Breaking News

क्या दौबारा सैलाना के जंगल में कोई शेर घुम रहा है जंगली जानवर ने फिर बकरियों व बकरीयो के बच्चे पर किया हमला ग्रामीणों ने फिर तेंदुआ होने की जताई आशंका।

रतलाम

11/Apr/2024

ब्यूरो चिफ कृष्णकांत मालवीय

रतलाम सैलाना क्या दौबारा सैलाना के जंगल में शेर घुम रहा है? एक ऐसी खौफनाक खबर मिली है। दरअसल रतलाम जिले के सैलाना से लगभग 6 किलो मीटर दूर आदिवासी अंचल के ग्राम पंचायत सांसर के देवरुंडा गांव में बुधवार देर रात्रि लगभग छः से आठ बकरियां व बकरियों के बच्चे को किसी जंगली बड़े वन्य प्राणी द्वारा मारे जाने की खबर से गांव मे सन्न फैल गई है। सुचना मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। और मृतक बकरियां व बकरियों के बच्चे का पंचनामा बनाकर ले गए। गुरुवार सुबह जब इस घटना की जानकारी भारत 24×7 के रतलाम ब्यूरो चीफ कृष्णकांत मालवीय को मिली। तो वैसे ही खबर कि पडताल की जानकारी जुटाई। वही ग्राम देवरुंडा निवासी सुरेश पिता थावरा गामड़ उम्र 37 वर्षीय खेतों से लगे एक मकान के समीप मौजुद झोपड़ी मे बकरियों को रखते थे। बुधवार रात्रि 10 से 11 बजे के बीच जब‌ सुरेश ने बकरियों की चिल्लाहट सुनी तो दौड़कर झोपड़ी की तरफ आया। ओर देखा की वहां से लगभग दो से चार बड़े वन्य प्राणी को उन्होंने बकरियों को मुंह में दबोच कर ले जाते भागते देखा। सुरेश का कहना है कि वह शेर ही है, जिसने उसकी बकरियों व बकरियों के बच्चे को मारकर खाया है। इस की सुचना गांव के लोगों ने सैलाना वन विभाग को दी। साथ ही सैलाना वन विभाग में पदस्थ बीट प्रभारी राकेश डिंडोर व उनकी टीम मौके पर पहुंची। जहां मृतक बकरियां व बकरियों के बच्चे का पंचायत बनाकर लौट गए। यह जरूर है कि सुरेश की बकरियों को किसी वन्य प्राणी ने ही खाया है। पर वह वन्य प्राणी शेर ही है। फिर भी आगे की कार्रवाई जारी है।

ग्राम पंचायत सचिव भी पहुचे मौके पर-
उधर ग्राम पंचायत सांसर के सचिव समरथ मईड़ा ने कहा कि वन विभाग ने पंचनामा बनाया है। भले ही वे कुछ भी कहे पर गांव वालों का कहना है की वह शेर ही है, जिसने मकान के बाहर मौजूद झोपड़ी में घुसकर पशुओं को मारा है। वन विभाग जल्दी ही एक बड़ा अभियान चलाकर शेर को पकड़े और ग्रामीणों को राहत दिलाए। उधर बकरियों के मालिक सुरेश गामड़ भी यही कहते हैं कि शेर के खौफ से जल्द ही हमें आजादी दिलाई जाएगा।

भय के कारण चैन की नींद नहीं सोए ग्रामीण-
उधर ग्राम भुरालाल गामड़, वरसिंह गामड, मुकेश गामड, नानालाल गामड, दिनेश निनामा ने बताया कि शोर सराबा करने से वन्य प्राणी को भगा दिया। साथ ही चिंतित ग्रामीण भय के मारे रात भर सोये नहीं। फिर सुबह होते ही जंगल से मृतक बकरियों को उठाकर लाए। ग्रामीणो का यह भी कहना है की जंगल मे चार तेंदुए व उसके बच्चे है।

अवकाश होने से मृतक बकरियों का पोस्टमार्टम नहीं हुआ-
उधर पशु चिकित्सा अधिकारी डाक्टर वीरसिंह डोडियार का कहना है कि ईद के पर्व की छुट्टी होने के कारण अभी मृतक बकरियां व बकरियों के बच्चे क्षत-विक्षत शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया है। घटनास्थल पर मौके पर तेंदुए के पैरों के निशान की पुष्टि की गई है।

इस क्षेत्र में तेंदुए का है, मूवमेंट-
सैलाना विभाग अधिकारी रेंजर सीमा सिंह ने बताया कि ग्राम देवरुंडा में सुरेश गामड़ के यहां पर मौजूद बकरियां व बकरियों के बच्चे को बड़े वन्य प्राणी द्वारा मारे जाने की जानकारी प्राप्त हुई है मौके पर बीट प्रभारी राकेश डिंडोर को पंचनामा बनाने के लिए भेजा गया। साथ ही गर्मी का मौसम शुरू हो गया है जीव जानवर को प्यास लगती है पानी के लिए भटकते रहते हैं भटकते हुए। वह गांव में पहुंच गए होंगे। उस क्षेत्र में तेंदुए की मूवमेंट मौजूद है। वहां पर तेंदुए के पैरों के निशान भी देखे गए हैं। इसी के साथ ही तेंदुए के बच्चे भी हो सकते हैं। डॉक्टर ने भी तेंदुए के पैरों के निशान की होने की पुष्टि की है। अवकाश होने के कारण बकरियां व बकरीयो के बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है। पंचनामा बना दिया गया है। जल्द ही पिंजरा लगाने को लेकर बड़े अधिकारी से बात की जाएगी।

Check Also

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रजत जयंती वर्ष में करेंगे 25वें खेल चेतना मेला का शुभारंभ,

🔊 Listen to this रतलाम, 20/Dec/2024, चेतन्य काश्यप फाउंडेशन एवं क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित 25वां …