रतलाम,
26 अप्रैल 2021,
रतलाम कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री गोपालचंद्र डाड ने रतलाम शहर स्थित शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय परिसर में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश एवं बिना कारण इधर-उधर घूमते हुए मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय प्रबंधन की व्यवस्था में हस्तक्षेप करने, मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय में ड्यूटी पर तैनात स्टाफ के साथ अनावश्यक विवाद कर कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित करने आदि पर नियंत्रण करने के लिए एवं भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए आगामी 2 माह की अवधि के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं । जारी आदेशानुसार शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय रतलाम के आसपास 100 मीटर की परिधि के भीतर किसी भी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यंत्रों, वाद्य यंत्रों का प्रयोग नहीं किया जाएगा। शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय रतलाम में मरीज को भर्ती कराते समय बाहरी मेन गेट से दो से अधिक व्यक्तियों या परिजनों का प्रवेश वर्जित होगा। शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय परिसर में शासकीय वाहन एवं ड्यूटी पर तैनात अधिकारी, डाक्टर एवं कर्मचारी के वाहन को छोड़कर किसी भी प्रकार के निजी वाहनों का अंदर ले जाना प्रतिबंधित रहेगा। शासकीय मेडिकल कॉलेज एवम जिला चिकित्सालय रतलाम में किसी भी प्रकार की कोई दुकान, ठेला, फल एवं चाय की दुकान नहीं लगाई जाएगी। शासकीय मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय रतलाम के कोविड वार्ड संक्रमण की रोकथाम हेतु मरीजों के साथ किसी भी परिजन को साथ में रहने की अनुमति नहीं होगी। कोई व्यक्ति उपयुक्त आदेश का उल्लंघन करेगा तो वह भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 188 के अंतर्गत दंडनीय अपराध का दोषी होकर उसे विधि के प्रावधानों के तहत आयोजित किया जाएगा।
रतलाम,
26 अप्रैल 2021,
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि योग संक्रमण नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। होम आइसोलेशन में संक्रमितों के लिए योग से निरोग अभियान रामबाण उपचार साबित हो सकता है। जरूरत है कि इसका व्यापक स्तर पर प्रभावी प्रसार हो। प्रत्येक होम आइसोलेट रोगी से प्रशिक्षक दूरभाष पर संपर्क करें। योग की जानकारी देकर, रोगियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करें और उनका मनोबल बढ़ायें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ‘योग से निरोग’ अभियान की समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ‘योग से निरोग’ अभियान संचालन के संबंध में प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि शमी अरुण और योग एसोसिएशन की अध्यक्ष सुश्री पुष्पांजलि से चर्चा कर अभियान की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि प्रदेश में करीब ढाई हजार योग प्रशिक्षकों ने वॉलेंटियर्स के रूप में पंजीयन कराकर प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ कर दिया है। वॉलेंटियर्स पंजीयन का कार्य अभी चल रहा है। प्रदेश में संक्रमित 60 हजार 835 व्यक्तियों में से 19 हजार 573 रोगियों के साथ 1957 योग प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण का कार्य प्रारंभ किया गया है। प्रशिक्षक द्वारा निरंतर तीन दिन तक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। तीन दिन बाद प्रशिक्षक दूसरे रोगियों के साथ संपर्क कर प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। यह क्रमिक रूप से चलता रहेगा। प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी, आयुष अधिकारी, तकनीकी अमला और योग प्रशिक्षकों को तीन दिवस का प्रशिक्षण प्रदान कर प्रशिक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों की जानकारी दी गई है। शासकीय योग केन्द्र में कॉल सेंटर की स्थापना भी की गई है। जहाँ से योग प्रशिक्षकों को आवश्यक मार्गदर्शन दिया जा रहा है। जिला कमांड और कॉल सेंटर भी बनाया गया है, जहाँ से रोगियों से चर्चा कर उनका फीडबैक प्राप्त किया जा रहा हैं। स्कूल शिक्षा और आयुष विभाग द्वारा भी मॉनीटिरिंग का कार्य भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान को सुश्री पुष्पांजलि ने बताया कि 95 प्रतिशत से अधिक जिलों में ‘योग से निरोग’ अभियान के अंतर्गत प्रशिक्षण प्रारंभ हो गया है। उन्होंने इसे सकारात्मक पहल बताया, कहा कि योग प्रशिक्षक पूरे उत्साह और सकारात्मक सोच के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि आगामी दो सप्ताह में ‘योग से निरोग’ अभियान के सफल परिणाम दिखने लगेंगे। उन्होंने कहा कि संगठन के सदस्यों में वॉलेंटियर्स के रूप में कार्य करने का भरपूर उत्साह दिख रहा है और करीब पाँच हजार से ज्यादा संगठन के सदस्य अभियान के साथ शीघ्र ही जुड़ जाएंगे