सैलाना,
15/ May/2022,
मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नेशनल लोक अदालत का आयोजन 14 मई 2022 शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश कुमार गुप्ता एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अरुण कुमार श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में सैलाना न्यायालय में आयोजित किया गया। जानकारी देते हुए न्यायाधीश नेहा सावनेर ने बताया कि लोक अदालत में प्री लिटिगेशन के कुल 1656 में से 36 प्रकरणों का मौके पर निराकरण हुआ। तथा रूपये 6,57,221की वसुली हुई। न्यायालय में घरेलू हिंसा से संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत लीलाबाई ने अपने पति कैलाश के विरुद्ध 2017 में एक प्रकरण दर्ज कराया था जो 5 वर्षों से पति-पत्नी अलग-अलग निवास कर रहे थे उनमें आपसी राजीनामा होकर दोनों ने एक दूसरे को हार पहना कर साथ साथ रहने का संकल्प लिया तथा न्यायालय से साथ-साथ विदाई दी। इसी प्रकार बंटवारे के एक प्रकरण में आपसी राजीनामा हुआ तथा राजीनामा अनुसार बंटवारा किया गया। न्यायाधीश नेहा सावनेर की खंडपीठ में फोजदारी के 8 प्रकरणों का निराकरण हुआ। न्यायाधीश अभीषेक सोनी की खण्ड पीठ में फोजदारी के 4 प्रकरण एवं 1 सीवील प्रकरण निराकृत हुआ। एवं न्यायाधीश श्रैया शर्मा की खंडपीठ मे 8 प्रकरण निराकृत हुए है। कुल 21 प्रकरणो का निराकरण हुआ। समाचार लिखे जाने तक पक्षकारों मे राजीनामा की चर्चा चल रही थी। प्रारंभ में पीठासीन अधिकारी न्यायाधीश नेहा सावनेर ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया और लोक अदालत का शुभारंभ किया। न्यायाधीश नेहा सावनेर ने बताया कि राजीनामा होने पर शासन द्वारा दी गई छूट का लाभ भी पक्षकारो को दीया गया। न्यायालयों में प्रचलित मुकदमों के शीघ्र निराकरण हेतु लोक अदालत एक कारगर कदम है । यहा आपसी सहमति से प्रकरणों का निराकरण किया जाता है तथा पक्षकारों को स्थाई समाधान मिलता है। इस अवसर पर एसबीआई के रीजनल अधिकारी सोम प्रकाश अग्रवाल सैलाना शाखा प्रबंधक संतोष धनेशा, कुंडा के अर्पित शर्मा, बासिद्रा के जयप्रकाश राठौर, बाजना के अर्पण सिलिया, ग्रामीण बैंक के महेंद्र मित्तल एवं मोहनलाल गरवाल सहीत सेंट्रल बैंक, यूको बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बीएसएनएल, नगर परिषद सैलाना, धामनोद के भी अधिकारी एवं सहायक जिला अभियोजन अधिकारी व न्यायालय कर्मचारी व अधिवक्तागण एवं आसपास गांव के पक्षकारगण आदि उपस्थित थे।