कर्नाटक के राज्यपाल श्री गहलोत, सांसद श्री डामोर कार्यक्रम में सम्मिलित हुए, शहीद दिवस पर 30 जनवरी को 2 मिनट का मौन, कभी मजदूरी करने वाली मनीषा आजीविका मिशन की प्रेरणा से अब व्यवसाई बनी प्रतिमाह 20 हजार रूपए की आमदनी अर्जित करती है,

रतलाम,

30 जनवरी 2023,

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपने जीवन का बलिदान करने वाले शहीदों की स्मृति में प्रतिवर्ष 30 जनवरी को प्रातः 11:00 बजे मिनट का मौन रखा जाता है। इस वर्ष भी 30 जनवरी को प्रातः 11:00 बजे सामूहिक रूप से शहीदों की स्मृति में मिनट का मौन रखा जाएगा। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी द्वारा अधिकारियोंकर्मचारियों को 30 जनवरी को प्रातः 11:00 बजे मिनट का मौन धारण करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

रतलाम,

30 जनवरी 2023,

कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत रविवार को रतलाम आए। वे यहां एक निजी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस दौरान नागरिकों द्वारा  गहलोत का आत्मीय स्वागत, अभिनंदन किया गया। रतलाम भ्रमण के दौरान श्री गहलोत ने गणमान्य नागरिकों से मुलाकात की। निज निवास पहुंचकर आत्मीयता से भेट की। इस दौरान सांसद गुमानसिंह डामोर, विधायक चैतन्य काश्यप, राजेन्द्रसिंह लुनेरा, महापौर प्रहलाद पटेल, पूर्व विधायक जितेन्द्र गेहलोत आदि उपस्थित रहे।

रतलाम,

30 जनवरी 2023,

राज्य शासन के ग्रामीण आजीविका मिशन की प्रेरणा से रतलाम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अपना आर्थिक उत्थान कर रही हैं। परिवार का मजबूत सहारा बन रही है। पिपलोदा विकासखंड के ग्राम आंबा की मनीषा परिहार कभी मजदूरी करती थी लेकिन राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की प्रेरणा से अब वे व्यवसाई बन गई हैं। प्रतिमाह लगभग 20 हजार रुपए की कमाई करके अपने परिवार की खुशहाली में सशक्त भागीदार बनी है। अनुसूचित जाति की महिला मनीषा के पति शिवनारायण परिहार भी खेतों में दिहाड़ी मजदूरी करते थे। उनके पास नाम मात्र की भूमि थी जिससे गुजर-बसर संभव नहीं था। परिवार की आमदनी पूरे वर्ष भर में मात्र 70 से 80 हजार रुपये होती थी, आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी। इसी दौरान राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के कर्मचारियों की समझाइश एवं प्रेरणा से अर्थ उपार्जन हेतु स्वयं सहायता समूहों में जुड़ रही थी। मनीषा भी मां भैंसासरी आजीविका समूह में शामिल हुई। समूह में शामिल होने के बाद मनीषा ने बचत की ताकत सीखी, उसने समूह की सीआईएफ राशि से 50 हजार रूपए का ऋण लिया और अपना एक किराना स्टोर शुरू किया। स्टोर में महिलाओं के लिए आर्टिफिशियल ज्वेलरी के साथ ही स्टेशनरी तथा अन्य सामान का विक्रय शुरू किया। मनीषा ने मेहनत की तो स्टोर चल निकला, आमदनी शुरू हो गई। अभी मनीषा रोजाना 700 से 800 रुपए आमदनी अर्जित कर लेती है। मनीषा सिलाई करना भी जानती थी इसलिए अपनी दुकान में छोटी-छोटी स्टिचिंग वर्क भी करती है। इसके अलावा अब वह सीआरपी भी बन गई है। सीआरपी ड्राइव में नए समूह बनाने से भी कमाई होती है। मनीषा सखी के रूप में एयरटेल पेमेंट बैंक के लिए लेनदेन भी करती है और लेन-देन ट्रांजैक्शन पर आई के रूप में कमीशन मिलता है। मात्र आठवीं कक्षा उत्तीर्ण मनीषा ने अपनी मेहनत तथा आजीविका मिशन की प्रेरणा से अपने परिवार को एक सुदृढ़ स्थिति में ला खड़ा किया है। मनीषा के परिवार की आर्थिक स्थिति सुधर गई है। परिवार खुश है, परिवार में दो बच्चे हैं स्कूल जाते हैं। मनीषा का मोबाइल नंबर 99264 91313 है।

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