रतलाम
22 मई 2023
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बहनों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित हैं। योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और कार्यों पर निगरानी रखने के लिए लाड़ली बहना सेनाओं की भूमिका को सक्रिय बनाया जाएगा। सभी ग्रामों में लाड़ली बहना सेनाएँ बनेगी। बड़े ग्रामों में 21 सदस्य और छोटे ग्रामों में 11 सदस्य शामिल की जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नागरिकों की जिंदगी बदलना मेरी जिंदगी का उद्देश्य है। प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं, युवाओं और समाज के विभिन्न वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ तेजी से क्रियान्वित की जा रही हैं। आगामी 15 अगस्त तक एक लाख शासकीय पदों की भर्ती का कार्य पूर्ण होगा। भर्ती की प्रक्रिया निरन्तर जारी रहेगी। मुख्यमंत्री चौहान रविवार को धार जिले के गंधवानी में लाड़ली बहना महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। महासम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान और केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री गोयल एवं केन्द्रीय टेक्सटाईल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश के पहुँचने पर बहनों ने अगवानी की। जनजातीय समाज द्वारा पारंपरिक रूप से और तीर-कमान भेंट कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। जहाँ विभिन्न संपत्तियाँ महिलाओं के नाम पर पंजीकृत हो रही हैं वहीं बहनों के कल्याण के लिए कई अभिनव योजनाएँ संचालित हैं। लाड़ली बहना योजना प्रारंभ करने से प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण का कार्य आसान हुआ है। योजना से मिलने वाली राशि से महिलाओं को छोटे-छोटे खर्चों के लिए अन्य लोगों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 में विशेष पिछड़ी जनजाति बेगा, सहरिया और भारिया के लिए 1000 रूपये मासिक प्रदान करने की योजना प्रारंभ की गई थी। इस राशि से महिलाएँ घर में फल, दूध, सब्जी आदि खरीदने का कार्य कर सकती हैं। लाड़ली बहना योजना भी इस विचार का विस्तार है। इसमें विशेष पिछड़ी जनजातियों के अलावा सभी बहनों के लिए प्रतिवर्ष 12 हजार रूपये प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 10 जून से महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलने लगेगा। पूर्व सरकार ने संबल योजना को बंद कर दिया और कन्याओं के विवाह के लिए सहायता देना भी बंद हो गया था, जिसे पुनः प्रारंभ किया गया। गरीब वर्ग के हित में सीएम राइज विद्यालय उपयोगी होंगे। ग्रामों में निर्धन तबके के विद्यार्थियों के लिए स्कूलों की व्यवस्था होना चाहिए। इसी तरह हिंदी में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई की पहल भी की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सीखो और कमाओ योजना से युवाओं को सहायता देने की जानकारी भी दी। धार जिले में पीएम मित्र पार्क प्रारंभ होने से क्षेत्र में महिलाओं को आसानी से रोजगार उपलब्ध होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामों में कन्या के जन्म पर कुछ दशक पूर्व मायूसी देखने को मिलती थी लेकिन अब परिवर्तन आ रहा है। मध्यप्रदेश में बहनें और बेटियाँ सम्मान की पात्र हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजनाओं के क्रियान्वयन में जन-सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा जन-कल्याण के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों, लाड़ली लक्ष्मी से लेकर लाड़ली बहना योजना तक महिला सशक्तिकरण के लिए प्रारंभ की गई योजनाओं और कार्यक्रमों का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना सिर्फ योजना नहीं, एक सामाजिक क्रांति है। महिलाओं के सम्मान के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। शराब अहातों को बंद किया जाना, इस कड़ी में लिया गया अहम फैसला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना के प्रति धार जिले में काफी उत्साह देखा जा रहा है। सम्मेलन में इसकी झलक मिली जब “अब जियो लाड़ली बहना, बढ़ चलो लाड़ली बहना…“ गायन काफी देर चला।
निवेश के रास्ते में कोई बाधा नहीं मुख्यमंत्री श्री चौहान-
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रति सोमवार निवेशक की चर्चा के लिए उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जाता है। धार जिले के पीएम मित्र टेक्सटाईल पार्क से दो लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। केंद्रीय टेक्सटाईल राज्य मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश ने कहा कि यह सौभाग्य है कि मुझे मध्यप्रदेश आने का अवसर मिला है। धार जिले में टेक्सटाईल क्षेत्र में अद्भुत कार्य होगा। इसमें महिलाओं की सहभागिता भी होगी। महिलाओं की भागीदारी से अच्छे परिणाम मिलेंगे। मध्यप्रदेश सजग भी है और गजब भी है। इसे प्रधानमंत्री श्री मोदी भी मानते हैं। पीएम मित्र टेक्सटाईल पार्क से महिलाएँ अधिक सशक्त होंगी। मध्यप्रदेश कई उत्पादों में जीआई टैग प्राप्त कर रहा है। केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान के आग्रह पर केंद्र सरकार ने यह पार्क स्वीकृत किया है। इससे क्षेत्र का बहुमुखी विकास होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान का पार्क के लिए जमीन और अन्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर आभार माना। उन्होंने कहा कि हम सब मिल कर तेजी से कार्य करेंगे। पार्क से धार अंचल के विकास को गति मिलेगी और करीब 2 लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
बुजुर्गों को विमान से तीर्थ-यात्रा कराने का मेरा सपना हुआ साकार मुख्यमंत्री श्री चौहान-
पहली बार विमान से प्रयागराज रवाना हुए प्रदेश के 32 बुजुर्ग तीर्थ-यात्री-
मुख्यमंत्री ने देश की पहली विमान से तीर्थ-दर्शन योजना का भोपाल से किया शुभारंभ-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारी सरकार ने प्रदेश के बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीर्थ-यात्रा कराने का संकल्प लिया था। आज का दिन एक संकल्प पूरा होने और सपने के साकार होने का दिन है। उन्होंने कहा कि मनुष्य, भौतिक प्रगति के साथ आध्यात्मिक शांति चाहता है। भारत धर्म प्रधान देश है, भक्ति मार्ग में तीर्थ-यात्रा को प्रभु दर्शन का प्रभावी मार्ग माना गया है। हमारे बुजुर्ग बिना कष्ट के कम समय में तीर्थ कर’ आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकें इस उद्देश्य से विमान से तीर्थ-यात्रा शुरू की गई है। वर्तमान में विमान से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में एक परिवार से एक सदस्य तीर्थ-यात्रा पर जा सकता हैं। अगली यात्रा से एक परिवार से एक से अधिक सदस्यों की तीर्थ-यात्रा पर जाने की व्यवस्था की जाएगी, इससे बुजुर्ग अपने जीवनसाथी के साथ तीर्थ का पुण्य प्राप्त कर सकेंगे। रेल और विमान से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा लगातार जारी रहेगी। मुख्यमंत्री चौहान राजा भोज विमानतल से मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में विमान से यात्रा के शुभारंभ पर तीर्थ-यात्रियों से संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने विमान से तीर्थ-दर्शन कराने की योजना का शुभारंभ दीप जला कर किया। मध्यप्रदेश गरीब बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों को हवाई यात्रा कराने वाला देश का पहला राज्य है। विमान से प्रयागराज जाने वाली पहली तीर्थ-यात्रा में 32 बुजुर्ग तीर्थ-यात्री शामिल हुए, जिसमें 24 पुरूष और 8 महिला तीर्थ-यात्री शामिल हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने शॉल-श्रीफल भेंट कर और फूलों की माला पहना कर बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों का अभिवादन कर स्वागत किया। तीर्थ-यात्री श्रीमती कृष्णा चौबे को प्रतीक स्वरूप बोर्डिंग पास की प्रतिकृति प्रदान की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्मृतियों को सहजने बुजुर्ग तीर्थ-यात्रियों के साथ ग्रुप फोटो भी खिचवाया और ढोल-ढमाकों एवं धर्म ध्वजा के साथ तीर्थ-यात्रियों को विमानतल में प्रवेश कराया। मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों को प्रयागराज की तीर्थ-यात्रा पर ले जा रही इंडिगो की नियमित फ्लाइट को विमानतल से रवाना किया। विमान से प्रयागराज जा रहे भाव-विभोर बुजुर्गों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को आशीर्वाद प्रदान किया।
भगवान की भक्ति में डूबने की अनुभूति प्रदान करती है तीर्थ-यात्रा-
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि माता-पिता के समान हमारे बुजुर्ग आज तीर्थ-यात्रा पर विमान से रवाना हो रहे हैं। माना गया है कि राम नाम से मुख, ब्रह्म ज्ञान से हृदय, तीर्थ जाने से चरण और दान-पुण्य करने से हाथ पवित्र होते हैं। भारतीय संस्कृति में तीर्थ का बहुत महत्व है। भगवत प्राप्ति के तीन मार्ग क्रमशः भक्ति मार्ग, ज्ञान मार्ग और कर्म मार्ग बताए गए हैं। भगवान की भक्ति में डूबना ही भक्ति मार्ग है, तीर्थ-यात्रा यही अनुभूति प्रदान करती है। प्रदेश के बुजुर्गों को आध्यात्मिक शांति और आनंद की अनुभूति कराने के लिए ही गंगा-यमुना-सरस्वती नदियों का संगम स्थल तीर्थराज-प्रयागराज की यात्रा पर विमान से भेजा जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि हमारी सरकार ने ऐसी व्यवस्था कर दी है, जिससे हवाई चप्पल पहने वाले भी हवाई यात्रा कर सकेंगें। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में विमान से तीर्थ-यात्रा की व्यवस्था करना प्रधानमंत्री श्री मोदी की सोच को साकार करने का प्रयास है। यह यात्राएँ लगातार जारी रहेंगी। उन्होंने बताया कि योजना में अब तक 7 लाख 82 हजार बुजुर्ग रेल से तीर्थ-यात्रा कर चुके हैं। विमान से तीर्थ-यात्राओं का क्रम निरंतर जारी रहेगा। प्रयागराज के साथ ही शिर्डी, मथुरा-वृंदावन, गंगासागर की यात्रा विमान से कराई जाएगी। साथ ही प्रदेशवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए विकास और कल्याण के कार्य निरंतर जारी रहेंगे।
एक गरीब किसान हवाई जहाज से तीर्थ-यात्रा की सोच भी नहीं सकता-
तीर्थ-यात्री श्री उमेश सिंह नागर उम्र 72 वर्ष ग्राम हर्राखेड़ा बैरसिया ने कहा कि मेरे जैसा साधारण किसान यह सोच भी नहीं सकता था कि कभी हवाई जहाज में बैठकर तीर्थ-यात्रा करूँगा। जब जनपद कार्यालय से फोन आया कि आपको हवाई जहाज से प्रयागराज की तीर्थ-यात्रा कराई जाएगी तो विश्वास ही नहीं हुआ। यह एक सुनहरे सपने जैसा था। कभी सोचा नहीं था कि सरकार हवाई यात्रा करवाएगी। वैसे मेरे तीन बेटे और एक बेटी है, सब अच्छे हैं, पर हमारी हैसियत नहीं है कि हवाई जहाज में बैठ सकें। सरकार ने 5 वर्ष पहले जगन्नाथ पुरी की यात्रा रेल से करवाई थी। आज प्रयागराज हवाई जहाज से जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूरे परिवार को दिल से आशीर्वाद एवं धन्यवाद देता हूं।
ऐसा मुख्यमंत्री कभी नहीं बना जो जनता को हवाई जहाज से यात्रा करवाए-
ग्राम रोंजिया, बैरसिया के 78 वर्षीय टीकाराम सेन कहते हैं कि आज तक ऐसा कोई मुख्यमंत्री नहीं बना जो गरीबों को हवाई जहाज से तीर्थ-यात्रा करवाए। त्रेता युग में श्रवण कुमार ने अपने माँ-बाप को कंधे पर बिठा कर तीर्थ-यात्रा करवाई थी और आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के बुजुर्गों को हवाई जहाज से तीर्थ-यात्रा करवा रहे हैं। उनको बहुत-बहुत धन्यवाद और आशीर्वाद।
पहली बार करेंगे हवाई यात्रा-
हिनौती सड़क बैरसिया के 71 वर्षीय मांगीलाल नागर, दिल्लोद बैरसिया के 72 वर्षीय नरेश भार्गव और गोंदर मऊ की 67 वर्षीय राजल बाई आदि बुजुर्ग बताते हैं कि वे आज अत्यंत प्रसन्न और उत्साहित हैं। वे पहली बार हवाई जहाज में जा रहे हैं और वह भी प्रयागराज की तीर्थ-यात्रा पर। यह जीवन का एक सुखद और अविस्मरणीय क्षण है। सभी इसके लिए मुख्यमंत्री चौहान और राज्य सरकार को ह््रदय से धन्यवाद और आशीर्वाद देते हैं।