रतलाम
01/Feb/2024
फरियादी सूरज पिता रामकिशोर चौरे निवासी इंदौर वर्तमान में रतलाम में रहकर फास्ट फूड का ठेला लगाता है। सूरज की मुलाकात तुलसीराम नाम के व्यक्ति से हुई थी। तुलसी राम ने सूरज को हर महीने 15 हजार रुपए देने का लालच दिया जिसके बदले में सूरज के नाम से बैंक खाता उसकी एक फर्म के नाम से खोलकर खाते की डिटेल्स, चेक बुक खाते में दर्ज सिम तुलसी राम को दे दी। तुलसीराम ने सूरज को और भी लोगो के खाते खुलवाने पर पैसे देने का लालच देकर उसके नाम से एक दो खाते और खुलवाए। तुलसीराम ने सूरज को अन्य दो खाते के पैसे नहीं दिए। सूरज को पैसे नही मिलने पर वह बैंक में खाते बंद करवाने गया तो वह उसे पता चला की उसके एकाउंट से करोड़ों रुपए का लेन देन हो रहा है। उसके चेक पर किसी अन्य व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षर कर लेनदेन कीया जा रह है। फरियादी सूरज द्वारा शक होने पर उसके बैंक खाते फ्रिज करने के लिए बैंक में आवेदन दिया गया था। पुलिस कार्यवाही :– फरियादी की रिपोर्ट पर थाना औद्योगीक क्षेत्र रतलाम पर अपराध क्रमांक 51/24 धारा 420, 467, 468, 120B, का दर्ज कर अनुसंधान में लिया गया। पुलिस अधीक्षक रतलाम राहुल कुमार लोढा द्वारा मामले की जांच एवं आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतलाम राकेश खाखा के मार्गदर्शन में सायबर सेल रतलाम एवं थाना औद्योगिक क्षेत्र रतलाम की संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा फरियादी के कथन, मुखबिर सूचना, एवम अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी तुलसीराम, योगेश शर्मा, सूर्यप्रकाश त्रिपाठी तीनो वर्तमान पता शक्तिनगर रतलाम को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियो से फर्जी खाते के उपयोग के सबंध में पुछताछ की जा रही है । अभी तक की जाँच में आरोपियो द्वारा बनाई गई फर्जी कंपनियो के माध्यम से विभिन्न राज्यो की करिब 40-50 कंपनीयो का पता लगाया गया है जिनको करोडो रुपयो का लेनदेन किया गया है, जिसके संबंध में जाँच की जा रही है ।