रतलाम,
13/Apr/2025
जिला चिकित्सालय रतलाम के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। जिला चिकित्सालय रतलाम में अब मेडिकल का कोर्स एमबीबीएस के बाद नेत्र रोग विषय में पीजी डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई के लिए दो सीट स्वीकृत हुई है।
नोडल अधिकारी डॉ. बी.एल. तापड़िया ने बताया कि जिला चिकित्सालय में डीएनबीई अंतर्गत नेत्र रोग विषय में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए डिप्लोमा कोर्स की सीट बढ़ाने के लिए दल द्वारा निरीक्षण किया गया था, किंतु निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय में नेत्र रोग की ग्लूकोमा सर्जरी सुविधा नहीं होने के कारण सीट बढ़ाने का प्रस्ताव निरस्त कर दिया गया था। जब यह बात सिविल सर्जन डॉ. एम.एस. सागर के संज्ञान में आई तो जिला चिकित्सालय में डॉ. सागर ने स्वयं ग्लूकोमा की सर्जरी करने की कमान अपने हाथ में ले ली और ग्लूकोमा जिसे काला पानी भी कहते हैं, के ऑपरेशन आरंभ कर दिए, इसके बाद निरीक्षण दल को पुनः बुलाया गया।
जिला चिकित्सालय में पुनः निरीक्षण करने के उपरांत जिला चिकित्सालय में डीएनबीई कोर्स अंतर्गत नेत्र रोग विशेषज्ञ डिप्लोमा कोर्स करने की स्वीकृति दे दी गई यह पता लगाए ही पूरे अस्पताल में हर्ष की लहर दौड़ गई और लोग एक दूसरे को बधाई देने का तांता लग गया। जिला चिकित्सालय में निरंतर स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं में सुधार के कारण एमबीबीएस करने के उपरांत विशेषज्ञ आधारित डिप्लोमा कोर्स का संचालन किया जा रहा है। इस कोर्स के अंतर्गत डीएनबीई की दो सीट एनेस्थीसिया विभाग में उपलब्ध है। एनेस्थीसिया विभाग का अध्यापन कार्य एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर महेश मौर्य द्वारा किया जा रहा है। 2 सीट गायनेकोलॉजी अर्थात प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ विभाग में स्वीकृत है, इसमें अध्यापन का कार्य डॉ. ममता शर्मा प्रसूति एवं अन्य स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा किया जा रहा है। 2 सीट फैमिली मेडिसिन अंतर्गत स्वीकृत है, इसमें अध्यापन का कार्य डॉक्टर बी.एल. तापड़िया द्वारा किया जाता है।
अब नई स्वीकृति प्राप्त होने से दो सीट नेत्र रोग विभाग के अंतर्गत भी प्राप्त हो गई है । इस विभाग में अध्यापन का कार्य नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एम.एस. सागर और डॉ. एस.एस. गुप्ता द्वारा किया जाएगा। इन दो सीटों में एक सीट गवर्नमेंट आफ इंडिया कोटा से तथा एक सीट स्टेट कोटा से स्वीकृत है। इसमें प्रवेश प्राप्त करने के लिए ऑल इंडिया नीट पीजी कोटा से चयनित अभ्यर्थी जिला चिकित्सालय में आकर अपना अध्ययन पूर्ण करते हैं। गैर शासकीय सेवक चिकित्सको के लिए शासकीय नियम अनुसार 1 लाख 25 हजार रुपए फीस निर्धारित है। जबकि शासकीय चिकित्सा अधिकारियों को फीस का भुगतान नहीं करना होता है।
कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य स्तरीय दल द्वारा अस्पताल का निरीक्षण कर समस्त स्वास्थ्य सुविधाओं अंतर्गत उपलब्ध संसाधन के आधार पर मार्किंग की जाती है तथा निर्धारित क्राइटेरिया पूर्ण करने पर कमेटी द्वारा उपलब्ध फैसिलिटी का पूर्ण मूल्यांकन कर सीट स्वीकृत की जाती है। डिप्लोमा कोर्स पूर्ण करने के उपरांत चिकित्सक विशेषज्ञ चिकित्सक के रूप में मान्यता प्राप्त कर लेते हैं । इस दिशा में रतलाम जिले के लिए यह अत्यधिक गौरव पूर्ण उपलब्धि है। इस उपलब्धि के लिए सिविल सर्जन डॉ. सागर ने जिला चिकित्सालय के डॉ. बी.एल. तापड़िया सहित सभी चिकित्सकों और नर्सिंग ऑफिसर और स्टाफ को यह कहते हुए शुभकामनाएं दी है कि आप सभी लोगों के नियमित अच्छा कार्य करने से ही रतलाम को यह उपलब्धि हासिल हुई है।
रतलाम,
13/Apr/2025
जिले के किसान ई-पोर्टल पर रबी मौसम 2024-25 में तुअर फसल के पंजीयन करवाकर शासन की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ ले सकते हैं। किसान तुअर फसल का पंजीयन ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत में स्थापित सुविधा केन्द्रों, तहसील कार्यालयों में स्थापित सुविधा केन्द्रों तथा सहकारी समितियों एवं सहकारी विपणन संस्थाओं द्वारा संचालित पंजीयन केन्द्र एवं एम.पी. किसान एप आदि पर भी पंजीयन की निःशुल्क व्यवस्था है।
उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि श्रीमती नीलमसिंह चौहान ने बताया कि तुअर फसल का पंजीयन जिले के निर्धारित 6 पंजीयन केन्द्रों विपणन सहकारी संस्था मर्यादित आलोट, प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था मर्यादित ताल, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति धराड, प्राथमिक सहकारी संस्था भीमाखेडी जावरा, प्राथमिक सहकारी समिति उपलई तथा प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति कछालिया पर कार्यालयीन समय में ई-उपार्जन पोर्टल पर निःशुल्क पंजीयन करवा सकते हैं।
किसान के विगत वर्ष के पंजीयन में उल्लेखित आधार नम्बर, बैंक खाता, मोबाइल नम्बर में किसी प्रकार के परिवर्तन, संशोधन की आवश्यकता होने पर संबंधित दस्तावेज स्वरुप पंजीयन केन्द्र पर लाना होंगे। जिन किसानों द्वारा विगत रबी एवं खरीफ में पंजीयन नहीं कराया गया था एवं ई-उपार्जन पोर्टल पर उनका डाटाबेस उपलब्ध नहीं है, ऐसे किसानों को समिति स्तर पर पंजीयन हेतु आधार नम्बर, बैंक खाता, मोबाइल एवं निर्धारित प्रारुप में आवेदन पंजीयन केन्द्र पर उपलब्ध कराना होगा। तुअर फसल के पंजीयन की अंतिम तिथि 20 अप्रैल है।
रतलाम,
13/Apr/2025
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीष्मकाल में पेयजल समस्या के त्वरित निराकरण हेतु नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। नियंत्रण कक्ष का दूरभाष क्रमांक 07412-270439 है। प्रातः 8.00 से 10.30 बजे तक श्री लक्ष्मण गरवाल, 10.30 से सायं 5.30 बजे तक चेतना सोलंकी तथा श्री राहुल चौहान (शासकीय अवकाश में) तथा सायं 5.30 बजे से रात्रि 8.00 बजे तक श्री अशोक धाकड नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था सौंपी गई है।
तहसील आलोट के लिए सहायक यंत्री सुश्री प्रियांशा दुबे मो.नं. 87705 20245 तथा उपयंत्री श्री राहुल आर्य मो.नं. 78987 81055, तहसील ताल के लिए उपयंत्री राहुल आर्य मो.नं. 78987 81055, तहसील जावरा के लिए उपयंत्री श्री इरफान अली मो.नं. 94259 37171 तथा तहसील पिपलौदा के लिए संजय मण्डलोई मो.नं. 6260085715 को जिम्मेदारी सौंपी गई है। तहसील रतलाम के लिए सहायक यंत्री नरेश कुवाल मो.नं. 9993899938, उपयंत्री श्री अर्पित चत्तर मो.नं. 9340166238 तथा श्री डी.सी. कथिरिया मो.नं. 7999154725 तथा उपयंत्री सुश्री पूजा भूरिया मो.नं. 97523 03934 को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
तहसील सैलाना के लिए सहायक यंत्री नरेश कुवाल मो.नं. 9993899938, सुश्री शुभा अर्गल मो.नं. 80856 36995, तहसील बाजना तथा रावटी के लिए उपयंत्री श्री जिग्नेश बामनिया मो.नं. 93998 23610 को जिम्मेदारी सौंपी गई है।