सक्त्ती (छ.ग.)
01/May/2023,
रवि कुमार खटर्जी ब्यूरो रिपोर्ट
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के सीधे साधे श्रमिकों और किसानों का मान बढ़ाने के लिए मजदूर दिवस के दिन लोगों से बोरे-बासी खाने की अपील की है। जिसके तहत आज नवगठित सक्त्ती जिले के कलेक्टर कार्यालय परिसर में विभिन्न जनप्रतिनिधि, कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना, पुलिस अधीक्षक एम आर आहिरे सहित अधिकारी कर्मचारियों ने कासे की बटकी में छत्तीसगढ़िया संस्कृति के प्रमुख आहार बोरे बासी के साथ आम की चटनी, टमाटर की चटनी, मिर्ची, प्याज, अचार, आलू की सब्जी आदि का स्वाद लिया। इस अवसर पर गिरधर जायसवाल, पिंटू ठाकुर, पार्षद महबूब खान सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि और अधिकारी कर्मचारी शामिल हुवे। इसी प्रकार जिले के अन्य विभिन्न स्थलों पर भी बोरे बासी तिहार का आयोजन किया गया।
बोरे-बासी प्रदेश की जीवनशैली का है अहम हिस्सा
तेज धूप और गर्मी में जब छत्तीसगढ़ का मेहनतकश श्रमिक और किसान खाने के लिए गमछा बिछाकर अपना डिब्बा खोलता है, तो उसमें पताल चटनी, गोंदली के साथ बोरे बासी जरुर देखने को मिलता है। पोषक तत्वों से भरपूर इस बोरे बासी से वैसे तो लोग परीचित थे पर इसे वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने की अहम भूमिका छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निभाई है। बासी के साथ आम तौर पर भाजी खाया जाता है। पोषक मूल्यों के लिहाज से भाजी में लौह तत्व प्रचुर मात्रा में विद्यमान रहते हैं। इसके अलावा बासी के साथ दही या मही सेवन किया जाता है। जिसमें बड़ी मात्रा में कैल्शियम रहता है। इसके सेवन के फायदों को देखते हुए धीरे-धीरे ये देश-विदेश में भी लोकप्रिय हो रहा है। बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग भी बड़े चाव से बोरे बासी खाना पंसद करते हैं। बोरे-बासी यहां की जीवनशैली का एक अहम हिस्सा है।
बोरे बासी में ताजा बने चावल (भात) की अपेक्षा करीब 60 फीसदी ज़्यादा होती है कैलोरी
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध बोरे बासी का शोध अमेरिका में भी किया जा चुका है। वहां इसका अंग्रेजी नाम होल नाइट वाटर सोकिंग राइस रखा है। शोध में यह पाया गया है कि बोरे बासी में ताजा बने चावल (भात) की अपेक्षा इसमें करीब 60 फीसदी कैलोरी ज्यादा होती है। इसके अलावा कई शोधों में यह पाया गया है कि बोरे बासी में विटामिन बी 12 की प्रचुर मात्रा के साथ आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम भी भरपूर होती है। बोरे बासी ब्लडप्रेशर और हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने का भी काम करता है।