संजा कलाकोट बनाओ प्रतियोगिता हुई संपन्न
रतलाम
2/Oct/2024
रतलाम ब्यूरो चीफ कृष्णकांत मालवीय
रतलाम जिले के सैलाना मे श्राद्ध पक्ष में कुंवारी कन्याओं द्वारा प्रतिदिन अपने-अपने घरों के बाहर दीवारों पर गोबर से बनाई जाने वाली आकृति को संजा कहते हैं। लेकिन यह कोई मात्र आकृति नहीं वरन भारतीय संस्कृति की एक विद्या और धरोहर हैं जिसे संजोकर रखना हमारा दायित्व एवं कर्तव्य है। यह विचार श्री ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर प्रज्ञा महिला मंडल द्वारा आयोजित संजा बनाओ प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में अरुणा विपिन कसेरा ने व्यक्त किये। प्रतियोगिता में बालिकाओं ने संजा की कला कोट आकृतियां बनाई जिन्हें दर्शकों ने सराहा तथा ऐसे आयोजन की सराहना की।
प्रथम पुरस्कार पलक पारगी द्वितीय सपना पारगी एवं तृतीय पुरस्कार अक्षरा पारगी को प्रदान किया गया। प्रज्ञा महिला मंडल द्वारा प्रत्येक प्रतियोगी को भी प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए। इस अवसर पर पार्षद पुष्पा राठौड़, मालती शुक्ला रंजना कसेरा,मिना डोशी,शकुंतला राठौड़, मुन्ना जीजी, विमलादेवी परमार, विंध्या कसेरा सहित बड़ी संख्या में महिलाएं एवं बालिकाएं उपस्थित थे। संजा की कलाकृति आम लोगों के देखने हेतु आगामी तीन दिन तक रखी जाएगी।