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उज्जैन संभाग आयुक्त संजय गुप्ता ने सड़क निर्माण का निरीक्षण किया, हॉटलाइन मेंटेनेन्स करने वाले कर्मियों का भत्ता हुआ दोगुना, विश्व क्षय दिवस 24 मार्च के अवसर पर जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएगी,

रतलाम,

24/Mar/2025

उज्जैन संभाग आयुक्त संजय गुप्ता ने रविवार को सिंहस्थ के दृष्टिगत निर्मित किया जा रहे रोड निर्माण का निरीक्षण किया। जावरा में उज्जैन जावरा सड़क निर्माण के अंतर्गत उन्होंने भूतेड़ा से जोयो होटल तक प्रस्तावित फोर लाइन निर्माण का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों से तकनीकी बिंदुओं पर चर्चा की, नक्शे पर प्रस्तावित सड़क निर्माण से संबंधित विभिन्न घटकों का अवलोकन किया, लेआउट देखा, आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, तहसीलदार वैभव जैन, एमपीआरडीसी के दीपक शर्मा आदि उपस्थित थे।

रतलाम,

24/Mar/2025

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के निर्देश पर एक बार पुनः मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कम्पनी (एम.पी. ट्रांसको) में एकस्ट्रा हाईटेंशन लाइनों एवं सबस्टेशनों का हॉटलाइन पद्धति से बिना शटडाउन लिये मेंटेनेन्स जॉब/ऑपरेशन करने वाले कर्मियों के भत्ते में दोगुनी बढ़ोतरी की गई है, साथ ही प्रति ऑपरेशन के लिये दिये जाने वाले भत्ते में भी दोगुनी वृद्धि कर दी गई है।

पहले जहॉ यह 6 रुपये से 40 रुपये के मध्य मिलता था, अब यह 12 रुपये से 80 रुपये तक प्रति जॉब/ऑपरेशन के हिसाब से मिलेगा। उल्लेखनीय है कि हॉटलाइन पद्धति के माध्यम से बिना शटडाउन लिये एकस्ट्रा हाईटेंशन लाइनों का मेंटेनेन्स जॉब करने के लिये कार्मिक की सहमति आवश्यक होती है, एम.पी. ट्रांसको द्वारा उन कार्मिकों को बैंगलुरु के केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण से प्रशिक्षण दिलवाने के बाद ही वह जॉब/ आपरेशन के लिये पात्र होता है। जॉब /हाटलाइन आपरेशन अत्यंत जोखिम भरा होने के कारण कार्मिकों को यह भत्ता दिया जाता है।

ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की पहल पर एम.पी ट्रांसको के कार्मिकों को हाट लाइन मेंटेनेंस भत्ते में 2013 के बाद बढ़ोतरी की गई। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने इस संबंध में कल आदेश जारी भी कर दिये हैं। इसके पहले ऊर्जा मंत्री के निर्देश पर ही एम.पी. ट्रांसको में कार्यरत संविदा कार्मिकों को भी हॉटलाइन मेंटेनेन्स प्रशिक्षण देकर उन्हें भी हॉटलाइन भत्ता दिया जाता है पहले यह सिर्फ नियमित कार्मिकों के लिए लागू था

रतलाम,

24/Mar/2025

प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत रतलाम जिले में विश्व क्षय दिवस 24 मार्च के अवसर पर जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएगी । इस वर्ष विश्व क्षय दिवस की थीम “Yes we can END T B : Commite, Invest, Deliver” रखी गई है। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले को वर्ष 2025 तक टी बी मुक्त बनाया जाना है विश्व क्षय दिवस के अवसर पर डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडे मेडिकल कॉलेज रतलाम में संवेदीकरण कार्यशाला, रेलवे हॉस्पिटल की ओर से टी बी के पॉजिटिव मरीज को निक्षय मित्र के तहत 100 फुड बास्केट की प्रदायगी, जिला चिकित्सालय से जागरूकता रैली एवं अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएगी। भारत सरकार के सूचकांकों के अनुसार संपूर्ण भारत वर्ष में वर्ष 2002 की स्थिति में लगभग प्रति मिनट पांच व्यक्तियों की मृत्यु टीबी या इससे संबंधित के कारण होती थी। वर्ष 2024 में इस स्थिति में उल्लेखनीय सुधार होकर वर्तमान में लगभग प्रति 5 मिनट में एक व्यक्ति की मृत्यु टी बी अथवा इससे संबंधित कारणों से होती है तथा इस स्थिति में सुधार लाकर इसे शून्य पर लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एम.एस. सागर ने बताया कि जिले में टीबी के मरीजों को खोजने के लिए सौ दिवसीय निक्षय शिविर अभियान का आयोजन किया गया है। इसके लिए मरीजों की नि:शुल्क जांच, नि:शुल्क एक्स-रे, नि:शुल्क उपचार की सुविधा जिले के शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी उपलब्ध कराई गई है। टीबी के नए मरीज खोजने के लिए प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सकों को नोटिफिकेशन के लिए 500 रुपए प्रति मरीज के मान से  प्रदाय किया जा रहे हैं। निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत टीबी के रोगियों को नवंबर 2024 से 1000 प्रति माह की राशि सीधे उनके खातों में प्रदान की जा रही है। टीबी के मरीजों का डॉट्स पद्धति से निरंतर उपचार करने के लिए  आशा कार्यकर्ता को 1000 रुपए की राशि प्रति मरीज के मान से प्रदान की जा रही है। वहीं सैलाना और बाजना के क्षेत्र में रोगियों को आने जाने के लिए एक बार 750  रुपए प्रदान किये जा रहे हैं।

जिला क्षय अधिकारी डॉ. अभिषेक अरोरा ने बताया टीबी मुख्य रूप से खांसने एवं छींकने से होने वाली संक्रमित बीमारी है। इसका संक्रमण  हवा से अर्थात ड्रॉप लेट इन्फेक्शन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को होता है। टी बी के मुख्य लक्षण 15 दिन से अधिक की खांसी, लगातार बना रहने वाला बुखार, वजन में कमी, भूख न लगना आदि मुख्य है। टीबी के नि:शुल्क उपचार,  समस्त प्रकार की जांचों की व्यवस्था,  शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध है। समय पर जांच और उपचार करने से टीबी पूरी तरह ठीक हो जाती है। इसका उपचार बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। 

वर्ष 2024 में रतलाम जिले में टी बी के लगभग 4356 मरीज है जबकि लगभग 3484 लोग अपना उपचार पूर्ण कर चुके हैं और स्वस्थ हैं। वर्तमान में लगभग 1500 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। निक्षय मित्र योजना के योजना प्रारंभ से अब तक जिले में लगभग 2000 से अधिक फूड बास्केट प्रदान टी बी के रोगियों को  किये जा चुके हैं। निक्षय मित्र योजना के अंतर्गत कोई भी सामान्य व्यक्ति अपनी ओर से टी बी के रोगियों को उच्च प्रोटीन युक्त पोषण आहार अपने स्वयं के व्यय पर फूड बास्केट के रूप में प्रदान कर सकता है। 1 फुड बास्केट में 5 किलो आटा, 1 किलो दाल, 1 किलो सिके चने, 1 किलो मूंगफली के दाने, आधा किलो गुड, आधा किलो राजमा आदि प्रदान करना होता है। कोई भी व्यक्ति जिला क्षय केंद्र जिला चिकित्सालय में संपर्क स्थापित करके अपने ओर से फूड बॉस्केट टीबी के रोगियों को स्वयं प्रदान कर सकते हैं। कार्यक्रम के संबंध में अधिक जानकारी जिला क्षय केंद्र जिला चिकित्सालय रतलाम अथवा टोल फ्री नंबर 18003132222 पर संपर्क स्थापित करके प्राप्त की जा सकती है।

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