रतलाम,
28/Nov/2021,
राज्य शासन की योजना के अनुसार कोविड-19 संक्रमण से जिन व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है, उनके वारिसान को अनुग्रह राशि प्रदान करने के लिए पूरे जिले में रविवार को कैंप आयोजित किए गए। इस दौरान 307 आवेदन प्राप्त हुए जिनका परीक्षण उपरांत कार्रवाई की जा रही है।कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि रतलाम कलेक्ट्रेट परिसर के अलावा जिले की जनपद पंचायतों तथा नगर पालिकाओं में भी कैंप आयोजित किए गए। रतलाम कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित कैंप में 190 आवेदन प्राप्त हुए। इसके अलावा जावरा में 30, पिपलोदा में 50 तथा बाजना में 10, ताल नगर पालिका में 11, नगर पालिका आलोट में 7 आवेदन प्राप्त हुए रतलाम कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित कैंप में आवेदन का प्रारूप भी आवेदकों को उपलब्ध कराया गया जिसकी पूर्ति आवेदकों से कराई जाकर प्राप्त किया गया। इस दौरान ऑफिस अधीक्षक प्रभाकांत उपाध्याय, सहायक नवीन त्रिवेदी, सुश्री अंकिता व्यास, मनीष माथुर, अभिषेक पालीवाल, श्याम वर्मा, नगर निगम उपयंत्री राजेश पाटीदार, सुश्री अनीता ठाकुर, मनीष तिवारी, नायब तहसीलदार सुश्री पूजा भाटी, मनोज चौहान, राजस्व निरीक्षक शुभम तिवारी, पटवारी दिग्विजय जलधारी आदि ने तैनात रहकर सक्रियता से कार्य किया,
रतलाम,
28/Nov/2021,
कोरोना संक्रमण से मृत्यु की दशा में वारिसान को अनुग्रह सहायता राशि देने का कार्य सतत जारी है। अब तक 67 व्यक्तियों के बैंक खातों में 50-50 हजार रुपए अनुग्रह राशि अंतरित की जा चुकी है। सोमवार को भी लोगों के बैंक खातों में राशि डाली जाएगी,
रतलाम,
28/Nov/2021,
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जिले के सभी आमजनों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क अनिवार्य रुप से लगाएं। कलेक्टर ने कहा है कि सूचनाओं के अनुसार अफ्रीका में एक नया वेरिएंट आया है। अपने देश के कुछ हिस्सों में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे है। यद्यपि यह राहत की बात है कि वर्तमान में रतलाम में अभी कोई केस नहीं है। लेकिन हमने पिछले अनुभवों से जाना है संक्रमण फैलने में देर नहीं लगती कलेक्टर ने कहा कि हर तरह के प्रतिबंध हट चुके हैं, बाजार खुल चुके हैं। देखने में आ रहा है कि लोगों ने लापरवाही बरतना शुरू कर दी है, मास्क नहीं लगा रहे है। अभी जिले मे एक लाख से ज्यादा व्यक्ति हैं जिनका सेकंड डोज पेंडिंग है, उनका समय तो हो गया लेकिन लगवाने नहीं आ रहे है। यह जिले के लिए चिंताजनक बात है। हम ऐसे लोगों को खोजने का प्रयास कर रहे हैं। आपसे अनुरोध है कि सेकंड डोज को जन आंदोलन बनाकर आपके आसपास जो भी ऐसे लोग हैं, जिनका सेकण्ड डोज ड्यू है, उन्हें सेकण्ड डोज लगवाने के लिए प्रेरित करें। यही बचाव का एकमात्र उपाय है मास्क के लिए सोमवार से अब सख्ती शुरू होगी क्योंकि बाजारों में देखा जा रहा है कि अब कोई भी मास्क नहीं पहन रहा है। सोमवार से अभियान शुरू करेंगें। अनुरोध है कि मास्क जरूर लगाएं, किसी भी तरह के संक्रमण में मास्क ही एकमात्र उपाय है जो हमें सुरक्षित रखता है। वैक्सीनेशन हमारे पास दूसरा उपाय है। इन दोनों उपायों का कड़ाई से पालन करेंगे तो आगामी संकट की बात जो विश्व के कई देशों में हो रही है उससे हम अपेक्षाकृत रुप से सुरक्षित रह पाएंगे,
रतलाम,
28/Nov/2021,
संयुक्त संचालक कृषि ने संभाग के सभी जिलों के समस्त कृषकों से अनुरोध किया है कि रबी मौसम की बुआई के दौरान खाद, बीज का क्रय जिन संस्थाओं से करते है, उसका पक्का बिल अवश्य लें । यदि कोई व्यापारी, दुकानदार पक्का बिल देने में आनाकानी करता है अथवा समय पर बिल नही देता है तो अविलम्ब इसकी जानकारी स्थानीय एसडीएम के संज्ञान में अवश्य लाएं । ताकि संबंधित विक्रेता के खिलाफ जांच पड़ताल कर कठोर कार्यवाही की जा सकें,
रतलाम,
28/Nov/2021,
पशुपालक अपने पशुधन का बीमा करायें। राष्ट्रीय पशुधन मिशन अंतर्गत नवीन पशुधन बीमा योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। योजना में पशुपालकों को पशु की मृत्यु होने पर हुई आर्थिक हानि में राहत मिलती है। योजना में समस्त पशुधन जैसे गाय, भैंस, घोड़ा एवं बकरी को शामिल किया गया है। योजनांतर्गत प्रति परिवार अधिकतम पांच पशुओं का बीमा करा सकते हैं। बीमे की अधिकतम राशि 55 हजार रूपये तक हो सकती है तथा प्रीमियम दर एक वर्ष के लिए 2.92 प्रतिशत है। जिसमें सामान्य वर्ग के लिए 50 प्रतिशत अनुदान तथा बीपीएल एससी एसटी के लिए 70 प्रतिशत अनुदान शासन द्वारा दिया जाता है। पशुपालक अधिक जानकारी के लिए अपने निकटतम पशु चिकित्सालय प्रभारी से संपर्क कर करें,
रतलाम,
28/Nov/2021,
जिले को बाल विवाह रहित बनाया जाना एक बड़ी चिनौती है। बाल विवाह का प्रभाव बच्चों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर पड़ता है। सामाजिक एवं मनोवैज्ञानिक रूप से प्रभावित होते है। बाल विवाह से संबंधित सामाजिक कुप्रथाओं और मानसिकता में बदलाव लाने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश शासन द्वारा लाड़ो अभियान प्रारंभ किया गया। बाल विवाह रोकने एवं बाल विवाह के प्रकरण पाये जाने पर शासन नियमों अनुसार सख्त कानूनी कार्यवाही करने हेतु आपके सहयोग की आवश्यकता है बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के नियम 11 के तहत बालक एवं बालिका के उम्र संबंधित प्रमाण पत्र प्राप्त कर परीक्षण (बालक 21 वर्ष या उससे अधिक व बालिका 18 वर्ष या उससे अधिक) के उपरांत ही सेवायें प्रदाय करेंगे। प्रिटिंग प्रेस द्वारा मुद्रित की जा रही विवाह पत्रिका में ’’वर-वधू की विवाह योग्य विधि अनुरूप मान्य उम्र है’’ का उल्लेख किया जावे। (बालक 21 वर्ष या उससे अधिक व बालिका 18 वर्ष या उससे अधिक) उक्त प्रयास एवं सहयोग से जिले को बाल विवाह रहित बनाया जा सकता है। इस कुरीति को खत्म किये जाने हेतु आवश्यक सहयोग प्रदान करें,
रतलाम,
28/Nov/2021,
मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल द्वारा ”रूक जाना नही” योजना हायर सेकेण्डरी प्रमाण परीक्षा की समय सारिणी जारी की गई है। परीक्षा 15 दिसंबर से प्रारंभ होगी जो 30 दिसंबर तक चलेगी। परीक्षा प्रातः 8 बजे से अपरान्ह 11 बजे तक संपन्न होगी 15 दिसंबर को भूगोल, रसायन, शरीर रचना क्रिया विज्ञान एवं स्वास्थ्य, स्टिल लाईफ एण्ड डिजाईन, तृतीय प्रश्न पत्र व्होकेशनल, 16 दिसंबर को विशिष्ट भाषा संस्कृत, 18 दिसंबर को बुक कीपिंग एंड एकाउंटेंसी, 20 दिसंबर को समाज शास्त्र, मनोविज्ञान, मानविकी, इन्वायरमेंटल एज्यूकेशन एण्ड रूरल डेवलपमेंट इंटरप्रेनुअरशिप फाउण्डेशन कोर्स, 21 दिसंबर को राजनीति शास्त्र, एनिमल हस्बेण्ड्री मिल्कट्रेड पोल्ट्री फार्मिग एण्ड फिसरीज, विज्ञान के तत्व, व्यवसायिक अर्थ शास्त्र, भारतीय कला का इतिहास, द्वितीय प्रश्न पत्र व्होकेशनल कोर्स, 22 दिसंबर को बायोलाजी, अर्थ शास्त्र, प्रथम प्रश्न पत्र व्होकेशन कोर्स, 23 दिसंबर को द्वितीय भाषा सामान्य हिन्दी, अग्रेजी, संस्कृत, मराठी, उर्दू, 24 दिसंबर को नेशनल स्क्ल्सि क्वालीफिकेशन फेमवर्क, 27 दिसंबर को उच्च गणित, 28 दिसंबर को इन्फॉरमेटिक प्रेक्टिस, 29 दिसंबर को विशिष्ट भाषा हिंदी, अंग्रेजी, व्होकेशनल के छात्रो सहित, उर्दू, 30 दिसंबर को ड्राइंग एण्ड डिजाईनिंग की परीक्षा संपन्न होगी परीक्षाकाल में शासन द्वारा यदि कोई सार्वजनिक अथवा स्थानीय अवकाश घोषित किया जाता है तो भी परीक्षाएँ यथावत कार्यक्रम अनुसार संपन्न होगी। जो परीक्षार्थी प्रायोगिक विषय में अनुत्तीर्ण रहा है उनकी प्रायोगिक परीक्षाएं निर्धारित परीक्षा केन्द्र पर ही आयोजित की जाएंगी। तिथि एवं समय ज्ञात करने के लिए संबंधित परीक्षा केन्द्र के केन्द्राध्यक्ष से परीक्षा अवधि में परीक्षार्थी सतत् संपर्क बनाये रखेंगे। परीक्षा केन्द्र पर समस्त परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष में 7:30 बजे उपस्थित होना अनिवार्य होगा। परीक्षा कक्ष में प्रातः 7:45 के पश्चात् किसी भी परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं दिया जायेगा। परीक्षा प्रारम्भ होने के 10 मिनिट पूर्व उत्तर पुस्तिका एवं 5 मिनट पूर्व प्रश्न पत्र प्रदान किये जायेंगे। आवश्यक होने पर परीक्षा तिथि एवं समय में परिवर्तन किया जा सकेगा। जिसकी सूचना मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल की वेबसाइट-एमपीएसओएस एनआईसीइन मोबाइल एप एमपीएसओएस पर परीक्षा केन्द्र पर तथा मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड भोपाल के कार्यालय में उपलब्ध रहेगी,
रतलाम,
28/Nov/2021,
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में नवम्बर माह में इस सप्ताह कोरोना संक्रमण के लगभग 100 केस आए हैं, जो चिंता का विषय न भी हों लेकिन हमें सजग रहने का संदेश दे रहे हैं। हम कोरोना के नए वेरिएंट से चिंतित ही नहीं सावधान भी रहें। यही हमारी ड्यूटी है। प्रदेश में अभी स्कूल पचास प्रतिशत विद्यार्थी क्षमता के साथ खुले रहेंगे। अभिभावकों की सहमति से ही विद्यार्थी विद्यालय आएँगे। साथ ही ऑनलाइन शिक्षा का विकल्प उपलब्ध रहेगा। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखकर कोरोना से बचाव के सभी आवश्यक उपायों पर अमल किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान आज निवास पर प्रदेश में कोरोना नियंत्रण और वर्तमान स्थिति पर अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे थे। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे मुख्यमंत्री चौहान ने कुछ देशों में कोरोना के नए वेरिएंट के आने से उत्पन्न परिस्थितियों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि दिसंबर माह में सभी लोगों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन का दूसरा डोज लगे और मध्यप्रदेश की उपलब्धि शत-प्रतिशत हो जाए, इसके पूरे प्रयास करना हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मास्क का उपयोग अनिवार्य है, सभी नागरिक इसका उपयोग करें। मुख्यमंत्री चौहान ने जिला और ब्लाक स्तर के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठकें बुलाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि किसी स्तर पर सावधानियाँ न हटे,
रतलाम,
28/Nov/2021,
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि अभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक नहीं होगी, लेकिन संक्रमण रोकने के सभी नियमों और सावधानियों का पालन किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान एक दिसंबर को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से चर्चा करेंगे,
रतलाम,
28/Nov/2021,
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विदेशों में कोरोना के नए वेरिएंट के फैलने की सूचना है। अभी तक भारत में नए वेरिएंट की उपस्थिति की कोई सूचना नहीं है, लेकिन सावधानियाँ अत्यंत जरूरी है। इसलिए आज ही हमने बैठक करके कुछ फैसले किए हैं। विदेश से आने वाले यात्रियों पर नजर रखी जाएगी। जो लोग अन्य देशों की उड़ानों से आए हैं, उनका टेस्ट करवाने के साथ ही आवश्यक हुआ तो आइसोलेशन में रखा जायेगा। दूसरे देशों से मध्यप्रदेश में आने वाले यात्रियों के संबंध में भारत सरकार के सर्विलांस में नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए। एक महीने में जितने भी लोग अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों से यहाँ आए हैं, उनकी कोरोना की जाँच करना है और अगर कोई कोरोना संदिग्ध पाया जाता है तो उसे आइसोलेशन में रखा जाए।प्रदेश में जीनोम सीक्वेंसिंग के सैम्पलों की भी संख्या बढ़ाई जाएगी, जिससे अगर कहीं कोरोना संक्रमण की कोई स्थिति बने तो जानकारी का अभाव न रहे। जीनोम सीक्वेंसिंग एक तरह से किसी वायरस का बायोडाटा होता है। कोई वायरस कैसा है, किस तरह दिखता है, इसकी जानकारी जीनोम से मिलती है। जितनी आवश्यक दवाइयाँ हैं, उनकी उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। चाहे वह रेमडेसिविर इंजेक्शन हो या अन्य दूसरी दवाइयाँ हों। अस्पताल में ऑक्सीजन की लाइनों से लेकर अन्य व्यवस्थाएँ, ऑक्सीजन प्लांट्स जो हमने लगाए हैं उनको भी चलाकर देखे क्योंकि कई जगह उसकी जरूरत पड़ ही नहीं रही थी और इसलिए जितनी आवश्यक तैयारी है वे सभी तैयारियाँ अस्पतालों में, दवाई की उपलब्धता के स्तर पर सुनिश्चित की जाए। प्रतिदिन हो रहे टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जाए। वर्तमान में 58 से 60 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं, उसकी संख्या और बढ़ाए। यह प्रयास हो कि प्रतिदिन कम से कम 70 हजार टेस्ट अवश्य हों। भारत सरकार और डब्ल्यूएचओ के निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जाए 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सबसे ज्यादा सावधानी की जरूरत है क्योंकि उनका टीकाकरण नहीं हुआ है। इसलिए तय किया गया है कि तत्काल प्रभाव मतलब सोमवार से स्कूल खुलेंगे, लेकिन स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 50 प्रतिशत होगी। स्कूलों में 50 प्रतिशत बच्चे एक दिन आएँगे और शेष 50 प्रतिशत बच्चे दूसरे दिन आएँगे। इस तरह सप्ताह में तीन दिन वे विद्यालय जाएँगे। इसके साथ ही स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेज चालू करनी पड़ेगी, जिससे पालकों के पास विकल्प रहे कि अगर वे बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते तो ऑनलाइन पढ़ाई हो जाए। इसलिए विकल्प सामने रहे। पैरेंट्स की इच्छा होगी तभी बच्चे स्कूल जाएँगे। पैरेंट्स की अनुमति के बिना बच्चे स्कूल नहीं बुलाए जाएँ मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की सेकेण्ड डोज लगभग 62.5 प्रतिशत लोगों को लग चुकी है। टीके प्रतिदिन लग रहे हैं। एक दिसंबर को टीकाकरण का महाअभियान है। सभी से मैं अपील करता हूँ कि पूरी ताकत के साथ जुटकर शेष बचे लोगों को कोरोना की सेकण्ड डोज या फर्स्ट डोज लगाकर टीकाकरण पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 29 नवंबर को हो रही कलेक्टर-कमिश्नर्स कॉन्फ्रेंस में नए वेरिएंट को देखते हुए सभी आवश्यक निर्देश दिए जाएँगे। प्रदेश पूरी तरह से एलर्ट पर रहेगा। एक दिसंबर की प्रात: क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों से चर्चा होगी प्रत्येक स्तर की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों को हम तैयार रखेंगे कि अगर तीसरी लहर आती है तो उससे लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार रहें। तीसरी लहर की आशंका को निर्मूल करना है। समाज के सहयोग के बिना लड़ाई जीतना कठिन होता है। पहले भी हमने समाज के सहयोग से ही लड़ाई जीती है। सबसे जरूरी है फेस मॉस्क लगाना और परस्पर दूरी बनाना। अभी हम कार्यक्रमों पर प्रतिबंध नहीं लगा रहे हैं। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। लेकिन ये अपील और आग्रह सभी प्रदेशवासियों से है कि कार्यक्रम में जाएँ तो अनिवार्य रूप से मॉस्क लगाएँ। यथा-संभव दूरी भी बनाए रखें। हाथ पहले की तरह साफ रखें और संक्रमण के जरा भी लक्षण दिखते हैं तो तुरंत टेस्ट करवाएँ। अभी स्थिति चिंताजनक नहीं है। प्रमुख रूप से दो शहरों इंदौर और भोपाल में पॉजीटिव केस आ रहे हैं। इनकी संख्या भी ऐसी नहीं है कि जो हमारे में मन में डर पैदा करे। लेकिन सावधानी जरूरी है कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी जरूरी है। जो पॉजीटिव पाए गए हैं उनका पूरा ध्यान रखा जाए, उन्हें आइसोलेशन में रखा जाए, अस्पताल जाने की व्यवस्था आदि की जाए। अफ्रीका और दुनिया के कई देशों में नया कोरोना वेरिएंट जो ज्यादा तेजी से फैलता है, पाया गया है। इसलिए सावधानी आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं प्रदेशवासियों से अपील करता हूँ कि बिल्कुल भी असावधान न रहे, संक्रमण फैलने से रोकने के जो आवश्यक नियम हैं, उन सबका पालन करें। सरकार आपके साथ मिलकर कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हमारी कोशिश रहेगी कि तीसरी लहर न आ पाए,