पेसा एक्ट के तहत जिले में प्रशिक्षण का सिलसिला जारी, जिले का आदिवासी विकासखंडों में सघन भ्रमण कर समस्याओं के निराकरण के निर्देश कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में शिकायतों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर कई अधिकारियों का वेतन काटने के निर्देश, मत्स्य पालन द्वारा आर्थिक उत्थान कर रहे हैं स्वयं सहायता समूह के सदस्य, दार्जिलिंग का वूलन ठंड का एहसास ना होने दें आज भी बरकरार खादी का महत्व,

रतलाम,

21 नवंबर 2022,

रतलाम जिले में पेसा एक्ट के तहत प्रशिक्षण का सिलसिला जारी है। इसके साथ ही ग्राम सभाओं के आयोजन भी प्रारंभ हो चुके हैं। पेसा एक्ट के तहत रतलाम जिले के लिए एसआईआरडी जबलपुर द्वारा वर्चुअल रूप से बाजना तथा सैलाना जनपद पंचायतों के 3-3 मास्टर ट्रेनर एवं उनके मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को विगत दिनों प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर द्वारा बाजना तथा सैलाना जनपद पंचायतों के ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सहायकों तथा मोबिलाइजर को पेसा एक्ट के संबंध में प्रशिक्षित किया गया है। लगभग 325 शासकीय अमले ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि पेसा एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु सैलाना तथा बाजना जनपद पंचायतों के प्रत्येक गांव से एक व्यक्ति मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा जो अपने गांव की ग्रामसभा सदस्यों को प्रशिक्षित करेगा। इस प्रकार गांवों के 463 व्यक्ति जो अधिकांश जन अभियान परिषद के कार्यकर्ता हैं एवं कुछ शिक्षक भी हैं, आगामी 25 से 30 नवंबर के मध्य प्रशिक्षित किए जाएंगे। प्रशिक्षित व्यक्ति अपने गांव में 5 दिसंबर से 12 दिसंबर तक की अवधि में अपनी ग्रामसभा के सदस्यों को पेसा एक्ट के संबंध में प्रशिक्षित करेंगे।

रतलाम,

21 नवंबर 2022,

समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा जिले के आदिवासी विकासखंडो बाजना तथा सैलाना के ग्रामीण क्षेत्रों में सघन भ्रमण कर समस्याओं के निराकरण के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए। कलेक्टर ने खासतौर पर सभी एसडीएम, तहसीलदारों, जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग, महिला बाल विकास अधिकारी, जिला आपूर्ति अधिकारी, संबंधित जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, वन तथा स्वास्थ्य विभाग को आदिवासी क्षेत्रों का भ्रमण करने के लिए निर्देशित किया। बैठक में समीक्षा के दौरान कलेक्टर द्वारा मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में लंबित शिकायतों के निराकरण में लापरवाही बरतने पर कई अधिकारियों के 10 प्रतिशत वेतन कटौती के निर्देश दिए। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी  जमुना भिड़े, अपर कलेक्टर अभिषेक गहलोत तथा जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। समीक्षा के दौरान कलेक्टर सूर्यवंशी द्वारा जिले के वन विभाग के प्रति सख्त नाराजगी व्यक्त की गई। बैठक में उपस्थित वन विभाग के एसडीओ का वेतन काटने के निर्देश दिए गए। समीक्षा में पाया कि वन विभाग द्वारा चार शिकायतों का निराकरण एक माह की अवधि में भी नहीं किया जा सका है। 50 दिन की सतत समीक्षा के बावजूद वन विभाग ने कार्य नहीं किया। इसी प्रकार की लापरवाही बरतने पर कलेक्टर द्वारा उपसंचालक उद्यानिकी, प्रभारी सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग, जिला परियोजना समन्वयक कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, निगमायुक्त तथा वन विभाग के एसडीओ के 10 प्रतिशत वेतन कटौती के निर्देश दिए गए। समीक्षा के दौरान पिपलोदा तहसीलदार द्वारा खसरा खतौनी के वितरण नहीं किए जाने पर भी कलेक्टर ने उनके प्रति सख्त नाराजगी व्यक्त की तथा कार्य सुधारने की चेतावनी दी। कलेक्टर द्वारा बैठक में आयुष्मान कार्ड निर्माण की भी समीक्षा की गई। बताया गया कि लगभग 1 लाख 15 हजार आयुष्मान कार्ड का निर्माण शेष है। पेसा एक्ट के क्रियान्वयन पर आवश्यक दिशा निर्देश कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को दिए। इस दौरान सैलाना जनपद पंचायत में पदस्थ विकासखंड अधिकारी गुप्ता की लगातार अनुपस्थिति की जानकारी एसडीएम सैलाना द्वारा दिए जाने पर कलेक्टर ने गुप्ता के निलंबन का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर सूर्यवंशी द्वारा राजस्व वसूली की समीक्षा में निर्देशित किया कि आगामी 30 नवंबर को राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित की जाएगी। उक्त तिथि तक सभी राजस्व अधिकारी अपने लक्ष्य का 70 प्रतिशत वसूल करें। शहर तहसीलदार अनीता चौकोटिया ने बताया कि नगर निगम से राजस्व विभाग को लगभग 10 करोड़ रुपए की राजस्व वसूली की जाना है। कलेक्टर ने निगम द्वारा राशि नहीं चुकाए जाने के कारण नगर निगम के बैंक खातों को कुर्क करने के निर्देश दिए। यह भी चेतावनी दी गई कि राशि नहीं चुकाई जाने की स्थिति में निगमायुक्त का वाहन भी कुर्क किया जा सकता है।

रतलाम,

21 नवंबर 2022,

जिले के विकासखण्ड बाजना के ग्राम गढीगमना में आजीविका स्वयं सहायता समूह के 15 सदस्य मत्स्य पालन कर अपना आर्थिक उत्थान कर रहे हैं, समृद्धि की ओर अपने कदम बढा रहे हैं। समूह की अध्यक्ष लक्ष्मी मोतीलाल तथा सचिव मंजू नन्दकिशोर बताती हैं कि समूह से जुडने से पूर्व सभी सदस्यों द्वारा कृषि एवं मजदूरी का कार्य किया जाता था, आर्थिक स्थिति कमजोर थी, मासिक आय 4 से 5 हजार रुपए प्राप्त होती थी जिससे परिवार का गुजारा मुश्किल से चलता था। लक्ष्मी ने बताया कि मत्स्य विभाग से समूह को मछली पालन हेतु ऋण उपलब्धता की जानकारी मिली तो समूह ने मत्स्य पालन के लिए पट्टा आवंटन की कार्यवाही प्रारम्भ की। ग्राम स्तरीय कार्यवाही के पश्चात जिला स्तर से समूह को 10 वर्ष के लिए प्रक्रियानुसार विभाग द्वारा पट्टा आवंटित किया गया। वर्ष 2021 में आजीविका मिशन के ग्राम संगठन के माध्यम से 50 हजार रुपए का ऋण लेकर मत्स्य बीज क्रय कर तालाब में छोडे गए जिससे समूह को पहले वर्ष में करीब 1 लाख 20 हजार रुपए का शुद्ध लाभ प्राप्त हुआ। दूसरे वर्ष में 80 हजार रुपए का मत्स्य बीज तालाब में छोडा गया जिससे समूह को 1 लाख 90 हजार रुपए का लाभ प्राप्त हुआ। वर्ष 2022 में 1 लाख मत्स्य बीज तालाब में डाले गए हैं जिसका विक्रय कार्य अभी जारी है। समूह द्वारा अतिरिक्त व्यवसाय के रुप में मत्स्य पालन को चयनीत किया जाकर अपना तथा अपने परिवार का आर्थिक उत्थान किया जा रहा है। इस आर्थिक सशक्तिकरण की योजना के लिए समूह के सदस्य मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का हृदय से आभार मानते हैं। समूह के अध्यक्ष का मोबाईल नम्बर 8349568499 है।

रतलाम,

21 नवंबर 2022,

रोटरी हॉल में चल रही मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम की प्रदर्शनी में दार्जिलिंग की ज्योति राय जिस गुणवत्ता के वूलन वस्त्र लेकर आई हैं वह अपने आप में बेमिसाल है। न्यूनतम तापमान में भी उनके वस्त्र गर्मी का एहसास कराने का सामर्थ रखते हैं। ज्योति राय ने बताया कि दार्जिलिंग का तापमान देश के अन्य हिस्सों की तुलना में कम रहता है और वहां ऊँन ब्रांडेड कंपनियों द्वारा फर्निश्ड किया जाता है फिर उनके महिलाओं के स्वयं सहायता समूह द्वारा बाजार की मांग के अनुरूप डिजाइन और वैरायटी तैयार की जाती है। पिछले 10 वर्षों से ज्योति राय देश के विभिन्न हिस्सों में अपने समूह द्वारा बनाए गए वूलन कपड़ों का विक्रय कर चुकी है। उनकी निर्माण की कला इतनी आकर्षक है कि यहां पहुंचने वाले ग्राहक उनके हाथों से तैयार किए गए इन ऊनी वस्त्रों को खरीदने के लिए तैयार हो जाते हैं। उनके पास शॉल, कान पट्टी  स्टॉल सहित कई ऐसी आइटम है जो भीतर की तरफ कॉटन कपड़ा लगाकर तैयार किए गए हैं। जिससे ठंड का बेहतर बचाव होता है। मेले में भोपाल से आए मोहम्मद आरिफ खादी के रेडीमेड शर्ट और कुर्तों के लिए पूरे भोपाल में विख्यात है। हथकरघा विकास निगम में उनके प्रोडक्ट विशेष रूप से पसंद किए जाते हैं। उनका मूल उद्देश्य खादी को बढ़ावा देना है। और यही कारण है कि बाजार में जितनी कीमत में कपड़ा मिलता है उससे कम कीमत में तो आरिफ भाई शुद्ध खादी में कुर्ता, शर्ट और अन्य जेंट्स वस्त्र इस मेले में उपलब्ध करा रहे हैं। आरिफ भाई के द्वारा तैयार किए गए वस्त्र युवाओं द्वारा खूब पसंद किए जा रहे हैं। मेला प्रभारी दिलीप सोनी ने बताया की मेला 04 दिसंबर तक दोपहर 12:00 से रात 9:00 बजे तक आमजन के लिए उपलब्ध है जिसमें प्रदेशभर के शिल्पी हर ग्राहक की सेवा करने के लिए तत्पर है।

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