रतलाम,
18/Apr/2025
केन्द्रीय संचार एवं उत्तरपूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज रतलाम आ रहे हैं। प्राप्त भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार केन्द्रीय मंत्री सिंधिया 18 अप्रैल को दोपहर 2 बजे रतलाम आएंगे तथा स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे तत्पश्चात सायं 5.15 बजे इंदौर के लिए प्रस्थान करेंगे।
रतलाम,
18/Apr/2025
जिले में लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली व्यवस्था के सुचारु क्रियान्वयन एवं 1 मई 2025 से स्मार्ट पीडीएस व्यवस्था संचालन तथा वास्तवित पात्र हितग्राहियों की उनकी पात्रता अनुरुप खाद्यान्न सामग्री नियत समय सीमा में उपलब्ध कराने के उद्देश्य से खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा पात्र हितग्राहियों की ई-केवायसी कराए जाने हेतु मात्र अप्रैल में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान अन्तर्गत मेरा ई-केवायसी एप की सुविधा प्रारम्भ की गई है।
जिला आपूर्ति अधिकारी आनन्द गोले ने बताया कि जिले में लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली योजनान्तर्गत खाद्यान्न सामग्री प्राप्त करने हेतु वर्तमान में 1002191 हितग्राही सम्मिलित हैं। जिले में अभी तक 810541 हितग्राहियों की ई-केवायसी पूर्ण हो चुकी है। इस तरह अब तक 81 प्रतिशत हितग्राहियों की ई-केवायसी का कार्य पूर्ण हो चुका है। अभी भी 191650 हितग्राहियों की ई-केवायसी होना शेष है। ई-केवायसी का कार्य उचित मूल्य दुकान की पीओएस मशीन के माध्यम से उचित मूल्य दुकान के सम्बद्ध ग्राम पंचायत के ग्रामों, वार्डों एवं शहरी दुकान के वार्डों में उचित मूल्य दुकान के विक्रेता, ग्राम पंचायत के सचिव, रोजगार सहायक, वार्ड प्रभारी द्वारा ई-केवायसी का कार्य कराया जा रहा है।
ई-केवायसी के दौरान पीओएस मशीन में 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, वृद्धजन, कुष्ठ रोगी, मजदूर तथा अन्य हितग्राही जिनका बायोमैट्रिक सत्यापन नहीं हो पा रहा है, ऐसे हितग्राहियों के साथ-साथ ऐसे हितग्राही जो अपने कार्य की व्यस्तता के कारण उचित मूल्य दुकानों, कैम्पों में उपस्थित नहीं हो सकते हैं, ऐसे सभी हितग्राहियों की ई-केवायसी के लिए शासन द्वारा मेरा ई-केवायसी एप लांच किया है। उक्त एप के माध्यम से उचित मूल्य दुकान के विक्रेताओं के अतिरिक्त पात्र हितग्राही भी अपना स्वयं का एंड्रोइड मोबाइल के माध्यम से मेरा ई-केवायसी एप को डाउनलोड कर स्वयं का, परिवार के सदस्यों तथा अन्य हितग्राहियों का भी ई-केवायसी कर सकते हैं
रतलाम,
18/Apr/2025
सीईओ एमपीएसआरएलएम हर्षिका सिंह द्वारा जरूरतमंद एवं प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य हेतु एक नई पहल की गई है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी आजीविका मिशन भोपाल के निर्देशानुसार एवं सहायक राज्य परियोजना प्रबंधक श्री अमित खरे के मागदर्शन में 17 अप्रैल से मां शक्ति आजीविका संकुल स्तरीय संगठन लुहारी विकासखंड जावरा द्वारा ज्ञान दान अभियान का शुभारंभ कर आजीविका पुस्तकालय व आजीविका ज्ञान केंद्र का जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रूक्मणी हाड़ा द्वारा रिबन काटकर शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में जनपद उपाध्यक्ष अलका, विधायक प्रतिनिधि हेमराज हाडा, जनपद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि हरिओम शाह जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी बलवंत सिंह नलवाया, जनपद सदस्य प्रिया कुंवर, कैलाश गिरी गोस्वामी, रायसिंग चंद्रवशी, जिला प्रबंधक अभिलाष कुमार सोनी, विकासखंड प्रबंधक नाथूलाल मुनिया, अनिल चौहान, दीपक बैरागी मॉडल स्कूल जावरा से वरिष्ठ शिक्षक मांगीलाल दडिंग, राकेश राठौर, संकुल संगठन सचिव मंजू, कोषाध्यक्ष पूजा, सीटीसी व्यवस्थापक जयबाला, लेखापाल कमलेशकुंवर, सीएलएफ मैनेजर प्रेमलता बामनिया, बीसी शमीम बी, निर्मला बैरागी, पूजा केवट, जया मालवीय उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम में विभिन्न ग्रामों से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे 72 बच्चों द्वारा भाग लिया गया। पुस्तकालय स्थापना का उद्देश्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों को पढ़ने की बेहतर सुविधा एवं पुस्तक उपलब्ध करवाकर भविष्य बेहतर बनाने की दिशा में कारगर कदम उठाना है व जरूरतमंद विद्यार्थियों को पुस्तकें उपलब्ध कराना है। इस अभियान के तहत वे लोग जो प्रतियोगिता में सफल हो चुके है उनकी प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें दान कर सकते हैं, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को लाभ मिल सके। जनपद अध्यक्ष श्रीमती रुक्मणी हेमराज हाडा द्वारा 11 हजार रूपए दान राशि की घोषणा भी की गई।
रतलाम,
18/Apr/2025
कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में 17 अप्रैल को वीडियो कांफ्रेंसिंग आयोजित की गई, जिसमें नरवाई जलाए जाने के कारण हो रही दुर्घटनाओं की समीक्षा की गई। इस अवसर पर रतलाम एनआईसी कक्ष में कलेक्टर श्री राजेश बाथम, अपर कलेक्टर डा. शालिनी श्रीवास्तव तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि वर्तमान में जिले में गेहूं फसल की कटाई कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसमें किसानों द्वारा कटाई उपरांत गेहूं फसल के अवशेष में आग लगा देते हैं जिससे पर्यावरण में प्रदूशण के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी प्रभावित होती है तथा मिट्टी में पल रहे लाभदायक जीवाणु एवं सूक्ष्म जीव आग से नष्ट हो जाते हैं तथा अन्य घटनाएं भी घटित होने की संभावना बनी रहती है।
कलेक्टर बाथम द्वारा इस सम्बन्ध में कृषि विभाग, राजस्व विभाग तथा पंचायत विभाग द्वारा मानिटरिंग किए जाने के निर्देश दिए है। साथ ही किसानों को नरवाई प्रबंधन हेतु स्ट्रारीपर, बेलर, सुपर सीडर, हेप्पी सीडर, जिरोटीलेज आदि यंत्रों के माध्यम से नरवाई कराए जाने के निर्देशित किया गया है।