रतलाम,
27/Jul/2024,
जिले तथा शहर के खेल संगठन सक्रियता के साथ अपनी गतिविधियों को आगे बढ़ाएं खेल प्रतिभाओं को तराशे ताकि प्रतिभावान खिलाड़ी जिले का नाम रोशन कर सके यह बात प्रदेश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने रतलाम कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित खेल संगठनों की बैठक में कही। इस अवसर पर मंत्री श्री काश्यप ने खेल अधिकारी सुश्री रुचि शर्मा को हाकी एस्ट्रो टर्फ निर्माण, एथलेटिक्स ट्रैक्स तथा मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स कंपलेक्स निर्माण हेतु भूमि आवंटन आदेश सोपा। शुक्रवार को आयोजित बैठक में जिला भाजपा अध्यक्ष श्री प्रदीप उपाध्याय शहर के विभिन्न खेल संगठनों के पदाधिकारी कलेक्टर श्री राजेश बाथम, पुलिस अधीक्षक श्री राहुल लोढ़ा, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण श्री अरुण पाठक आदि उपस्थित थे। बैठक में मंत्री श्री काश्यप ने कहा कि रतलाम शहर में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने तथा खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रयास किया जा रहे हैं। शहर में हॉकी के लिए एस्ट्रो टर्फ का निर्माण, एथलेटिक्स टैक्स का निर्माण, मल्टीपर्पज स्पोर्ट्स कंपलेक्स का निर्माण खिलाड़ियों के लिए सौगात है। संत कंवर राम नगर में कबड्डी, बास्केटबॉल, स्केटिंग जैसी खेल गतिविधि आयोजित हो रही है। उन्होंने कहा कि शहर के खेल संगठनों को सक्रियता के साथ अपनी गतिविधियां आयोजित करना होगी तभी शहर से अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जा सकेंगे। उन्होंने इस संदर्भ में चैतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा प्रति वर्ष आयोजित किए जाने वाले खेल चेतना मेले का जिक्र किया जिसके माध्यम से शहर के खिलाड़ियों हेतु आगे उन्नति की राह प्रशस्त होती है। खेल चेतना मेला शहर के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित तथा बढ़ावा देने का काम कर रहा है। शासन के प्रयासों से अभी भी शहर में कई खेल प्रतिभाएं आ रही हैं परंतु उनकी संख्या संतोषजनक नहीं है। श्री कश्यप ने कहा कि यदि खेल संगठन किन्हीं खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय कोचिंग के लिए उचित पाते हैं तो उनसे संपर्क कर सकते हैं खिलाड़ियों के लिए उच्च स्तर पर कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी, रतलाम की खेल प्रतिभाओं के विकास के लिए खेल संगठन जो भी उचित सुझाव देगें तो उन पर अमल किया जाएगा। श्री काश्यप ने कलेक्टर को निर्देशित किया कि जिले में प्रत्येक विकासखंड स्तर पर खेल क्लस्टर निर्माण के लिए भूमि चिन्हित करेंं। इस अवसर पर श्री प्रदीप उपाध्याय ने संबोधित करते हुए कहा कि शासन द्वारा खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने का हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं इसका लाभ रतलाम जिले के खिलाड़ियों को भी मिल रहा है। चैतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित किए जाने वाला खेल चेतना मेला शहर की खेल प्रतिभाओं के लिए एक सौगात है जिसके माध्यम से शहर की खेल प्रतिभाएं स्पोर्ट्स करियर की दिशा में आगे बढ़ रही है। श्री उपाध्याय ने रतलाम शहर को हॉकी टर्फ, मल्टीपर्पज खेल परिसर आदि सौगात देने के लिए मंत्री श्री कश्यप का आभार भी व्यक्त किया पुलिस अधीक्षक श्री राहुल लोढ़ा ने कहा कि मंत्री श्री काश्यप खेलों के विकास के लिए अत्यंत गंभीरता से काम कर रहे हैं उनके प्रयासों से रतलाम शहर में खेलों के लिए बड़ी अधोसंरचना विकसित हो रही है बैठक में उपस्थित खेल संगठनों के पदाधिकारी डॉ गोपाल मजावादिया, श्री अखिलेश गुप्ता, श्री सतीश पुरोहित, श्री अनुज शर्मा, श्री उमंग सेठिया, श्री कुलदीप त्रिवेदी, श्री नरेंद्र पराडे ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन श्री जितेंद्र धूलिया ने किया आभार जिला खेल अधिकारी सुश्री रुचि शर्मा माना।
रतलाम,
27/Jul/2024,
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अन्तर्गत जिले में अधिसूचित की जाने वाली खरीफ फसलों की सूची राजपत्र में प्रकाशन हो चुकी है। फसल बीमा कराने के लिए मात्र एक सप्ताह शेष है किसान जिस बैंक में उनका किसान क्रेडिट कार्ड बना है वहां जाकर फसल बुआई प्रमाण-पत्र एवं पटवारी हल्का की जानकारी सम्बंधित बैक में जाकर अद्यतन कराए। बीमा की अंतिम तिथि 31 जुलाई निधारित है उप संचालक कृषि श्रीमती नीलम सिंह चौहान द्वारा बताया गया कि तहसील स्तर पर कपास एवं पटवारी हल्का स्तर पर सोयाबीन एवं मक्का फसल को परिभाषित किया गया। कृषकों हेतु मौसम खरीफ में प्रीमीयम दर अनाज, तिलहन उवं दलहनी फसलों के हलए बीमीत राशि का 2 प्रतिशत या वास्तविक दर जो भी कम हो, कपास हेतु बीमीत राशि का 5 प्रतिशत या वास्तविक दर जो भी कम हो, देय होगी। सोयाबीन फसल की प्रतिहेक्टयर बीमाधन राशि 52000 रूपए जिसकी 2 प्रतिशत प्रीमीयम राशि 1040 रूपए है। इसी क्रम में मक्का फसल की प्रजिहैक्टेयर बीमाधन 40000 रूपए जिसकी बीमा प्रीमीयम 2 प्रतिशत राशि 800 रूपए है। भारत सरकार द्वारा खरीफ 2024 से सभी कृषक हेतु योजना को स्वैच्छिक/एैच्छिक किया गया है इसी अनुक्रम में योजना में प्रावधान किया गया है कि अल्पकालिक फसल ऋण लेने वाले ऋणी जो अपनी फसलों का बीमा नहीं करवाना चाहते है वे कृषक बीमांकन की अंतिम तिथि से 07 दिवस पूर्व तक सम्बन्धित बैंक से लिखित में आवेदन कर निर्धारित प्रपत्रा में भरकर योजना से बाहर जा सकते है। अल्पकालिक फसल ऋण प्राप्त करने वाले कृषकों की फसलों का बीमा सम्बन्धित बैंक द्वारा किया जाएगा। अऋणी कृषक/ओव्हरडयू कृषक जिसका बैंक में बचत खाता है, अपनी अधिसूचित फसलों का बीमा बैंक, लोक सेवा केन्द्र एवं कार्यरत बीमा कंपनी के अधिकृत एजंट के माध्यम से आवश्यक दस्तावेज जैसे फसल बीमा प्रस्ताव फार्म, आधार कार्ड, पहचान पत्र- वोटर कार्ड, पैन कार्ड, समग्र आईडी, ड्राईविंग लायसेंस, भू-अधिकार पुस्तिका, पटवारी या ग्राम पंचायत सचिव द्वारा जारी बुवाई प्रमाण-पत्र, प्रस्तुत कर अपनी अधिसूचित फसलों का बीमा करवा सकते है। अधिक जानकारी के लिए क्षेत्र के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से सम्पर्क करें।
रतलाम,
27/Jul/2024,
रतलाम जिले की गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी निजी संस्थाओं द्वारा किए जाने के संबंध में सोनोग्राफी संचालकों से सहमति ली गई थी। इस क्रम में रतलाम जिले के 19 सोनोग्राफी संचालकों ने विभागीय आधार पर गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी करने के संबंध में सहमति प्रदान की। इसकी तैयारी के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आनंद चंदेलकर ने शहर के सोनोग्राफी सेंटर संचालकों की ऑनलाइन एवं ऑफलाइन बैठक की। बैठक के दौरान सीएमएचओ ने सहमति देने वाले सोनोग्राफी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने के संबंध में कहा। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत जिले के प्रसव केंद्रों पर स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ द्वारा गर्भवती महिलाओं की माह की 9 तारीख एवं 25 तारीख को जांच की जाती है। इस संबंध में गर्भवती महिलाओं के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ द्वारा परीक्षण के उपरांत उनके 18 से 22 में सप्ताह की गर्भधारण अवधि में एक बार सोनोग्राफी जांच निजी संस्थाओं द्वारा कराई जाएगी। इसके लिए सोनोग्राफी संचालक को 500 रुपए प्रति हितग्राही के मान से राशि विभाग द्वारा प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम की मॉक ड्रिल 29 जुलाई को जिला चिकित्सालय के माध्यम से कराई जाएगी। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ प्रदेश के माननीय उपमुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल द्वारा 9 अगस्त को किया जाना संभावित है। शुभारंभ कार्यक्रम होने के पश्चात सेवाप्रदायगि के लिए संबंधित गर्भवती महिला को अपनी जांच निकट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में करना होगी। जांच के बाद गर्भवती महिला को गर्भधारण के 18 से 22 वे सप्ताह के दौरान जांच हेतु स्वास्थ्य संस्था द्वारा वाउचर बनाकर प्रदान किया जाएगा। वाउचर में उल्लेखित संस्था में गर्भवती महिला को निशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा प्राप्त होगी तथा इसका भुगतान स्वास्थ्य विभाग के संबंधित स्वास्थ्य केंद्र द्वारा सोनोग्राफी संचालक को ऑनलाइन किया जाएगा। सीएमएचओ डॉ आनंद चंदेलकर ने बताया कि कार्यक्रम के संबंध में आवश्यक तैयारियां पूर्ण की जा रही है तथा विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए जा चुके हैं। बैठक के दौरान रतलाम जिले के अंकुर हॉस्पिटल, अपना सोनोग्राफी सेंटर, आशीर्वाद फर्टिलिटी, आशीर्वाद नर्सिंग होम, भदोरिया इमेजिंग डायग्नोस्टिक, डीडी वाय डायग्नोस्टिक सेंटर, दिव्या क्लिनिक, माहेश्वरी हॉस्पिटल, मेहरा नर्सिंग होम, मिशन हॉस्पिटल खारवा कला, मुकुंद इमेजिंग एंड डायग्नोस्टिक, ओजस क्लिनिक ताल, प्रीति सिटी स्कैन सेंटर, राठौर नर्सिंग होम, रतलाम हॉस्पिटल, रिधान हॉस्पिटल, ऋषभ डायग्नोस्टिक शाह मेटरनिटी एंड नर्सिंग होम तथा विहान डायग्नोस्टिक सेंटर रतलाम आदि के प्रतिनिधि सहभागी रहे