रतलाम
07/Jun/2025,
आलोट जिला रतलाम स्थित लगभग 30 एकड़ क्षेत्रफल में 38.4 करोड़ लागत से बने पीएम जवाहर नवोदय विद्यालय-2 आलोट, रतलाम एवं छात्रावास और स्टाफ क्वार्टरो का लोकार्पण केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, कर्नाटक राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि आज का दिन रतलाम जिले के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आज जिले को दो सौगाते मिली है। आलोट में नवोदय विद्यालय के साथ ही सांदीपनी आश्रम भवन का लोकार्पण भी किया गया है। जो की शिक्षा के क्षे़त्र में महत्वपूर्ण कदम साबित होगे। मध्यप्रदेश में शासकीय विद्यालयों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहें है। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र मे उत्तरोतर प्रगति कर रहा है। शैक्षणिक सत्र 2025 में 10वी एवं 12वी बोर्ड परीक्षा के परिणामों में निजी स्कूलों के बजाए शासकीय स्कूल के बच्चां ने ज्यादा अच्छा प्रर्दशन किया है। नीट, जेईई जैसी परीक्षाओं में भी सरकारी स्कूलो का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है। उन्होने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कोई कमी नही छोडी जाएगी। जवाहर नवोदय विद्यालय से मुख्य मार्ग से जोडने वाली सडक कच्ची होने से विद्यार्थियों को आने जाने में असुविधा होती होगी, विद्यार्थियों को कोई असुविधा न हो इसलिए विद्यालय को मुख्यमार्ग से जोडने वाले मार्ग को पक्का बनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार अन्य क्षेत्रों में भी विकास के कार्य कर रही हैं। 2003 के बाद सिचांई के लिए भी कई परियोजनाएं क्रियान्वित की गई। प्रधानमंत्री जी के दूरदर्शी विजन के तहत नदी जोड़ो अभियान की शुरूआत हुई है। राजस्थान एवं मध्यप्रदेश की बेहतरी के लिए पार्वती-चंबल-कालीसिंध नदी जोडों परियोजना स्वीकृत की गई। केन्द्र सरकार द्वारा 70 हजार करोड़ की राशि केन-बेतवा-कालीसिंध परियोजना के लिए स्वीकृत की गई। जिससे प्रदेश के कई गांव को पेयजय एवं सिंचाई के लिए जल मिल सकेगा। वर्तमान में मध्यप्रदेश मे लगभग 35 लाख हैक्टेयर में सिंचाई हो रही हैं। किसानो को विद्युत के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सोलर पम्प देने की योजना है,जिससे किसानो को बिजली बिल से मुक्ति मिलेगी। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे है। मध्यप्रदेश देश में पर्यटन के क्षेत्र में तीसरे स्थान पर आ गया है। आलोट में भी क्षिप्रा-चंबल नदी संगम स्थल पर पर्यटन का विकास किया जाएगा। जिससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढे़गें।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि रतलाम जिले के आलोट में यह दूसरा नवोदय विद्यालय प्रारंभ हुआ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर युवाओं को रोजगार मूलक शिक्षा देने में जवाहर नवोदय विद्यालय एवं केन्द्रीय विद्यालय महत्वपूर्ण योगदान कर रहे है। ग्रामीण पृष्ठभूमि के बच्चे नवोदय विद्यालयों में अध्ययन कर जेईई, नीट जैसी परीक्षाएं पास कर उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए महाविद्यालय में प्रवेश ले रहे है। लगभग 1 करोड़ 53 लाख बच्चें मध्यप्रदेश के विद्यालयों मे अध्ययनरत है। राज्य एवं केन्द्र सरकार के सहयोग से इन विद्यालयों में एआई की पढ़ाई भी प्रारंभ की गई है। स्कूल हमारें भारतीय समाज को मजबूत बनाते है। मध्यप्रदेश की नई पीढ़ी को सशक्त कर मध्यप्रदेश को विकसित किया जाएगा। विद्यार्थी ही भविष्य के विकास की आधारशीला है। इसमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कर्नाटक के राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि यह नवोदय विद्यालय रतलाम में दूसरा है पहला विद्यालय कालूखेडा में स्थित है। नवोदय विद्यालय एवं केन्द्रीय विद्यालय और उत्कृष्ट विद्यालय पूरे देश में विद्यार्थियों का शैक्षणिक एवं नैतिक विकास कर रहे है। शिक्षा ही सामाजिक एवं आर्थिक विकास का आधार है। भारत में साक्षरता दर निरंतर बढ़ रही है। जिसमें नवोदय विद्यालय एवं केन्द्रीय विद्यालयों का महत्वपूर्ण योगदान है।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग एवं कैबीनेट मंत्री श्री चेतन्य काश्यप, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, श्री प्रदीप उपाध्याय, विधायक आलोट डॉ. चिंतामणि मालवीय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लालाबाई शंभुलाल चन्द्रवंशी, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मुन्ना कुंवर कालुसिंह परिहार, नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती ममता विमल कुमार जैन, प्रशासनिक अधिकारियों में डीआईजी श्री मनोज सिंह, कलेक्टर श्री राजेश बाथम, पुलिस अधीक्षक श्री अमित कुमार सहित प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। स्कूल प्रशासन द्वारा पारंपरिक पगड़ी ,साल एवं पारंपरिक पेन्टिग भेंट कर मुख्यमंत्री एवं अतिथियों का स्वागत किया गया। स्वागत भाषण श्री संजय कुमार सचिव स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में अतिथियों का आभार प्रदर्शन श्री राजेश लखानी आयुक्त नवोदय विद्यालय समिति द्वारा माना गया। मुख्यमंत्री डॉ यादव एवं अतिथियों द्वारा छात्रावास एवं स्कूल भवनो का निरीक्षण भी किया गया।
रतलाम
07/Jun/2025,
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आलोट, रतलाम में 35 करोड़ 11 लाख से निर्मित महर्षि सांदीपनी विद्यालय भवन का लोकार्पण किया। लोकार्पण के अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग मंत्री श्री चेतन्य काश्यप, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक आलोट डॉ. चिंतामणि मालवीय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लालाबाई शंभुलाल चन्द्रवंशी, श्री प्रदीप उपाध्याय, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मुन्ना कुंवर कालुसिंह परिहार, नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती ममता विमल कुमार जैन, प्रशासनिक अधिकारियों में डीआईजी श्री मनोज सिंह, कलेक्टर श्री राजेश बाथम, पुलिस अधीक्षक श्री अमित कुमार सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य में सर्वसुविधायुक्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए वर्ष 2022-23 में सीएम राइज विद्यालय की स्थापना की है। जो अब महर्षि सांदीपनि विद्यालय के नाम से पहचानें जा रहे हैं। सांदीपनि विद्यालय परियोजना मध्यप्रदेश शासन की एक महत्वाकांक्षी पहल है जो गरीब वर्ग के विद्यार्थियों को भी विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के विज़न के साथ प्रारंभ की गई है।
सांदीपनि विद्यालय आलोट में आसपास के 1600 से अधिक विद्यार्थी प्रवेश लेंगे। जिनको गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा। सांदीपनि विद्यालयों में सर्व संसाधन युक्त अधोसंरचना विकसित की गई है। इन विद्यालयों में पूर्ण विकसित स्टीम प्रयोगशाला, वोकेशनल प्रयोगशाला, आईसीटी. प्रयोगशाला, केफेटेरिया, मल्टी परपस कोर्टस, एनसीसी, स्काउट कक्ष, डांस कक्ष, म्यूजिक कक्ष, स्मार्ट अध्यापन कक्ष, सर्व सुविधायुक्त पुस्तकालय, इन्डोर जिम्नासियम, प्री प्रायमरी कक्षाओं के लिए विशेष प्रकार के कक्ष, फर्नीचर व समस्त प्रकार की खेलकुद की सामग्री आदि की सुविधा प्रदान की गई है। इस विद्यालय में 1 कि.मी. से 15 कि.मी. दूरी से आने वाले बच्चों के लिए परिवहन सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। विद्यार्थियों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विषयवार शिक्षकों के साथ-साथ संगीत शिक्षक, नृत्य शिक्षक, कम्प्यूटर शिक्षक, खेल शिक्षक, मनोवैज्ञानिक, केरियर काउंसलर आदि भी नियुक्त किये गये है।
रतलाम
07/Jun/2025,
विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून तथा गंगा दशमी के शुभ अवसर पर आनंद विभाग द्वारा जल स्रोतों को बचाने हेतु हनुमान ताल पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। आनंद विभाग की जिला समन्वयक सीमा अग्निहोत्री ने बताया कि रतलाम शहर में कुल 65 जल स्रोत पंजीकृत हैं। जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल स्रोतों के संरक्षण हेतु आनंद विभाग की टीम द्वारा कुल 21 जलस्रोतों का भ्रमण कर वहां का जल एकत्रित किया गया। पुष्पेंद्र सिंह सिसौदिया द्वारा निर्मित पार्थिव शिवलिंग पर सभी लोगों ने संग्रहित जल से रुद्राभिषेक किया गया। कार्यक्रम में रतलाम शहर के इन जल स्रोतों के बारे में स्थानीय जनता से उनके इतिहास और वर्तमान स्थिति की जानकारी भी ली गई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगर निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने कहा कि रतलाम की जनता को जागरूक होने की आवश्यकता है। नगर निगम की कचरा गाड़ी के बजाय लोग खाली प्लाट पर कचरा डाल देते है, जिससे रतलाम शहर की स्वच्छता, सुंदरता तो समाप्त होती ही है, लेकिन जल स्रोत भी प्रदूषित हो रहे हैं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि स्वच्छता प्रभारी विशाल शर्मा ने कहा कि लोग पॉलीथिन सहित पूजन सामग्री को कुंए,बावड़ी, तालाब में डाल देते है, जल स्रोतों को संरक्षण की आवश्यकता नहीं है सिर्फ उन्हें प्रदूषित करना बंद कर दें। कार्यक्रम की अध्यक्ष वार्ड पार्षद निशा सोमानी ने बताया कि सभी लोग जल स्रोतों को स्वच्छ रखने और संरक्षण का संकल्प लें तो रतलाम में स्वच्छ जल की कोई कमी नहीं रहेगी ,और पूजन सामग्री को जल में प्रवाहित करने के बजाय पृथक कर खाद बनने योग्य सामग्री को बगीचे में डाल सकते हैं। जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक रत्नेश विजयवर्गीय ने कहा कि यदि हम जागरूक नहीं रहे तो बावड़िया भी चोरी हो जाएगी, क्योंकि कई बावड़ी पर निर्माण हो चुके हैं और उसका कहीं अंश भी दिखाई नहीं देता। असामाजिक तत्व जमीन पर कब्जा करने के लिए बावड़ियों को कचरे से भरते चले जाते हैं और धीरे-धीरे वो विलुप्त हो जाती हैं। मधु परिहार ने आग्रह किया कि कोटा वाला बाग बावड़ी और हाकिमवाडा बावड़ी की स्थिति खराब है,उनको खत्म होने से बचाने की आवश्यकता है। विभिन्न पर्यावरण प्रेमी द्वारा उनके निवास स्थल के करीब की बावड़ियों ,कुओं के बारे में जानकारी दी गई। विभा राठौड़ ने भोयरा बावड़ी के इतिहास और उसके संरक्षण हेतु स्थानीय लोगों द्वारा किए गए प्रयास से अवगत कराया। जागरूकता कार्यक्रम में रतलाम के विभिन्न जल स्रोतों के रिकॉर्ड संधारित करने की योजना बनाई गई, जिसके दस्तावेजीकरण हेतु विनीता ओझा ने सहर्ष स्वीकृति प्रदान की। कार्यक्रम को सफल बनाने में आनंद विभाग के श्री सुरेंद्र अग्निहोत्री, श्री संदीप नारले, श्री पवन मकवाना, श्री अशोक मेहता और श्री धर्मा कोठारी द्वारा सहयोग किया गया। समस्त सामाजिक संस्थाओं ने उद्देश्यपूर्ण कार्यक्रम में शालीनता के साथ कार्यक्रम को सफल बनाया। कार्यक्रम के अंत में गंगा आरती हुई तथा लायंस क्लब रतलाम समर्पण ने कपड़े की थैलियां वितरित की।
रतलाम के जल स्रोतों को संरक्षित करने के अभियान आनंद विभाग,जन अभियान परिषद,महिला पतंजलि योग समिति,भारतीय स्त्री शक्ति , लायंस क्लब रतलाम गोल्ड,रतलाम कला मंच,लायंस क्लब रतलाम समर्पण,अखिल भारतीय मारवाड़ी समाज,सहज योग संस्था,नमो ग्रुप फाउंडेशन,कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज,राष्ट्रीय गौ रक्षा विभाग, केसरिया जागृति मंच,श्रेष्ठ नव निर्माण फाऊंडेशन,जिला पतंजलि योग समिति ,अखिल भारतीय स्वर्णकार सभा कुल 15 संस्थाएं संयुक्त रूप से सम्मिलित हुई।
रतलाम
07/Jun/2025,
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा संचालित हाईस्कूल एवं सेकेण्डरी की द्वितीय परीक्षा 2025 में सम्मिलित होने के लिए आनलाईन आवेदन की तिथि बढ़ाई जाकर 8 जून 2025 की गई है। इस बढ़ी अवधि का लाभ द्वितीय परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए आवेदन से वंचित अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों के द्वारा लिया जा सकता है। माध्यमिक शिक्षा मण्डल के निर्देशों के अनुसार द्वितीय परीक्षा में सम्मिलित होकर उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थियों को दो नही बल्कि एक ही अंकसूची जारी की जाएगी।