रतलाम,
18/Apr/2025
कलेक्टर के तीन बार नरवाई को लेकर आदेश निकालने पर भी आला अफसर एसी के रूम से बाहर नहीं निकल रहे है और नियमों की धज्जियाँ उड़ा रहे है आपको बता दे की रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम द्वारा बार बार नरवाई को लेकर आदेश निकालने पर भी अधिकारी नींद से नहीं जाग रहे है हर रोज शाम होते ही खेतो मे नरवाई जलने लगती है कही धामनोद टोल गेट के पास तो कही बंजलि बाय पास रोड़ के पास आखिर कब बंद होंगी नरवाई जलती हुई।
बार बार चेतावनी देने के बाद भी अधिकारी नींद से नहीं जाग रहे है कभी नरवाई प्रबंधन के सम्बन्ध में एनआईसी कक्ष में वीडियो कांफ्रेंसिंग आयोजित की जा रही है तो कभी आदेश दिया जा रहा है
कलेक्टर का आदेश का असर सिर्फ आलोट तहसीलदार ने किया
इसी बिच तहसीलदार आलोट सोनम भगत एवं मृगेंद्र सिसोदिया ने गांव कंथरिया मे नरवाई को लेकर 5 हजार रूपये का लगाया जुर्माना और 15/04/25 को आ.सी निनाम (SADO), प्रदीप कुमार पाटीदार (BTM), अशोक मालवीय (A60) द्वारा पिल्ड भ्रमण ग्राम कंथारिया में किया गया।
फिल्ड भ्रमण के दौरान ग्राम के किसान अम्बु सिंह 50 वर्षीय रूपसिंह द्वारा अपने खेत पर नरवाई में आग लगा दी गई थी। जिससे पास खेत वाले किसान पाल सिंह कालु सिंह, राजेन्द सिंह भवर सिंह, ईश्वर सिंहें उमराव सिहं, भोपाल सिटं कालु मिहे, गुलाब सिंह जरेसिंह, विक्रम सिंह खुशाल कुबेर ठिक्रम सिंह, के खेत की नरवाई में भी आग लग गई। आ.सी. निनामा द्वारा फायर ब्रगेड को फोन किया गया। अम्बुसिंह कपसिंह द्वारा अपने 6 बीघा खेत में आग लगाई गई थी। जिससे कुछ किसानो के पाइप एवं लकडी एवं डोरी का भी नुकसान हुआ है। यह पंचनामा आग बुझाने वाले किसानों एवं आग लगाने वाले किसानो के समक्ष बनाया गया है। जब इस मामले को लेकर उपसंचालक बड़ी बड़ी बाते करके समझाईश देते है और बताते है की उपसंचालक किसान कल्याण वर्तमान में जिले में गेहूं फसल की कटाई कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसमें किसानों द्वारा कटाई उपरांत गेहूं फसल के अवशेष में आग लगा देते हैं जिससे पर्यावरण में प्रदूशण के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी प्रभावित होती है तथा मिट्टी में पल रहे लाभदायक जीवाणु एवं सूक्ष्म जीव आग से नष्ट हो जाते हैं तथा अन्य घटनाएं भी घटित होने की संभावना बनी रहती है। तो फिर कलेक्टर के नियमो की कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है