रायपुर छत्तीसगढ़
02/Dec./2022,
महेंद्र बघेल स्टेट ब्यूरो,
सक्ती जैजैपुर विकासखंड जैजैपुर क्षेत्र ऐसे अनेकों गांव है जहाँ जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी निर्माण कार्य जोरो पर है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन योजना अभी से दम तोड़ती नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जल जीवन मिशन योजना के तहत 2024 तक देश के हर घर,हर परिवार,हर व्यक्ति को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का सपना देखा गया है।जिसके लिए 15 अगस्त 2019 को देश के यशस्वी प्रधानमंत्री द्वारा जल जीवन मिशन योजना लागू कर उक्त योजना के क्रियान्वयन के लिए 3.60 लाख करोड रूपए के बजट का प्रावधान किया गया है। जिसके तहत पीएचई विभाग के माध्यम से करोडों रूपए के निर्माण कार्य पूरे देश में कराए जा रहे हैं किन्तु जमीनी धरातल पर विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलिभगत के चलते प्रधानमंत्री मोदी के सपनों पर पानी फेरा जा रहा है।जिसमें पीएचई विभाग द्वारा ठेकेदारों के साथ साठगांठ कर उक्त निर्माण कार्यों में भारी अनियमित्ता देखने को मिल रही है। जैजैपुर ब्लाक में जल जीवन मिशन योजना के गड़बड़ी मामलों में सुर्खियां बटोरती रहती है,बात पाईप कनेक्शन का हो या फिर पानी टंकी निर्माण में गुणवत्ताहीन निर्माण का बात हो,चाहे नल कनेक्शन को लेकर हो ठेकेदारों की मनमानी जिम्मेदार नजर अंदाज करने में कोई कसर नही छोड़ते। हाल ही में इस बात ताजा उदाहरण ग्राम पंचायत आमकोनी के आश्रित ग्राम छोटे छिर्राडीह का है जहाँ ठेकेदार द्वारा मनमाने तरीके से नल निर्माण किया है जहाँ किसी के यह 3 मीटर लम्बा 3 मीटर चौड़ा नल फरमा तो किसी के यहां 5 मीटर लंबा 5 मीटर चौड़ा नल निर्माण किया गया है जबकि नियम के आधार पर 5 मीटर लंबा 5 मीटर चौड़ा नल फरमा बनाना है जब पीएचई विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से ठेकेदार की मनमानी की जानकारी दी गई तो जगह की शॉर्टेज होने का बात करते हुए पल्ला झाड़ दिए।अभी भी छोटे छिर्राडीह में 20-30 ऐसे परिवार है जिनके यहाँ पानी की किल्लत है,जिनको नल कनेक्शन का लाभ नहीं मिल पाया है। 02:- पिछले बीते कुछ महीनों ग्राम पंचायत कुटरबोड़ में पाइप कनेक्शन मामला सामने आया था जहां ठेकेदार द्वारा मनमाने तरीके से घटिया पाइप डाल कर सीसीई रोड को इलेक्ट्रॉनिक मशीन द्वारा तोड़ कर जेब भर कार्य अधूरा कर निकाल गए है, अभी तक ठेकेदार द्वारा जो ग्राम पंचायत में नल बनाया गया है चार माह बीत जाने के बाद भी पानी की एक बूंद तक नहीं आया है,पाईप कनेक्शन को गांव में अधूरा छोड़ कर मदमस्त हो चुके है ताजुब के बात यह भी है कि जिम्मेदार विभागीय अधिकारी चुप्पी क्यू साधे हुए है उल्लेखनीय है कि ग्राम आमकोनी में पानी टंकी निर्माण कार्य मे नियमों को ताक में रख कर निमार्ण कराया जा रहा है,जिसकों मजदूरों के भरोसे छोड़ दिया गया है, घाटियां मटेरियलों का उपयोग कर सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को ठेकेदार द्वारा सेंध लगने के लिए निर्माण का कार्यभार मजदूरों को सौंप कर मदमस्त है बात दे कि जिस पानी टंकी का निर्माण कार्य जो ठेकेदार कर रहे है ये वही है जो छोटे छिर्राडीह का नल कनेक्शन को लेकर सुर्खियों में है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त ठेकेदार को काफी उच्च राजनैतिक और प्रशासनिक संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते यह मनमानी पर उतारू होकर देश के प्रधानमंत्री मोदी के सपनों पर कुठाराघात कर रहा है। अफसरों के पास समय नहीं ग्राम आमकोनी में हो रहे निर्माण कार्यों की मानिटरिंग करने अधिकारियों के पास समय नहीं है। क्षेत्र में योजना के तहत लाखों रुपये की स्वीकृति मिल गई है और काम भी चालू है व भ्रष्टाचार भी हावी है लेकिन कार्यों की गुणवत्ता को देखने के लिए कोई आता ही नहीं है। इससे तो ऐसा लगता है कही कार्य मे बंदरबाट तो नहीं हो रहा।