4 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से निर्मित नवीन कक्षो का लोकार्पण किया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव शिक्षक सांस्कृतिक संगठन के रजत जयंती समारोह में सम्मिलित हुए, युष्‍मान भारत योजना के पात्र हितग्राही  अपना आयुष्‍मान कार्ड नि:शुल्‍क बनवाऐं, किसान ई-केवायसी व बैंक खाता आधार से अनिवार्य लिंक करवाएं, मध्यप्रदेश स्थापना दिवस महोत्सव नई उम्मीदों के साथ नए मध्यप्रदेश का निर्माण,

रतलाम,

31/Oct/2022,

प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव तथा रतलाम विधायक शहर चैतन्य काश्यप द्वारा रविवार को शहर के आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज परिसर में 4 करोड़ 15 लाख रुपए की लागत से निर्मित किए गए नवीन कक्षो का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर महापौर प्रहलाद पटेल, प्रदीप उपाध्याय,  मनोहर पोरवाल, शैलेंद्र डागा, राजेंद्र पाटीदार, कृष्णा डिंडोर, निर्मल कटारिया, प्राचार्य डॉ. वाई.के. मिश्र, महेंद्र नाहर, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा उज्जैन प्रोफेसर अर्पण भारद्वाज, सुश्री रागिनी यादव, शुभम कुमावत,  पवन परमार, कमलेश मेहता आदि उपस्थित थे इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अगले नवीन सत्र से इस महाविद्यालय मे सभी संकाय में शिक्षा मिलेगी। यह नवीन शिक्षा नीति के तहत है। नवीन शिक्षा नीति में नित नए प्रयोग किए जाकर शिक्षा को उसके वास्तविक अर्थों में ले जाया जा रहा है। महाविद्यालय में व्यक्ति का सच्चे अर्थों में जन्म होता है। प्रदेश में अब महाविद्यालयों को नवीन एवं गुणवत्तायुक्त भवनों की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी गई है। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा मांग पर अधिकतर महाविद्यालयों को निर्माण कार्य तथा अन्य कार्यों के लिए राशि आवंटित की गई है। रतलाम महाविद्यालय का खेल मैदान नगर निगम के माध्यम से बेहतर बनाया जाएगा। जनभागीदारी में राशि का प्रावधान बढ़ाकर 20 लाख से 50 लाख रुपए किया गया है। शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिए कि  महाविद्यालय में विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए इसी सत्र से कोचिंग प्रारंभ की जाए। उन्होंने कहा कि नवीन शिक्षा नीति में इस बात की सुविधा दी गई है कि कोई भी विद्यार्थी किसी भी संकाय से हटकर अन्य संकाय की भी पढ़ाई कर सकेगा अवसर पर विधायक  चेतन्य काश्यप ने कहा कि लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। 2 वर्षों की अवधि में इस महाविद्यालय में 26 नवीन कक्ष निर्मित हुए हैं। अभी नए निर्माण के प्रस्ताव भी हैं जिनमें मल्टीस्टोरी निर्माण शामिल है। काश्यप ने कहा कि हमारा प्रयास औद्योगिकीकरण की गति को तेज करना है ताकि स्थानीय युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त हो जाए। आरंभ में प्राचार्य डा. वाई.के. मिश्र ने स्वागत उद्बोधन दिया,

रतलाम,

31/Oct/2022,

रतलाम आए प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को स्थानीय लायंस हॉल में आयोजित शिक्षक सांस्कृतिक संगठन मंच के रजत जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर विधायक चैतन्य काश्यप, लेखक चिंतक पंडित राजशेखर व्यास, प्रदीप उपाध्याय, डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, श्रीमती सुलोचना शर्मा,  खुशाल सिंह पुरोहित, शिक्षा विभाग तथा शिक्षा जगत से जुड़े व्यक्ति आदि उपस्थित थे कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में देश की नवीन शिक्षा नीति का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सांस्कृतिक परिवेश परिदृश्य में शिक्षा की महत्ता को प्रतिपादित किया जा रहा है जो मैकाले की शिक्षा नीति से हटकर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा नवीन शिक्षा नीति को स्थापित करने की दृढ़ता दिखाई गई है। डॉ. यादव ने इस दौरान उज्जैन के सांदीपनि आश्रम गुरुओं के सम्मान तथा देश के सांस्कृतिक परिदृश्य पर चर्चा करते हुए शैक्षणिक पृष्ठभूमि पर सारगर्भित उद्बोधन दिया कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा पूर्व प्राचार्य के.के. राजावत को शिक्षक सांस्कृतिक संगठन के लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। इस अवसर पर एक स्मारिका का विमोचन भी किया गया,

 

रतलाम,

31/Oct/2022,

मुख्‍यमंत्री जनसेवा अभियान के अंतर्गत पात्रहिग्राहियों के नि:शुल्‍क कार्ड बनाए जा रहे हैं। रतलाम जिले में आयुष्‍मान भारत निरामयम योजना अंतर्गत सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना में चिन्हित खाद्य पात्रतापर्ची धारक तथा संबल योजना के हितग्राही को प्रत्‍येक वर्ष प्रत्‍येक परिवार को 5 लाख रूपये तक कैशलेस इलाज की सुविधा शासकीय चिकित्‍सालय, शासकीय चिकित्‍सा महाविद्यालय तथा चिन्हित निजी अस्‍पतालों के माध्‍यम से दी जाती है ।सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि सामाजिक आर्थिक एवं जातीय आधार की जनगणना में चिन्हित D1से D7 (D6 श्रेणी को छोडकर) के वंचित श्रेणी के ग्रामीण परिवार सम्मिलित हैं। वंचित श्रेणी के ग्रामीण परिवार में ऐसे परिवार जो एक कमरे के कच्‍चे मकान में निवासरत हैं।  ऐसे परिवार जिसमें 16-59  वर्ष का वयस्‍क सदस्‍य नहीं है।  ऐसे परिवार जिनकी मुखिया महिला हो एवं जिसमें जिसमें 16-59  वर्ष का वयस्‍क   सदस्‍य नहीं है। ऐसे दिव्‍यांग सदस्‍य जिसमें Able Bodied पुरूष नहीं है । अनुसुचित जाति, अनुसुचित जनजाति परिवार, भूमिहीन परिवार, जिनका आय का स्‍त्रोत मजदूरी से प्राप्‍त होता है व्‍यवसाय आधारित समावेशित शहरी परिवार में कचरा बिनने वाले, भिखारी, घरेलु कामगार, फेरी वाले, मोची, निर्माण, नलकार, मकान बनाने वाले, मजदूर, पुताई करने वाले, वेल्डिंग करने वाले, सुरक्षाकर्मी, कुली, सफाईकर्मी, नालों की सफाई करने वाले, माली, स्‍वरोजगारकर्मी, शिल्‍पकार, हस्‍तशिल्‍प कर्मी, दर्जी, परिवहनकर्मी, चालक, परिचालक, चालक व परिचालक के सहायताकर्मी, हाथ गाडी कर्मी, रिक्‍क्षा चालक, विघुतकर्मी, मिस्‍त्री, संयोजन कर्मी, मरम्‍मत कर्मी, धोबी चौकीदार पात्र हैं।          स्‍वत: समावेशित परिवार में बिना पक्‍की छत मकान वाले , भीख पर आधारित निर्धन, सिर पर मैला ढोने वाले, विशेष जनजाति समूह, छुडाए गए बंधुआ मजदूर आदि पात्र हैं पात्रता के परीक्षण के लिए अपने क्षेत्र के पंचायत सचिव एएनएम आशा कार्यकर्ता आदि से संपर्क किया जा सकता है। इस संबंध में समग्र आईडी और आधार कार्ड के द्वारा (पात्र होने की दशा में) आयुष्‍मान कार्ड बनवाया जा सकता है। जिले में 946738 के लक्ष्‍य के विरूद्व 7 लाख 59 हजार कार्ड (लगभग 80 प्रतिशत) बनाए जा चुके है तथा रतलाम जिला प्रदेश में तीसरे स्‍थान पर हैं । योजना में अब तक 30 हजार 794 लोगों को लाभान्वित किया जाकर 31 करोड से अधिक की राशि जारी की जा चुकी है,

रतलाम,

31/Oct/2022,

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का लाभ प्राप्त कर रहे, जिले के कृषक जिन्होंने अपना ई-केवायसी एवं बैंक खाता आधार से लिंक नहीं करवाया है, वे अपना ई-केवायसी व बैंक खाता आधार से शीघ्र लिंक एसएलआर रमेश सिसौदिया ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का लाभ प्राप्त कर रहे, सभी कृषकों को अपना ई-केवायसी एवं बैंक खाता आधार से लिंक करवाना अनिवार्य है। ई-केवायसी एवं बैंक खाता आधार से लिंक न होने की दशा में उक्त दोनों योजनाओं में किश्तों का भुगतान संबंधित किसानों को नहीं होगा,

रतलाम,

31/Oct/2022,

जगदीश देवड़ा

 संभावनाशील और अद्भुत प्रदेश मध्यप्रदेश के नागरिक होने का हमें गर्व है। मध्यप्रदेश के 67वें स्थापना दिवस पर सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ।

        मध्यप्रदेश ने विकास और समृद्धि की एक लंबी यात्रा तय की है। इस यात्रा में हर वर्ग के नागरिकों का सहयोग और योगदान रहा है। विकास की इस यात्रा में नागरिकों ने कई चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया और सरकार के सहयोग से नए रास्ते और नए विकल्प खोज लिए। प्रदेश का स्थापना दिवस हमारे लिए एक उत्सव है। नागरिक स्वस्थ रहें, खुशहाल रहें और हर मुसीबत से दूर रहे। मध्यप्रदेश आत्म-निर्भर बनते हुए आर्थिक समृद्धि की राह पर आगे बढ़ रहा है। विकास के हर क्षेत्र में नई उपलब्धियाँ हासिल कर रहा है   अर्थ-व्यवस्था में हर क्षेत्र और वर्ग की उत्साहपूर्वक भागीदारी हो रही है। यही कारण है कि कोविड-19 से उत्पन्न हुई विषम परिस्थितियों में भी मध्यप्रदेश की अर्थ-व्यवस्था न सिर्फ स्थिर रही बल्कि और मजबूती से आगे बढ़ी। अभी समृद्धि का लंबा सफर तय करना है। हमारी अर्थ-व्यवस्था के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें पूरी तैयारी रखना है प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का सपना है कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थ-व्यवस्था बनाएँ, जिसमें हर वर्ग को विकास का लाभ मिल सके। मध्यप्रदेश इस उद्देश्य को पूरा करने में अपना योगदान देने के लिए निरंतर परिश्रम कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास के हर क्षेत्र के लिए योजनाएँ बनाई हैं। आज हमें परिणाम मिलना शुरू हो गए हैं। हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है। केंद्र सरकार की अनूठी योजनाएँ, उदार वित्तीय सहयोग और प्रदेश की नवाचारी विकास रणनीतियाँ मिल कर एक नया मध्यप्रदेश बनाने में सहयोगी साबित हुई हैं। मध्यप्रदेश की आर्थिक गतिशीलता में अब कोई बाधा नहीं रहेंगी मध्यप्रदेश में दूरदर्शी नीतियों से कोरोना संक्रमण जैसे कठिन समय में अपनी क्षमता साबित कर दी है, जिससे अर्थ-व्यवस्था मजबूती से खड़ी रही। प्रदेश ने वैश्विक स्तर से उपजी चुनौतियों का भी पूरी क्षमता से सामना किया हम प्रदेश को डिजिटल इकोनामी बनाने की राह चल पड़े हैं। हमें पारंपरिक पद्धतियों से हट कर आधुनिक पद्धतियों को अपनाना होगा। प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था को भी पूरी तरह से डिजिटाइज़ करने का यह अनुकूल समय है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश की अर्थ-व्यवस्था हर क्षेत्र में विस्तार ले रही है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नए क्षेत्रों में भी निवेश हो रहा है। एमएसएमई क्षेत्र में तेजी से स्टार्ट-अप बढ़ रहे हैं। सकल राज्य घरेलू उत्पाद और प्रति व्यक्ति आय अभूतपूर्व रूप से बढ़ी है। अर्थ-व्यवस्था का आकार कई गुना बढ़ चुका है और आने वाले वर्षों में यह विशाल रूप ले लेगा। अर्थ-व्यवस्था के हर क्षेत्र में आत्म-निर्भरता हासिल करना और रोजगार के अवसर पैदा करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम नई उम्मीद और नई ऊर्जा से भरे हैं। हर वर्ग का सहयोग मिल रहा है। नए मध्यप्रदेश का निर्माण हो रहा है, जिसमें हर नागरिक की अपेक्षाएँ पूरी होंगी।

 

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