रतलाम,
15/Sep/2024,
मौसम में परिवर्तन के कारण रतलाम जिले में डेंगू के नए प्रकरण प्रतिवेदित हो रहे हैं। जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा डेंगू के प्रकरणों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। सीएमएचओ डॉक्टर आनंद चंदेलकर के मार्गदर्शन में जिला प्रशिक्षण केंद्र विरियाखेड़ी पर विभिन्न विकास खंडों के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का मलेरिया, डेंगू एवं चिकनगुनिया के संबंध में प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण के दौरान जिला मलेरिया अधिकारी डॉ प्रमोद प्रजापति ने बताया कि डेंगू एडीज नामक मच्छर के काटने से होता है। इसके वायरस को डेन वायरस के नाम से जाना जाता है। डेंगू के प्रमुख लक्षण बुखार आना, सर दर्द, चक्कर, घबराहट आदि मुख्य हैं। मुख्य रूप से ठहरे हुए पानी में डेंगू के लार्वा पनपते हैं।यह लार्वा मच्छर के रूप में विकसित होते हैं। इनका जीवन काल अधिकतम तीन सप्ताह का होता है। एडीज मच्छर दिन के समय में काटता है, और इसकी फ्लाइंग रेंज लगभग 300 मीटर तक देखी जाती है, यह मच्छर अंधेरे स्थान पर विश्राम करता है। डेंगू से बचाव के लिए हमेशा पूरी बाह के कपड़े पहने, अपने घर के आसपास पानी बिल्कुल इकट्ठा न होने दे। घरों में रखे हुए कूलर पूरी तरह खाली करें। पक्षियों के पानी पीने के लिए बनाए गए पात्र खाली कर दें, घर में रखी हुई टंकियां, टायर और अन्य पात्र सामग्री में किसी भी प्रकार का पानी इकट्ठा न होने दे, घरों के अंदर बने सीमेंट वॉटर टैंक में पानी बदलते रहे। कहीं पर पानी इकट्ठा होता दिखाई दे तो उसमें जला हुआ तेल या मिट्टी का तेल डाल देना चाहिए। किसी भी प्रकार का बुखार होने पर इसकी तत्काल निकट के सरकारी अस्पताल में जांच कराना चाहिए। समय पर जांच और पूरा उपचार करने पर डेंगू पूरी तरह ठीक हो जाता है। उन्होंने बताया कि नगर पालिका निगम के साथ समन्वय कर जिन स्थानों पर लार्वा पनपता दिखाई देगा, ऐसे स्थान पर संबंधित संस्थान के मालिक पर जुर्माना अधिरोपित करने की कार्यवाही की जाएगी प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉक्टर गौरव बोरीवाल, मीडिया अधिकारी श्री आशीष चौरसिया, डिप्टी मीडिया अधिकारी श्रीमती सरला वर्मा, सहायक मलेरिया अधिकारी श्री एन एस वसुनिया, श्री आर सी पालीवाल, श्री संदीप विजयवर्गीय, ओम प्रकाश बावल्चा एवं जिले के विभिन्न विकास खंडों के सी एच ओ एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे।
रतलाम,
15/Sep/2024,
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा मध्यप्रदेश में निवेश को लेकर किये जा रहे प्रयासों के चलते जहां एक ओर प्रदेश में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की श्रृंखला जारी है, वहीं प्रदेश के बाहर बड़े शहरों में उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिये आकर्षित करने रोड-शो किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का निवेश के लिये अगला पड़ाव पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता है, जहाँ वे 20 सितम्बर को होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में देश-विदेश से आने वाले उद्योगपतियों से रूबरू होंगे। मध्यप्रदेश को आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिये निरन्तर किये जा रहे नवाचारों से औद्योगिक विकास को गति मिलेगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा वर्ष 2025 को “उद्योग वर्ष” घोषित किया गया है। वर्ष 2025 के प्रारंभ में ही 7-8 फरवरी को भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की जा रही है। साथ ही पूरे वर्ष प्रदेश में औद्योगिक विकास को लेकर एक मिशन के तौर पर प्रयास किये जायेंगे कोलकाता में इंटरएक्टिव सत्र 20 सितंबर, 2024 को होटल जेडब्ल्यू मैरियट में होगा। कोलकाता इस्पात, प्लास्टिक, खाद्य प्र-संस्करण, फार्मास्यूटिकल्स और वस्त्र जैसे विविध क्षेत्रों के साथ देश के प्रमुख औद्योगिक केंद्रों में से एक है। प्रस्तावित इंटरएक्टिव सत्र में पश्चिम बंगाल क्षेत्र में स्थित विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जा रहा है मुख्यमंत्री डॉ. यादव इंटरएक्टिव सेशन्स में उद्योगपतियों के समक्ष मध्यप्रदेश में निवेश, नवाचार और आर्थिक विकास को सतत बढ़ावा देने के लिए सरकार के दृष्टिकोण और नवचारों को रेखांकित करते हुए अपनी बात रखेंगे। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति और निवेश संवर्धन मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों पर एक प्रस्तुति देंगे, जो राज्य में व्यावसायिक संभावनाओं को तलाशने वाले निवेशकों को बहुमूल्य जानकारी प्रदान करेगा। विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपति राज्य के औद्योगिक परिदृश्य और विकास की संभावनाओं पर अपनी अंतर्दृष्टि भी साझा करेंगे। यह कार्यक्रम निवेशकों को प्रमुख हितधारकों के साथ जुड़ने, वन-टू-वन चर्चाओं में भाग लेने और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ नेटवर्क बनाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव उद्योगपतियों से वन-टू-वन बैठकों में और सीईओ के साथ दोपहर के भोजन पर भी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे राज्य सरकार द्वारा उद्योगपतियों को सुविधा देने के लिये सिंगल विण्डो सिस्टम प्रारंभ किया है, जो औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने में निर्णायक भूमिका निभायेगा। यह आयोजन मध्यप्रदेश में निवेश की अपार संभावनाओं का पता लगाने का एक बेहतरीन अवसर है। इन इंटरएक्टिव सत्रों में होने वाली चर्चाओं के परिणाम स्वरूप निवेशक राज्य में निवेश के लिये प्रेरित होंगे, जिससे प्रदेश में आर्थिक विकास के साथ रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे मुंबई, कोयम्बटूर और बेंगलुरु में उद्योगपतियों के साथ हुए इंटरएक्टिव सत्रों में हुई चर्चा से उद्योगपति मध्यप्रदेश में निवेश के लिये आकर्षित हुए हैं। इसके परिणामस्वरूप अनेक उद्योगपतियों ने मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने का एमओयू भी साइन किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निरंतर प्रयास और उद्योगपतियों को सहज रूप से उपलब्ध कराई जाने वाली व्यवस्थाओं के माकूल इंतजाम किये गये हैं। मध्यप्रदेश के मजबूत औद्योगिक बुनियादी ढाँचे, प्राकृतिक संसाधन, पर्याप्त लैण्ड बैंक, सड़कों का जाल, सभी प्रमुख राज्यों से कनेक्टिविटी आदि विशेषताएँ निवेशकों को म.प्र. में उद्योग स्थापित करने के लिये आकर्षित कर रही है।
रतलाम,
15/Sep/2024,
रतलाम जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम सनावदा में जल जीवन मिशन की नल जल योजना बनने से ग्राम वासियों को हुआ पानी का आराम घर पर ही मिलता है नल से जल ग्राम सनावदा में पानी की समस्या को देखते हुए जल जीवन मिशन अंतर्गत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा 1164 जनसंख्या वाले ग्राम में 62 लाख की लागत से नल जल योजना का क्रियान्वन किया गया। योजना अंतर्गत एक 50 हजार लीटर की उच्च स्तरीय टंकी, 20 हजार लीटर के संपवेल का निर्माण कर एवं साढे तीन किलोमीटर पाइपलाइन बिछाकर 200 से अधिक नल कनेक्शन देकर हर घर एवं स्कूल, आंगनबाड़ी आदि को जोड़ा गया। घर पर ही नल से पानी मिलने के कारण अब ग्राम वासियों को पानी लाने के लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। ग्राम की सरपंच श्रीमती मांगू बाई डमॉर ने बताया कि जल जीवन मिशन की नल जल योजना से हम लोगों का जीवन अब सरल हो गया है, पानी भरने के लिए होने वाला तनाव वह समस्या से निजात मिली है। पीएचई विभाग के जिला जल सलाहकार श्री आनंद व्यास उपयंत्री श्रीमती पूजा भूरिया, विकासखंड समन्वयक श्री बब्बन बेनल द्वारा समय-समय पर ग्राम में योजना संचालन संधारण एवं जल गुणवत्ता जाचनें का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नल चालक याकूब खान योजना को सुचारू रूप से संचालित करते हैं। घर पर ही नल से जल मिलने के कारण ग्राम मैं खुशी का माहौल है। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को इस योजना के लिए ग्राम वासियों ने धन्यवाद दिया।