श्योपुर,
22/Jun/2021,
रामस्वरूप गुर्जर की रिपोर्ट,
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बच्चों ने भी अपने घरों में योग किया और इस कोरोना जैसी महामारी को हराने का प्रण भी लिया। योग हमारे देश के महान श्रृषि मुनियों की देन है और इस परंपरा को सभी देशों तक पहुंचाने के लिए 21 जून के दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया है। जिससे विश्व स्तर पर योग को स्वीकारोक्ति मिलती है। जिससे सभी योग करते हुए अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं। 7 वर्षीय सुहानी पाठक ने बताया कि सुबह शाम योगा करना चाहिए। योग करने से शरीर एवं मन स्वस्थ रहता है साथ ही याद रखने की क्षमता भी बढती है। मैं नियमित सुबह और शाम को अपने घर में ही योगा करती हूँ और में सभी बच्चों से कहना चाहूंगी कि अगर सुखमय जीवन जीना चाहते हो तो योगा बहुत आवश्यक हैं योग का नारा है भविष्य अब हमारा है,