रतलाम,
13/Jan/2025
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को राज्य स्तरीय कार्यक्रम से मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना अंतर्गत बहनों के बैंक खातों में सहायता राशि अंतरित की। इस अवसर पर रतलाम जिले की 2 लाख 54 हजार से अधिक बहनों को कुल 30 करोड़ 92 लाख 62 हजार रुपए सहायता राशि का लाभ प्राप्त हुआ। इसके साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के हितग्राहियों को माह दिसंबर 2024 की राशि तथा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना अंतर्गत एलपीजी गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं तथा गैरपीएम उज्जवला योजना श्रेणी की लाडली बहन हितग्राहियों के बैंक खातों में भी सिंगल क्लिक से सहायता अनुदान राशि अंतरित की गई कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में इस अवसर पर अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम अधिकारी रजनीश सिन्हा, सहायक संचालक सुश्री अंकिता पंड्या तथा महिला बाल विकास विभाग की कर्मचारी एवं हितग्राही महिलाएं उपस्थित थी। इस अवसर पर हल्दी कुमकुम का आयोजन भी हुआ।
रतलाम,
13/Jan/2025
स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस युवा दिवस के अवसर पर रतलाम जिले में भी सामूहिक सूर्य नमस्कार तथा प्राणायाम का आयोजन किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम रतलाम के उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में आयोजित किया गया जहां महापौर प्रहलाद पटेल, जिला बीजेपी अध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, कलेक्टर राजेश बाथम, अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, सीईओ जिला पंचायत श्रृंगार श्रीवास्तव, कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग रजनीश सिन्हा, स्कूली विद्यार्थी आदि सम्मिलित हुए इस अवसर पर मां सरस्वती तथा स्वामी विवेकानंदजी के चित्र पर अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया। स्वामी विवेकानंदजी के रिकॉर्डड संदेश का रेडियो प्रसारण सुना गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का संदेश भी सुना गया। सामूहिक सूर्य नमस्कार में प्रमुख योग प्रशिक्षक श्रीमती आशा दुबे द्वारा योगाभ्यास कराया गया। रेडियो पर प्रसारित निर्देशों के अनुसार योग अभ्यास किया गया सूर्य नमस्कार में प्रार्थना, मुद्रा, पाद हस्तासन, अश्व संचालनासन, पर्वतासन, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन किए गए।
रतलाम,
13/Jan/2025
आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर परमार्थिक समिति द्वारा सागोद रोड स्थित ऋषभ धाम में आयोजित पंचकल्याणक महोत्सव के जन्म कल्याण महोत्सव में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, कैबिनेट मंत्री चैतन्य काश्यप भी सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल गेहलोत ने कहा कि पंचकल्याणक महोत्सव जैन धर्म में एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान और उत्सव है जो तीर्थंकर भगवान के जीवन के पांच महत्वपूर्ण चरणों के माध्यम से हमें धर्म और मोक्ष के पथ पर चलने की प्रेरणा देता है। यह महोत्सव हमें भगवान की शिक्षाओं को आत्मसात करने, आत्मा की दिव्यता को पहचानने और धर्म, करुणा, अहिंसा और संयम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि जैन धर्म के 22 वे तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ का जीवन करुणा, अहिंसा, त्याग और सत्य का आदर्श उदाहरण है। आपने सभी जीवो के प्रति प्रेम और अहिंसा का संदेश दिया और लोगों को पंचशील सिद्धांत (अहिंसा, सत्य, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह) पर चलने की शिक्षा दी। उनके विचार आज भी मानवता के लिए प्रेरणादायक है।
श्री गहलोत ने कहा कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद बने भगवंत आचार्य एवं साधु- साध्वी चाहते तो व्यापार-व्यवसाय करके वैभवपूर्ण जीवन जी सकते थे लेकिन इन्होंने वैभवपूर्ण जीवन जीने के बजाय दीक्षा प्राप्त करके सत्य, अहिंसा, तप और धर्म के मार्ग पर चलकर परोपकारी कार्य करते हुए समाज में नैतिक और मानवीय मूल्यों को स्थापित करके एवं जैन धर्म के आदर्शों को प्रचारित करने तथा सनातन संस्कृति एवं धर्म के प्रचार का पुण्य कार्य करके सदमार्ग मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है।
मंत्री काश्यप ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक परंपरा अतिप्राचीन है जो वसुदेव कुटुंबकम के दर्शन और ध्यान पर केंद्रित होकर सर्वे भवंतु सुखिनो सर्वे संतु निरामया एवं जियो और जीने दो की भावना से प्रेरित है। भारतीय संस्कृति में पर्यावरण संरक्षण की प्राचीन परंपरा है। हम वृक्ष, जल, भूमि और जीव-जंतुओं की पूजा करते हैं। प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है।
रविवार को आयोजन में महोत्सव समिति द्वारा राज्यपाल गहलोत व केबीनेट मंत्री काश्यप को अध्यक्ष राजकुमार अजमेरा, सचिव जिनेंद्र जैन, सुशील अजमेरा, गौरव अजमेरा, मुकेश मोठिया, कीर्ति बड़जात्या, महेंद्र अजमेरा आदि ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस अवसर पर कलेक्टर राजेश बाथम का भी सम्मान किया गया। डीआईजी एसपी मौजूद थे।