रतलाम
28/May/2025,
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा युवाओं के रोजगार एवं स्वरोजगार हेतु मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना चलाई जा रही है। योजना के अंतर्गत आवेदन हेतु शैक्षणिक योग्यता 12वीं, आईटीआई तथा 18 से 29 वर्ष की आयु निर्धारित है। युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान आपको 8,000 से 10,000 तक का मासिक स्टाइपेंड मिलेगा, जिसमें 75 प्रतिशत राशि राज्य सरकार और 25 प्रतिशत प्रतिष्ठान द्वारा दी जाएगी। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रमाण पत्र भी मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
इच्छुक आवेदक अधिकारिक पोर्टल www.mmsky.mp.gov.in पर पंजीयन कर आवश्यक दस्तावेज़-आधार, पैन, बैंक पासबुक, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, फोटो आदि अपलोड कर अपनी रुचि के अनुसार प्रतिष्ठान/कोर्स का चयन आवेदन कर सकते है।
रतलाम
28/May/2025,
जिला रोजगार अधिकारी श्री यू पी अहिरवार द्वारा बताया गया कि सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग व तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग मध्यप्रदेश शासन के निर्देशानुसार जिला प्रशासन एवं रोजगार कार्यालय द्वारा युवा संगम अंतर्गत जिला स्तरीय, रोजगार एवं अप्रेंटिशिप मेले का आयोजन 4 जून 2025 को शासकीय आईटीआई सैलाना रोड रतलाम में किया जाएगा। जिसमें बेरोजगार युवाओं को निजी क्षेत्र की कंपनियों में अप्रेंटिशिप एवं रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे साथ ही स्वरोजगार योजनाओं के तहत विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा हितग्राहियों को उनके हितलाभ वितरण किए जाकर अलग अलग स्वरोजगार योजनाओं के बारे में मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा। शैक्षणिक योग्यता 8 वीं उत्तीर्ण से स्नातक, एवं आईटीआई उत्तीर्ण तथा 18 से 45 वर्ष तक के युवा आवेदन कर सकते है।
इच्छुक आवेदक युवा संगम मेले में दिनांक 4 जून 2025 को प्रातः 10 बजे से 3 बजे तक शासकीय आईटीआई सैलाना रोड रतलाम में अपने फोटो, शैक्षणिक योग्यताओं के मूल प्रमाण पत्र, रोजगार पंजीयन, 2 पासपोर्ट साइज फोटो एवं आधार कार्ड की छायाप्रति, समग्र आईडी एवं बायोडाटा के साथ उपस्थित हो सकते है।
रतलाम
28/May/2025,
कलेक्टर श्री राजेश बाथम के निर्देशन में खाद्य एवं औषधि प्रशासन रतलाम के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा मिलावट के विरूद्ध कार्यवाही लगातार जारी है। आज भी खाद्य सुरक्षा अधिकारी कमलेश जमरा द्वारा ताल और आलोट क्षेत्र में कार्यवाही करते हुए ग्राम मंडावल में स्थित कृष्ण टी स्टाल रेस्टोरेंट एंड किराना स्टोर का निरीक्षण कर बेसन,चावल,चायपत्ती के नमूने लिए गए,ग्राम आबूपुरा स्थित सवारियां मावा भट्टी से मावा एवं दूध के नमूने लिए गए। इसी प्रकार मेन रोड आलोट स्थित स्वागत ट्रेडर्स से रवा के नमूने लिए और वंदन ट्रेडर्स से देशी घी के नमूने लिए गए तथा बडौद नाका आलोट स्थित श्री खाटूश्याम टी स्टाल एवं रेस्टोरेंट से बेसन एवं मिठाई के नमूने लिए गए। विभिन्न खाद्य संस्थानों का निरीक्षण कर सभी दुकान संचालकों को अपने परिसर में स्वच्छता बनाए रखने और गुणवातायुक्त खाद्य पदार्थो का संग्रहण एवं विक्रय करने के निर्देश दिए गए। लिए गए सभी नमूने जांच हेतु भोपाल स्थित राज्य खाद्य प्रयोगशाला भेजे जाएंगे।जहां से प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। आगे भी कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
रतलाम
28/May/2025,
एम.पी. ट्रांसको के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने मुख्यालय जबलपुर में आयोजित संवाद कार्यक्रम में कंपनी के लेखाधिकारियों, विधि अधिकारी,जबलपुर के विभिन्न कार्यालयों में पदस्थ असिस्टेंट इंजीनियरों , प्रोग्रामर, एच आर मैनेजर और जूनियर इंजीनियरों से सीधा संवाद करते हुए कहा कि एम पी ट्रांसको की युवा पीढ़ी को केंद्र सरकार के विकसित भारत 2047 लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए कार्य करना होगा, जिससे न केवल कंपनी अपनी विशिष्ट पहचान बनाए रख सकेगी, बल्कि वह राष्ट्रीय विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकेगी।उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी का संघर्ष आने वाली पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक बनेगा।
प्रो-एक्टिव और इनोवेटिव सोच अपनाने पर जोर
इंजी. सुनील तिवारी ने कहा कि आने वाला समय अनेक चुनौतियों से भरा होगा, इसलिए प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी को प्रो-एक्टिव (सक्रिय) और इनोवेटिव (नवाचार ) सोच के साथ टीमवर्क में कार्य करना होगा। उन्होंने सभी कार्मिकों से बहुआयामी एवं सकारात्मक कार्यशैली अपनाने का आग्रह किया।
फील्ड की आवश्यकताओं के अनुरूप कार्य करेंः-
प्रबंध संचालक ने यह भी उल्लेख किया कि मुख्यालय के अधिकारियों को फील्ड की आवश्यकताओं के अनुरूप अपनी कार्यशैली में लचीलापन लाना होगा। वर्तमान युग आउटसोर्सिंग का है, अतः ठेकेदारों और आउटसोर्स कर्मचारियों की छोटी-छोटी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान किया जाना चाहिए।
83 कार्मिकों की भागीदारी, सुझाव भी लिए गएः–
इस संवाद कार्यक्रम में मुख्यालय के लगभग 83 कार्मिक शामिल हुए। कार्यक्रम में अधिकारियों से फीडबैक लिया गया और विभिन्न सुझावों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम का संचालन अधीक्षण अभियंता सुनील यादव और आर.के. शर्मा द्वारा किया गया। दोनों अधिकारियों ने संवाद की आवश्यकता और उपयोगिता पर भी अपने विचार साझा किए।