रतलाम
13/Apr/2024
ब्यूरो चिफ कृष्णकांत मालवीय
रतलाम बीते दिनो रतलाम जिले के सैलाना नगर के आदिवासी अंचल के ग्राम पंचायत सांसर के देवरुंडा गांव में देर रात्रि में वन्य प्राणी ने बकरियां व बकरियों के बच्चे का शिकार होने की घटना सामने आने कि खबर को भारत 24×7 के जिला ब्यूरो चिफ कृष्णकांत मालवीय ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर चलते ही अधिकारी हरकत में आए और वन विभाग अधिकारी सीमा सिंह ने तेंदुएं के होने की पुष्टि की। घटना स्थल पर तेंदुएं के पैरों के निशान भी मिले थे। इस के बाद अधिकारी सीमा सिंह ने दो टीमे गठित की ओर दोनो टीमों द्वारा अनेको जगहों पर तेंदुए की सर्चिंग की जा रही है। लेकिन तेंदुएं का अभी तक कोई मुवमेंट नहीं मिला है। अभी भी तेंदुए का खौफ ग्रामीण क्षेत्रों में बरकरार है।बतादें की बुधवार को देर रात्रि ग्राम देवरुंडा निवासी सुरेश पिता थावरा गामड़ उम्र 37 वर्षीय के खेत से लगे एक मकान के समीप मौजुद झोपड़ी मे बंधी बकरियों को बडे वन्य प्राणी ने अपना शिकार किया था। लेकिन बीते तीन दिन के बाद अभी तक तेंदुएं का कोई मुवमेंट नहीं मिला है। वन विभाग के हाथ अभी भी तेंदुआ नहीं लगा है।
सुबह शाम करते सर्चिंग-
विभाग की गठित टीमो द्वारा सुबह 6 बजे ओर शाम को 6 बजे के आस पास तेंदूएं की सर्चिंग कि जा रही है। लेकिन अभी तक टीमों को तेंदुए की कोई ठोस मूवमेंट नहीं मिला है।
दस से भी ज्यादा गांवों में की गई सर्चिंग-
घटना के बाद बीते दो दिनों से टीमों द्वारा लगभग 10 से भी ज्यादा गांवो में पहुंच कर तेंदुए की छान बीन की जा रही है। जिसमें देवरूडा, नया टापरा, काली देवी, सामल खो, डामारूडी, गोरधनपुर, ताजपुरीया,अडवानीया सहीत गांव में पहुंचकर जंगली क्षेत्रो में सर्चिंग की जा रही है। लेकीन अभी तक तेंदुएं की मौजूदगी का कोई ठोस सुराग व पेरो के निशान नहीं मिला है।
दो टीमे बनाई-
तेंदुएं की छानबीन के लिए रेंजर सीमा सिंह ने तुरंत ही दो टीम में गठित की है। जिसमें डिप्टी रेंजर सैलाना गजराज सिंह डोडिया, अडवानीया बीट गार्ड राकेश डिंडोर, मकोडियारुडी बीट गार्ड पप्पू सिंह देवड़ा, स्थायी वनकर्मी खेमा मईडा, सुरक्षा श्रमिक मुकेश कटारा, कालू सिंह वसुनिया, सामर खो, भंवर भाभर आदी मौजूद हैं।
पिंजरा नहीं लगाया गया अभी तक-
ग्रामीण सुगना बाई ने बताया की रात में जंगल की ओर से कुछ अजीब आवाजे आती रहती है। और वह आवाज शेर के दहाड़ने की ही है। वन विभाग भी छानबीन कर रही है। लेकिन अभी तक कहीं पर भी पिंजरा नहीं लगाया गया है। ग्रामीणो की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द पिंजरा लगाया जाए।
पिंजरा लेकर उज्जैन का रैशक्यु दल हुआ रवाना, दो जगहों पर लगाया जाएगा पिंजरा-
ग्रामीणो की सुरक्षा को देखते हुए उज्जैन का रैशक्यु दल को पिंजरा लेकर बुलाया गया है। ओर शाम तक लगभग 2 जगहों पर पिंजरा भी लगा दिया जाएगा। तेंदुए को पकड़ने के लिए ज्वॉइन पिंजरे में मरे हुए बकरे को भी बाधा जाएगा।
यह कहना रहा-
पांच बकरियों को किल किया है। दो टीम गठित कि गई है। तेंदुए की सर्चिंग कि जा रही है। अभी तक तेंदुए का कोई मोमेंट नहीं मिला है। एक नर- मादा ओर तीन बच्चे को मिलाकर पांच तेंदुए की मौजूदगी हैं। इस में दहशत वाली कोई बात नहीं है। अगर हम तेंदुए को डिस्टर्ब नहीं करोगे तो वो भी हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
सीमा सिंह, रैजर वन विभाग अधिकारी सैलाना।