्सीजन तो है परंतु उसे टैंकर में नहीं भरा जा सकता है अत: वहीं पर हॉस्पिटल निर्माण काराया जा रहा है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हम रेल, सड़क और वायु मार्ग से जरूरी ऑक्सीजन प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही भारत सरकार के साथ समन्वय कर आपूर्ति के प्रयास जारी हैं।
रणनीति,
सभी मरीजों की सेम्पलिंग, टेस्टिंग और 24 घंटे में रिपोर्ट।
होम आइसोलेशन की नियमित मॉनिटरिंग।
कोविड केयर सेंटर की स्थापना और संचालन।
अस्पतालों में बेड्स, ऑक्सीजन, इंजेक्शन और दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता।
अधिक से अधिक लोगों का कोविड टीकाकरण।
कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन।
रोग-प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उपाय।
जन-जागरूकता, किल कोरोना अभियान।
लक्ष्य
किसी भी कीमत पर संक्रमण की चेन तोड़ना।
जिलों में पॉजिटिवटी दर को तेजी से घटाना।
जहाँ-जहाँ संक्रमण अधिक है, वहाँ माइक्रो कन्टेनमेंट एरिया बनाना।
होम आइसोलेशन और कोविड केयर सेंटर में ही लोगों को स्वस्थ करना।
कोरोना कर्फ्यू में सख्ती बढ़ाकर लोगों का अनावश्यक मूवमेंट बंद करना।
किल कोरोना अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन कर हर संभावित मरीज की पहचान।
अस्पताल में बेड्स, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
नागरिकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि।
रतलाम,
28 अप्रैल 2021,
रतलाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने से ही कोरोना पर विजय पाई जा सकती है। प्रदेश एक्टिव केसेस में देश में 7 वें नंबर से बेहतर स्थिति में होकर 11 वें नंबर पर आ गया है। परंतु कोरोना का स्वरूप कब क्या रूप ले ले इसलिए हमें संभलकर चलना होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान कोरोना नियंत्रण के संबंध में आज कोविड प्रभारी मंत्रियों, कमिश्नर, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से वर्चुअली चर्चा कर रहे थे। रतलाम एनआईसी कक्ष में विधायक रतलाम शहर चैतन्य काश्यप, जावरा विधायक डा.राजेन्द्र पांडे, कलेक्टर गोपाल चंद्र डाड, जिला पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी , राजेंद्र सिंह लुनेरा, गोविंद काकानी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की दर लगातार घट रही है। मंगलवार को यह दर 22.76 प्रतिशत थी। जो आज घटकर कर 21.71 प्रतिशत हो गई है। इसके साथ ही रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हुई है। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। गत 23 अप्रैल को रिकवरी दर 80.41 प्रतिशत थी जो बढ़कर 81.75 प्रतिशत हो गयी है। इसके साथ रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो कल तक कुल 11 हजार 577 थी। आज 14 हजार 156 हो गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश के एक्टिव प्रकरण में आज पहली बार कमी देखने को मिली है। कल तक 94 हजार 276 एक्टिव प्रकरण थे, जो आज घटकर 92 हजार 773 हो गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश के छिंदवाड़ा, शाजापुर, पन्ना, आगर-मालवा, उमरिया, कटनी, अनूपपुर, गुना, देवास एवं बड़वानी ऐसे 10 जिले हैं जहाँ प्रतिदिन नए पॉजिटिव केसों में कमी आई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में नए पॉजिटिव केस निरंतर बढ़ रहे हैं। प्रदेश के इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में इन केसों में निरंतर वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि सभी जिलों में ऑक्सीजन और इंजेक्शन का आवश्यकतानुसार वितरण किया जा सके। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रभारी अधिकारियों से कहा कि संक्रमण की चेन तोड़ने में सबसे ज्यादा कारगर उपाय कोरोना कर्फ्यू है। जनता को प्रेरित कर इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। जनता कर्फ्यू कोई लॉकडाउन नहीं है, जनता द्वारा स्वयं संक्रमण से सुरक्षा के लिए लिया गया निर्णय है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है प्रदेश के लगभग 90 प्रतिशत ग्राम पंचायतें, अपने गाँवों में कोरोना कर्फ्यू लगाने का स्वयं संकल्प ले चुकी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों के जिन क्षेत्रों में संक्रमण दर अधिक है वहाँ किल कोरोना अभियान-2 चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत रीवा, सीहोर, सतना, रायसेन, दतिया, अनूपपुर, नीमच, शिवपुरी, नरसिंहपुर और श्योपुर आदि जिले हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में माइक्रो कन्टेनमेंट क्षेत्र घोषित कर संक्रमण को वहीं रोक दें। सर्वे में संभावित मरीजों को तत्काल मेडिकल किट एवं सावधानी संबंधी ब्रोशर उपलब्ध करावाकर होम आईसोलेट कराये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आज तक 69 हजार मरीज होम आईसोलेटेड हैं। प्रयास यह होना चाहिए कि मरीजों को अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़े। वे होम आईसोलेशन में ही ठीक हो जायें। होम क्वारेन्टाइन एवं कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखभाल के लिए उनसे सतत संवाद रखें। जिन क्षेत्रों में संक्रमण केस अधिक आ रहे हैं, वहाँ माइक्रो प्लानिंग कर माइक्रो कन्टेन्मेंट एरिया बनायें। नए केस नहीं बढ़ने देना है, जहाँ कोरोना हो वहीं उसे खतम करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन कराये। अनावश्यक रूप से इंजेक्शन की माँग पर अंकुश लगायें। इंजेक्शन उसे मिले जिसे जरूरत हो और उतना जितनी आवश्यकता हो। सप्लाई एवं वितरण की अनावश्यक प्रतिस्पर्धा की प्रवृति जिले नहीं रखें। जितनी आवश्यकता हो उतना ही माँग रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक संभाग में अधिकतम 6 माह में एक-एक बड़ा ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाये। उसके लिए स्थान सुनिश्चित करें। पीथमपुर में पुराने गैस प्लांट को सुधारा गया है, जिससे 30 से 32 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त होगी। मालनपुर में भी ऐसे ही प्रयास किये गये हैं। बीना रिफायनरी में ऑक्सीजन तो है परंतु उसे टैंकर में नहीं भरा जा सकता है अत: वहीं पर हॉस्पिटल निर्माण काराया जा रहा है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हम रेल, सड़क और वायु मार्ग से जरूरी ऑक्सीजन प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही भारत सरकार के साथ समन्वय कर आपूर्ति के प्रयास जारी हैं।
रतलाम,
28 अप्रैल 2021,
रतलाम जिले में बुधवार को 24 केंद्रों पर कोविड-19 का टीकाकरण किया गया जिसमें कुल 1455 लोगों को टीके लगाए गए । रतलाम जिले के शहरी क्षेत्र रतलाम में 787 रतलाम ग्रामीण में 77 जावरा विकासखंड में 337 आलोट विकासखंड में 165 सैलाना में 40 पिपलोदा में 38 और बाजना में 11 लोगों का टीकाकरण किया गया। रतलाम के बाल चिकित्सालय में 618 सिविल हॉस्पिटल जावरा में 237 आरोग्यम हॉस्पिटल पर 127 लोगों का टीकाकरण किया गया
रतलाम,
28 अप्रैल 2021,
रतलाम सीएमएचओ डॉक्टर प्रभाकर ननावरे ने बताया कि राज्य कार्यालय से प्राप्त निर्देशानुसार दिनांक 29 एवं 30 अप्रैल को रतलाम जिले में किसी भी शासकीय स्वास्थ्य संस्था में कोविड-19 टीकाकरण नहीं किया जाएगा। उक्त निर्णय 1 मई से प्रारंभ होने वाले 18 वर्ष से 44 वर्ष आयु वर्ग के नागरिकों के टीकाकरण संबंधी कार्य योजना टीम सदस्यों का प्रशिक्षण टीकाकरण की प्रक्रिया एवं अन्य आवश्यक प्रोटोकॉल पूर्ण करने के मद्देनजर लिया गया है।
रतलाम,
28 अप्रैल 2021,
रतलाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को मेडिकल किटों का वितरण लगातार जारी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अभी तक 52 जिलों में एक लाख 12 हजार 602 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं। मंत्री श्री सिंह ने बताया है कि 18 अप्रैल से 27 अप्रैल के मध्य नगरीय क्षेत्रों में फ़ीवर क्लीनिक व होम डिलीवरी के माध्यम से एक लाख 12 हजार 602 मेडिकल किट कोविड मरीज़ों को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि 18 अप्रैल को 12 हजार 583, 19 अप्रैल को 16 हजार 914, 20 अप्रैल को 11 हजार 465, 21 अप्रैल को 10 हजार 327, 22 अप्रैल को 11 हजार 76, 23 अप्रैल को 11 हजार 17, 24 अप्रैल को 10 हजार 658, 25 अप्रैल को 9 हजार 497, 26 अप्रैल को 9 हजार 360 और 27 अप्रैल को 9 हजार 705 कोविड मरीजों को मेडिकल किट वितरित की गई हैं।
रतलाम,
28 अप्रैल 2021,
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि नगर की जनसंख्या के अनुरूप नगर में विद्युत/गैस शवदाह गृह बनाने की कार्यवाही तत्काल प्रारंभ करें। पाँच लाख और उससे अधिक जनसंख्या के शहरों में आवश्यकानुसार एक से अधिक शवदाह गृह बनाये जा सकते है। एक लाख से 5 लाख तक की आबादी के शहरों में कम से कम एक विद्युत/गैस शवदाह गृह बनाने का लक्ष्य रखा जाये। श्री सिंह ने कहा है कि किसी नगर में स्थापित विद्युत/गैस आधारित शवदाह गृह कार्यशील नहीं है, तो अतिशीघ्र उसे क्रियाशील करवायें। प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री नीतेश व्यास ने कहा है कि विद्युत/गैस शवदाह गृह पर्यावरण, स्वच्छाता तथा वायु प्रदूषण कम करने की दृष्टि से उपयोगी कदम है। इन शवदाह गृहों को स्थापित करने के लिए निकाय स्वयं की निधि, 15वें वित्त आयोग की वायु प्रदूषण/ स्वच्छता हेतु प्रावधानित राशि और विधायक/ सांसद निधि का उपयोग कर सकते हैं। इस कार्य के लिए कई सामाजिक संस्थाएँ भी सहायता के लिए तत्पर रहती है। इन संस्थाओं के माध्यम से भी विद्युत/गैस शवदाह गृह स्थापित करने के लिए जन सहयोग प्राप्त करने का प्रयास किया जाए !